Royal Palaces: भारत के राजा-महाराजा हमेशा से ही अपनी शाही विरासत, ऐतिहासिक और सुंदरता से भरे किलों के लिए जाना जाता है. पुराने समय से ही भारत को सोने की चिड़िया कहा जाता रहा है, आज हम आपको भारत के शाही परिवारों द्वारा बनवाए गए 5 ऐतिहासिक महलों के बारे में बताएंगे.
इसका निर्माण 1897 और 1912 के बीच वोडेयार राजवंश द्वारा किया गया था. यह महल इंडो-सरसेनिक वास्तुकला का एक शानदार नमूना है. इस महल का मुख्य आकर्षण इ, सकी ऊंची छतें, जटिल नक्काशीदार खंभे और कीमती रत्नों से जड़ा एक सुनहरा सिंहासन है.
त्रिपुरा में स्थित इस किले का निर्माण महाराजा राधा किशोर माणिक्य ने सन् 1901 में करवाया था. यह शाही और भव्य महल बंगाली, यूरोपीय और त्रिपुरा वास्तुकला का शानदार मिश्रण है. कभी शाही महल रहने वाली यह जगह आज के समय में एक संग्रहालय है.
सन् 1890 में महाराजा सयाजीराव गायकवाड़ तृतीय ने गुजरात के वडोदरा में इस किले का निर्माण करवाया था. बकिंघम पैलेस से तीन गुना बड़ा यह महल इंडो-सरसेनिक वास्तुकला का उदाहरण है और इसमें अलग-अलग कलाकृतियों का विशाल संग्रहालय है.
यह बैंगलोर में स्थित एक सुंदर और ऐतिहासिक महल है. इस पैलेस का निर्माण ट्यूडर और स्कॉटिश गोथिक वास्तुकला के शानदार मिश्रण को पेश करता है. इसके क्षेत्रफल की बात करें तो यह 400 एकड़ में फैला है और इसमें 35 विशाल कमरे हैं.
यह महल भारत के जम्मू में स्थित है. यह महल कभी जम्मू-कश्मीर के डोगरा राजवंश के महाराजा का शाही निवास था. सन् 1925 तक यह उनका मुख्य निवास स्थान था. इस महल का निर्माण ऐसे कराया गया था की यह मुगल वास्तुकला से भी मिलता जुलता है.
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