world's leading diamond mining countries: हीरे दुनिया की सबसे कीमती चीजों में से एक हैं. हर कोई चाहता है कि उसके पास एक चमकता हुआ हीरा तो हो ही लेकिन ये हीरे आम इंसान के पहुंच से बहुत दूर है. इसकी वजह साफ है इसकी कीमत. कीमत महंगा भी क्यों न हो यह कोई खेत में नहीं पैदा होता, इन्हें बनने में अरबों साल लगते हैं, जिसमें जबरदस्त गर्मी और दबाव की जरूरत होती है. फिर ज्वालामुखी विस्फोट इन्हें धरती की सतह के करीब लाते हैं, जहां ये किम्बरलाइट या लैम्प्रोइट नाम की चट्टानों में जमा हो जाते हैं. इसके बाद इन्हें ओपन-पिट माइनिंग, जिसमें सतह के करीब के हीरे निकाले जाते हैं, और अंडरग्राउंड माइनिंग, जिसमें धरती के अंदर गहरे जाकर हीरे खोजे जाते हैं. इसके लिए हाई-टेक मशीनों और भारी खर्च की जरूरत पड़ती है. तो आप समझ गए होंगे कि हीरा इतना महंगा क्यों है. आइए जानते हैं दुनिया में हीरों का बादशाह कौन? दुनिया की सबसे बड़ी खदानों पर किस देश का कब्जा है.
टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी एक रिपोर्ट के आधार पर रूस हीरे का बादशाह है. हर साल 4 करोड़ कैरेट से ज्यादा हीरे निकालता है. ये दुनिया का सबसे बड़ा हीरा निर्यातक भी है. अलरोसा कंपनी 95% से ज्यादा हीरे निकालती है. रूस की 12 ओपन-पिट खदानें दुनिया में सबसे ज्यादा हैं.
दूसरे नंबर पर बोत्सवाना अफ्रीका का सितारा है. हर साल 2 करोड़ कैरेट हीरे निकालता है. हीरे इस देश की अर्थव्यवस्था का बड़ा हिस्सा हैं.
कांगो हर साल 1.6 करोड़ कैरेट हीरे निकालकर 135 मिलियन डॉलर कमाता है. अफ्रीका में दूसरा और दुनिया में तीसरा बड़ा उत्पादक है.
ऑस्ट्रेलिया 19वीं सदी से हीरे निकाल रहा है. लेकिन ज्यादा खनन से इसके भंडार अब कम हो रहे हैं. फिर भी ये चौथे नंबर पर है.
कनाडा ने 1990 के दशक में हीरा खनन शुरू किया. एकाटी, डायविक जैसी खदानें इसे पांचवें नंबर पर लाती हैं.
1875 में यूरेका डायमंड की खोज ने इस देश को बदला. हर साल 70 लाख कैरेट हीरे निकलते हैं.
अंगोला 2023 में 98 लाख कैरेट निकाला, हीरे ने इसकी अर्थव्यवस्था को संभाला रखा है. इसके बाद 8वें नंबर पर जिम्बाब्वे मारांगे डायमंड फील्ड्स दुनिया के सबसे बड़े भंडारों में से एक. नौवें नंबर पर नामीबिया है. 1908 में खोजे गए हीरों ने नामीबिया की किस्मत बदल दी और अब सरकार और डी बीयर्स मिलकर खनन करते हैं.
ट्रेन्डिंग फोटोज़