Fruits to Detoxify Fatty Liver: फैटी लिवर आजकल लाइफस्टाइल से जुड़ी ऐसी बीमारी बन गई है, जो हर उम्र के लोगों को अपना शिकार बना रही है. इसकी वजह से लिवर धीरे-धीरे खराब होकर डैमेज हो जाता है, जिसके बाद मरीज को बचाना मुश्किल हो जाता है. आज हम 5 ऐसे फलों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनमें एंटीऑक्सिडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं. ये फल फैटी लीवर की बीमारी से लड़ने में मदद करते हैं.
पपीता विटामिन सी, ए और फ्लेवोनोइड्स से भरपूर होता है. ये सारे एंटीऑक्सीडेंट लीवर को डिटॉक्स करने और ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करने में मदद करते हैं. ये दोनों वजह लिवर को फैटी बनाने में अहम भूमिका निभाता है. पपीते में पापेन नाम का एक पाचन एंजाइम भी होता है, जो प्रोटीन के टूटने में सहायता करता है. जिससे पाचन में सुधार करता है. इसमें एलडीएल कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड्स को कम करने में भी मदद मिलती है.
नींबू को विटामिन सी बढ़िया स्रोत माना जाता है. यह शरीर में ग्लूटाथियोन नाम के एंटीऑक्सीडेंट के उत्पादन को बढ़ावा देता है, जो लिवर से विषाक्त पदार्थों को बाहर करके उसे डिटाक्सिफाई करने में मदद करता है. इससे लिवर का बोझ घटता है और ऑक्सीडेटिव तनाव कम होता है. नींबू से पित्त उत्पादन बढ़ता है, जो जो पाचन के दौरान वसा को तोड़ने में मदद करता है. इससे लिवर में फैट्स का जमना रुक जाता है, जिससे वह फिट रहता है.
सेब पेक्टिन नाम के घुलनशील फाइबर से भरपूर होता है. यह पाचन तंत्र से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने और कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल कनरे में मदद करता है. इससे लिवर पर भार घटता है, जिससे उसमें फैट का निर्माण होने रूक जाता है. इसके सेवन से लिवर में सूजन और फैटी लिवर की समस्या से भी फायदा मिलता है. रोजाना एक सेब का सेवन करके आप फैटी लिवर से काफी हद तक खुद को बचा सकते हैं.
एवोकाडो एक विदेशी फल है, जो मोनोअनसैचुरेटेड फैट से भरपूर होता है. यह मेटाबॉलिज्म को बेहतर बनाता है और खराब कोलेस्ट्रॉल (LDL) को कम करने में मदद करता है. यह लिवर कोशिकाओं में जमा फैट्स को कम करने और गैर-अल्कोहल फैटी लीवर रोग (NAFLD) में अक्सर देखी जाने वाली लीवर की सूजन को रोकने में भी मदद करता है. इसमें ग्लूटाथियोन पाया जाता है, जो लीवर को डिटॉक्स करके उसे ऑक्सीडेटिव क्षति से बचाता है.
ब्लूबेरी में एंथोसायनिन नामक एंटीऑक्सीडेंट पाया जाता है, जिससे उनका रंग गहरा नीला हो जाता है. यह एंटीऑक्सीडेंट लिवर की कोशिकाओं को ऑक्सीडेटिव तनाव और सूजन से बचाने में मदद करता है. सूजन हट जाने पर फैटी लिवर की समस्या भी दूर हो जाती है. ब्लूबेरी के सेवन से इंसुलिन तेजी से काम करता है, जिससे ब्लड शुगर को बेहतर तरीके से मैनेज करने में मदद मिलती है. इससे लिवर में फैट जमा नहीं हो पाता.
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.
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