Top gold reserve country: सोने की कीमत ऑल टाइम हाई पर है. सोना इतना महंगा हो गया है कि आम खरीदरा सुनार के दुकान से दूरी बना रहा है. सोने की कीमत चिंता बनती जा रही है, कि आखिर दिवाली-धनतेरस में सोने की खरीदारी कैस करेंगे.
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Gold Reserve: सोने की कीमत ऑल टाइम हाई पर है. सोना इतना महंगा हो गया है कि आम खरीददार सुनार के दुकान से दूरी बना रहा है. सोने की कीमत चिंता बनती जा रही है, कि आखिर दिवाली-धनतेरस में सोने की खरीदारी कैस करेंगे. चिंता सिर्फ खरीदारों की नहीं बल्कि ज्वैलर्स की भी है कि हाई कीमत के चलते लोग कम खरीदारी कर रहे हैं, जिससे सेल्स पर प्रभाव पड़ रहा है. ये तो रिटेल की बात हो गई, लेकिन दुनियाभर के देश भर-भर कर सोना खरीद रहे हैं. सोने की खरीदारी के रिकॉर्ड टूट रहे हैं. सोने की कीमत ऑल टाइम हाई पर पहुंचने के बाद भी चीन समेत दुनिया के कई देश सोना खरीदने में मस्त है.
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सोने की कीमत रोज अपने की रिकॉर्ड को तोड़ रही है. भारत में बीते 8 महीनों में सोने के दाम 45 फीसदी तक भाग चुके हैं. जो सोना जनवरी 2025 में 78-80 हजार रुपये प्रति 10 ग्राम के बिक रहा था, आज वो ऑल टाइम हाई को पार करते हुए 1,23,450 रुपये पर पहुंच चुका है. एमसीएक्स पर सोने की कीमत 120,815 रुपये प्रति 10 ग्राम के पार हो चुकी है. सोने की रफ्तार थमने का नाम नहीं ले रही. जहां आम लोग खरीदारी से बच रहे हैं तो वहीं दुनिया के कई देश भर भरकर सोना खरीद रहे हैं.
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इस साल सोना अब तक 40 बार ऑल-टाइम हाई पर पहुंच चुका है. हाई प्राइस के बीच भी दुनियाभर के देश ताबड़तोड़ सोने की खरीदारी कर रहे हैं.पिछले 28 महीनों में 27 बार केंद्रीय बैंकों ने सोना खरीदा है. अगर सिर्फ अगस्त महीने की बात करें तो सेंट्रल बैंक्स ने 15 टन सोना खरीदा, सबसे हैरानी की बात तो ये है कि अगस्त में आधा सोना यानी 8 टन से अधिक सोना कजाकिस्तान के केंद्रीय बैंक ने खरीद लिया. यूक्रेन युद्ध के बाद से ही दुनियाभर के देशों के केंद्रीय बैंक अपने पोर्टफोलियो में सोने की मात्रा बढ़ा रहे हैं. वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल की रिपोर्ट के मुताबिक अगस्त में उन्होंने फिर से सोना खरीदना शुरू कर दिया है. अगस्त में कजाकिस्तान के नेशनल बैंक ने सबसे ज्यादा 8 टन सोना खरीदा. अगस्त में वैश्विक स्तर पर खरीदे गए कुल 15 टन सोने में से आधे से ज़्यादा हिस्सा कज़ाकिस्तान के राष्ट्रीय बैंक (एनबीके) ने खरीद लिया , जिसके साथ कज़ाकिस्तान का गोल्डभंडार अब 316 टन हो गया है. इसकी तुलना में तुर्की, चीन, उज़्बेकिस्तान, चेक गणराज्य और बुल्गारिया ने अगस्त में दो-दो टन सोना खरीदा. वहीं रूस के केंद्रीय बैंक ने तीन टन बेचकर अपने भंडार में कमी की. भारत , अमेरिका, चीन सब इस खरीदारी में पिछड़ गए हैं.
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चीन सोने की खरीदारी में पीछे नहीं है. चीन की ओर से लगातार सोने की शॉपिंग हो रही है. चीन के सेंट्रल बैंक ने लगातार दसवें महीने सोने की खरीदारी की है. चीन की सेंट्रल बैंक में गोल्ड होल्डिंग्स 2300 टन के पार पहुंच गई है. वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के आंकड़ों के मुताबिक चीन की ओर से लगातार सोने का भंडार बढ़ाया जा रहा है, जबकि लगातार दूसरे महीने भारत की ओर से आरबीआई ने गोल्ड की खरीदारी को रोक रखा है.
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चीन का सेंट्रल बैंक The People’s Bank of China लगातार सोने की खरीदारी कर रहा है. चीन का गोल्ड रिजर्व 253.8 अरब डॉलर तक पहुंच गया है, जो उसके कुल रिजर्व का 7.6 फीसदी है. अगर सिर्फ साल 2025 की बात करें तो अब तक चीन ने 21 टन सोना खरीदा है, इससे पहले साल 2024 में चीन ने 44 टन जबकि साल 2023 में 225 टन सोना खरीदा था. दरअसल चीन अपने गोल्ड रिजर्व को 5000 टन पहुंचाने में जुटा है. चीन सोने की ताकत को समझता है , इसलिए दुनिया की सबसे बड़ी इकोनॉमी बनने के लिए वो अपना गोल्ड रिजर्व लगातार बढ़ा रहा है. पिलहाल चीन के पास 2,300.4 टन सोना है.
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कोविड महामारी के बाद से आर्थिक संकट झेल रहे चीन की इकोनॉमी डमाडोल हो रही है. चीन का जीडीपी ग्रोथ बिगड़ा हुआ है. चीन काफी गहरे आर्थिक संकट के दौर से गुजर रहा है. चीन का रियल एस्टेट डूबा हुआ है, बेरोजगारी चरम पर है. वहीं लोगों को भरोसा शेयर बाजार पर कम होने लगा है. ऐसे में लोग सुरक्षित निवेश के तौर पर सोने की ओर आकर्षित हो रहे हैं. चीन अपनी इकोनॉमी को मजबूत करने के लिए सोने की अग्रेसिव बाइंग कर रहा है. जिस तरह से सोने के दाम बढ़ रहे हैं, उससे ये तय है कि जिस देश के पास जितना सोना होगा, वो देश उतना ताकतवर बनेगा. जियो पॉलिटिकल टेंशन और इकोनॉमिक क्राइसिस के बीच चीन सेफ इंवेस्टमेंट के तौर पर सोने में निवेश बढ़ा रहा है.
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सोने की बादशाहत के मामले में अमेरिका टॉप पर है. दुनिया का सबसे बड़ा गोल्ड रिजर्व अमेरिका के पास है, उसकी सरकारी खजाने में 8,133 टन सोना जमा है दूसरे नंबर पर जर्मनी है, जिसके पास 3,352 टन सोना है. तीसरे नंबर पर इटली है, जिसके पास 2,452 टन गोल्ड है, चौथे नंबर पर फ्रांस है, जिसके पास 2,437 टन गोल्ड है, वहीं पांचवे नंबर पर रूस है, जिसके पास 2,340 टन सोना . भारत के पास अगस्त 2025 तक 879.98 टन सोना है.
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