शरीर में जिंक, कैल्शियम, प्रोटीन, विटामिन बी12 जैसे पोषक तत्वों की कमी से भी नाखूनों पर सफेद धब्बे या रेखाएं आ जाती है. इससे नाखून पतले, कमजोर और पीले भी हो सकते हैं.
नाखून के नीचे की त्वचा पर चोट लगने से भी सफेद धब्बे या रेखाएं बन सकती है. कई बार नेल पॉलिश या रिमूवर से एलर्जी के कारण भी ऐसा होता है.
फंगल इंफेक्शन भी नाखूनों को खराब कर सकता है. इससे नखून मोटे, भुरभुरे और पीले या सफेद हो सकते हैं.
कई बीमारियों का भी नाखूनों पर असर पड़ सकता है. एनीमिया में आरयन की कमी हो जाती है, जिससे नाखूनों पर सफेद धब्बे आ जाते हैं. किडनी की समस्या में भी नाखूनों पर सफेद धब्बे होने लगते हैं. हार्ट की समस्या, निमोनिया, एग्जिमा, आर्सेनिक पॉइजनिंग आदि से भी नाखूनों पर सफेद धब्बे आ सकते हैं.
कुछ दवाइयों के कारण भी नाखूनों पर सफेद धब्बे पड़ जाते हैं. जैसे कैंसर के इलाज में दी जाने वाली कीमोथेरेपी या कुछ एंटीबायोटिक्स नाखूनों पर सफेद दाग का कारण बन सकती है.
प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.
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