यूपी: डिप्टी सीएम मौर्य समेत कई मंत्रियों ने 7 महीने पहले गुरु नानक जयंती की दी बधाई
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यूपी: डिप्टी सीएम मौर्य समेत कई मंत्रियों ने 7 महीने पहले गुरु नानक जयंती की दी बधाई

उत्तर प्रदेश सरकार में उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, पार्टी के प्रवक्ता सिद्धार्थ नाथ सिंह समेत कई नेता जल्दबाजी में बिना सोचे समझे 7 महीने पहले, 14 अप्रैल को ही गुरु नानक जयंती की बधाई दे डाली.

यूपी सरकार के कैलेंडर के मुताबिक इस साल 23 नवंबर को है गुरु नानक जयंती. (फाइल फोटो)

लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार में उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, पार्टी के प्रवक्ता सिद्धार्थ नाथ सिंह समेत कई नेता जल्दबाजी में बिना सोचे समझे 7 महीने पहले, 14 अप्रैल को ही गुरु नानक जयंती की बधाई दे डाली. गुरु नानक जयंती गुरु पूर्णिमा को मनाई जाती है. इस साल गुरु नानक जयंती 23 नवंबर को है. सोशल मीडिया पर यह खबर ट्रोल करने लगा तो सभी नेताओं ने ट्वीट डिलीट कर दिया. हालांकि, सिद्धार्थ नाथ सिंह ने माफी मांगने की सोचा और उन्होंने इनसाइक्लोपीडिया का स्क्रीन शॉट लेकर ट्वीट किया कि, इसकी वजह से सारा कंफ्यूजन हुआ है.

  1. 14 अप्रैल को ही गुरु नानक जयंती की दी बधाई
  2. गलती पता चलने के बाद ट्वीट डिलीट किया
  3. सिद्धार्थ नाथ सिंह ने ट्वीट कर मांगी माफी

दिल्ली में बीजेपी की सोशल मीडिया टीम ने पकड़ी गलती
बता दें, उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से जारी कैलेंडर में गुरु नानक जयंती की छुट्टी 23 नवंबर को है. लेकिन, जल्दबाजी के चक्कर उप मुख्यमंत्री समेत कई अन्य नेताओं ने गुरु नानक जयंती की बधाई दे डाली. उप मुख्यमंत्री के ट्वीट करने के बाद दूसरे मंत्रियों को लगा कि उन्हें भी बधाई देने के लिए आगे आना चाहिए. जिसके बाद चिकित्सा शिक्षा मंत्री आशुतोष टंडन और सिद्धार्थ नाथ सिंह ने भी ट्वीट कर लोगों को इसकी बधाई दी. जानकारी के मुताबिक दिल्ली में बैठी बीजेपी की IT सेल को इस गलती के बारे में पता चला, जिसके बाद लखनऊ में बैठे लोगों को इसकी जानकारी दी गई और गलत ट्वीट को डिलीट किया गया.

 

 

सिखों के पहले गुरु हैं गुरु नानक देव
गुरु नानक देव सिखों के 10 गुरुओं में पहले हैं. उनका जन्मदिन कार्तिक पूर्णिमा के दिन गुरुपर्व के रूप में मनाया जाता है.

 

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हिंदू कैलेंडर के कार्तिक महीने में पूर्णिमा के दिन हर साल उनका जन्म दिवस धूमधाम से पूरे देश में मनाया जाता है.

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