मिशन 2019 : उत्तर प्रदेश की इन खास 24 सीटों पर कांग्रेस की नजर, शुरू की तैयारी
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मिशन 2019 : उत्तर प्रदेश की इन खास 24 सीटों पर कांग्रेस की नजर, शुरू की तैयारी

उत्तर प्रदेश में आगामी लोकसभा 2019 को लेकर अभी तक महागठबंधन की तस्वीर साफ नहीं हुई है लेकिन कांग्रेस ने इन 24 सीटों केे लिए तैयारी शुरू कर दी है. 

 उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राज बब्बर का कहना है कि गठबंधन के मुद्दे को पार्टी हाईकमान द्वारा सुलझाया जाएगा.

नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश में आगामी लोकसभा चुनाव 2019 को लेकर सभी पार्टियां तैयारियों में जरूर जुट गई हैं लेकिन अभी तक महागठबंधन की तस्वीर साफ नहीं हुई है लेकिन कांग्रेस ने 24 सीटों पर नजर जमा दी है. पार्टी उन सीटों पर फोकस कर रही है जिस पर उसके जीतने की संभावना है. पार्टी की इन सभी लोकसभा क्षेत्रों पर ठीकठाक मौजूदगी है और उनमें से कुछ को 2014 के चुनाव में बहुत कम अंतर से गंवाया था. कांग्रेस ने इन सभी सीटों पर ग्राउंडवर्क शुरू कर दिया है.

द न्यू इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, इस मामले में उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के एक वरिष्ठ नेता का कहना है, "हम गठबंधन को लेकर आशान्वित हैं और हम अभी भी समझौता करने को तैयार हैं लेकिन जब तक गठबंधन की तस्वीर साफ नहीं हो जाती तब तक हम इस तरह से शांत नहीं बैठ सकते. हमने अपने उम्मीवारों के चयन की पर ध्यान देना शुरू कर दिया है और पार्टी कैडर से कहा कि वह इन सीटों पर कार्य करना शुरू कर दे." 

इन सीटों पर नजर
उत्तर प्रदेश में जिन 24 सीटों पर कांग्रेस की नजर है उनमें अमेठी, रायबरेली, सुल्तानपुर, प्रतापगढ़, बाराबंकी, धौहारा, प्रतापगढ़, कानपुर, उन्नाव, कुशीनगर, मुरादाबाद, बरेली, लखनऊ, वाराणसी, इलाहाबाद, फर्रुखाबाद, सहारनपुर, जौनपुर, मथुरा, फैजाबाद, फतेहपुर सीकरी शामिल हैं. सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस नेताओं को महागठबंधन पर बोलने के संबंध में चेतावनी दी गई है. संभावना जताई जा रही है कि महागठबंधन की औपचारिक घोषणा ऐलान मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान विधानसभा चुनाव के परिणाम आने के बाद की जाएगी. 

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2014 के चुनाव में कांग्रेस की स्थिति
कांग्रेस जिन 24 सीटों की बात कर रही है, उनके 2014 के चुनाव परिणाम पर नजर डालें तो कई सीटों पर कांग्रेस दूसरे नंबर पर रही थी. इन सीटों में बाराबंकी, कानपुर, कुशीनगर और सहारनपुर शामिल है. सुल्तानपुर में कांग्रेस चौथे नंबर पर थी. मात्र 41,000 वोट मिले थे. बाराबंकी में कांग्रेस दूसरे नंबर पर रही थी. धौहारा में चौथे नंबर पर थी. प्रतापगढ़ में तीसरे नंबर पर थी. कानपुर में भी कांग्रेस के श्रीप्रकाश जायसवाल दूसरे नंबर पर रहे थे. उन्नाव में चौथे नंबर पर रही थी. कुशीनगर में रंजीत प्रताप नारायण सिंह दूसरे नंबर पर रहे थे. मुरादाबाद में कांग्रेस पांचवें नंबर पर, बरेली चौथे. लखनऊ तीसरे, अलाहाबाद चौथे. वाराणसी तीसरे, फर्रुखाबाद चौथे, सहारनपुर दूसरे, जौनपुर छठवे और फैजाबाद में चौथे स्थान पर रही थी. 

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इसी बीच एक अन्य वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने बताया कि पार्टी को उत्तर प्रदेश में अपनी कमजोर स्थिति का ख्याल है लेकिन हमें सम्मानजनक सीटें मिलने की उम्मीद है. उन्होंने बताया, "हम कुछ सीट छोड़ने या लेने के लिए तैयार हैं. बड़ा मुद्दा गठबंधन बनाकर बीजेपी को हराना है."  जब इस बारे में उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राज बब्बर से पूछा गया तो उनका कहना था, "राष्ट्रीय स्तर पर गठबंधन के मुद्दे को पार्टी हाईकमान द्वारा सुलझाया जाएगा जो इस मामले पर नजर बनाए हुए है. अभी तक हम पार्टी को मजबूत बनाने पर ध्यान दे रहे हैं. इसके लिए बूथ स्तर तक संगठन को मजबूत करने पर जोर दे रहे हैं." 

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