नई दिल्ली : कल गुरुवार को राज्यसभा के उपसभापति पद के लिए चुनाव संपन्न होगा. इस चुनाव के लिए एनडीए सरकार ने जेडीयू सांसद हरिवंश को अपना उम्मीदवार घोषित किया है. उपसभापति पद के लिए 9 अगस्त को सुबह 11 बजे उच्च सदन में मतदान होगा. चुनाव से एक दिन पहले कांग्रेस ने दावा किया कि विपक्ष के पास 3 बार के सांसद बीके हरिप्रसाद के तौर पर मजबूत और बेहतर उम्मीदवार है और आंकड़े उसके पक्ष में हैं. उन्होंने सरकार पर चुनावों को प्रभावित करने के लिये हर हथकंडा अपनाने का आरोप लगाया.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

वरिष्ठ कांग्रेसी नेता आनंद शर्मा ने कहा कि एनडीए के पास राज्यसभा में बहुमत नहीं है, वरना बीजेपी अपना खुद का उम्मीदवार खड़ा करती. उन्होंने आरोप लगाया कि सत्ताधारी गठबंधन मतों के लिये अपने दायरे से बाहर जा रहा है. आनंद शर्मा ने सरकार और बीजेपी पर चुनावों को अपने पक्ष में प्रभावित करने के लिये हर हथकंडा और प्रभाव का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया है. 


उन्होंने कहा कि विपक्ष कल होने वाले राज्यसभा के उपसभापति का चुनाव एकजुट होकर लड़ रहा है क्योंकि वह देश के मौजूदा हालत और माहौल से खुश नहीं है. उन्होंने कहा, ‘हमारे पास मजबूत उम्मीदवार है, राजग के पास नहीं. अगर बहुमत होता तो बीजेपी को अपना उम्मीदवार खड़ा करना चाहिए था.’ उन्होंने दावा किया कि न तो बीजेपी के पास संख्याबल है न एनडीए के पास, लेकिन जब दो उम्मीदवारों की बात आती है तो हमारे पास बेहतर उम्मीदवार है. 


उपसभापति चुनाव: हरिवंश को मिल सकता है आधे से अधिक सदस्यों का समर्थन


सत्ताधारी एनडीए ने जेडीयू सांसद हरिवंश को अपना उम्मीदवार बनाया है और बीजेपी के सूत्रों ने कहा कि उन्हें उच्च सदन के 244 सांसदों में से 126 सदस्यों का समर्थन हासिल होने की उम्मीद है. 


राज्यसभा में सदस्यों की मौजूदा संख्या 244 है. एनडीए उम्मीदवार हरिवंश को इनमें से 126 सदस्यों का समर्थन मिलने की उम्मीद है. बीजेपी के रणनीतिकारों ने बताया कि हरिवंश को एनडीए के 91 सदस्यों के अलावा 3 नामित सदस्य और निर्दलीय अमर सिंह का वोट मिलना तय है. इसके अलावा उन्हें गैर एनडीए दलों, अन्नाद्रमुक के 13, टीआरएस के 6, वाईएसआर कांग्रेस के 2 और इनेलो के एक सदस्य का समर्थन मिलने का भरोसा है. इसके अलावा बीजेडी के 9 सदस्यों के मत को भी एनडीए अपने खाते में जोड़ कर देखा जा रहा है. 


संसदीय कार्य राज्यमंत्री विजय गोयल ने बताया, "हमारे पक्ष में संख्याबल को देखते हुये हरिवंश जी आसानी से चुनाव में विजयी होंगे. बेहतर होता, यदि उपसभापति का चयन आम सहमति से होता."