नई दिल्ली: जम्मू कश्मीर के पहलगाम स्थित पवित्र अमरनाथ गुफा (Sacred Amarnath Cave) में बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए अमरनाथ यात्रा 28 जून से शुरू होने वाली है. अमरनाथ यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया (Registration process) भी शुरू हो चुकी है. देशभर में बढ़ रहे कोरोना के मामलों के बावजूद अमरनाथ यात्रा 2021 के लिए अब तक हजारों श्रद्धालु ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवा चुके हैं. आपको बता दें कि कोरोना महामारी के कारण पिछले साल 2020 में अमरनाथ यात्रा (Amarnath yatra) रद्द कर दी गई थी और उससे पहले साल 2019 में जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने की वजह से अमरनाथ यात्रा को बीच में ही बंद करना पड़ा था.


28 जून से 22 अगस्त तक 56 दिनों की यात्रा


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अमरनाथ की पवित्र गुफा में सर्दियों के समय बने शिवलिंग (Shivlinga) की पहली तस्वीर भी सामने आ गई है. इस साल शिवलिंग का आकार काफी बड़ा है. बर्फ से अपने आप बनने वाला यह शिवलिंग ही श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र है जिसके दर्शन के लिए हर साल हजारों लाखों श्रद्धालु (Devotees visit the cave) यहां आते हैं. अमरनाथ यात्रा 56 दिन तक चलेगी जो 28 जून से शुरू होकर 22 अगस्त रक्षाबंधन के दिन समाप्त होगी. अमरनाथ यात्रा 2021 के लिए 1 अप्रैल से रजिस्ट्रेशन शुरू हुआ है जो देशभर में विभिन्न बैंक शाखाओं के जरिए किया जा सकता है. साथ ही श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट पर ऑनलाइन रेजिस्ट्रेशन (Online registration) भी किया जा सकता है.


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यात्रा के लिए मेडिकल सर्टिफिकेट जरूरी


पारंपरिक बालटाल और चंदनबाड़ी ट्रैक से यात्रा की तैयारियां की जा रही हैं. अमरनाथ तीर्थ यात्रा की अनुमति 13 साल से 75 साल तक के आयु वर्ग के पूरी तरह से स्वस्थ श्रद्धालुओं को ही मिलेगी. अमरनाथ यात्रा की ऊंचाई और यात्रा कितनी कठिन है इसे देखते हुए यात्रा के लिए मेडिकल सर्टिफिकेट जरूरी है. श्राइन बोर्ड को उम्मीद है कि इस बार श्री अमरनाथ की वार्षिक तीर्थ यात्रा में छह लाख श्रद्धालु शामिल हो सकते हैं.


(नोट: इस लेख में दी गई सूचनाएं सामान्य जानकारी और मान्यताओं पर आधारित हैं. Zee News इनकी पुष्टि नहीं करता है.)


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