Chaturmas 2021: आखिर क्‍यों 4 महीने तक विश्राम करते हैं Lord Vishnu? जानिए Reason
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Chaturmas 2021: आखिर क्‍यों 4 महीने तक विश्राम करते हैं Lord Vishnu? जानिए Reason

भगवान विष्‍णु (Lord Vishnu) चातुर्मास में निद्रालीन हो जाते हैं और उनके जागने तक के लिए सारे शुभ कार्य बंद हो जाते हैं. भगवान विष्‍णु के 4 महीने तक चलने वाले इस विश्राम के पीछे एक खास कारण है. 

(फाइल फोटो)

नई दिल्‍ली: चातुर्मास (Chaturmas 2021) शुरू हो गया है, भगवान विष्‍णु (Lord Vishnu) 4 महीने के लिए निद्रालीन होने के लिए पाताल लोक चले गए हैं. अब उनके जागने तक भगवान भोलेनाथ सृष्टि का संचालन संभालेंगे. इन 4 महीनों में पूजा-पाठ, धर्म-ध्‍यान तो होगा लेकिन सारे शुभ कार्य वर्जित रहेंगे. देवउठनी एकादशी (Devshayani Ekadashi) पर भगवान विष्‍णु के जागते ही शुभ कार्य शुरू होंगे, लेकिन वो क्‍या वजह है जिसके कारण भगवान विष्‍णु इतना लंबा विश्राम लेते हैं. 

  1. 4 महीने तक विश्राम करते हैं भगवान विष्‍णु
  2. धरती पर छाया अंधकार-उदासी थका देती है भगवान को 
  3. चातुर्मास के बाद फिर से तैयार होती है धरती 

आखिर क्‍यों 4 महीने तक सोते हैं भगवान विष्‍णु 

कहते हैं कि इन 4 महीनों में दुनिया फिर से तैयार होती है. आंधी-तूफान, बारिश के कारण धरती पर प्रलय आती है. दिन छोटे और रातें बड़ी होने लगती हैं. अंधकार के कारण दुनिया में उदासी छा जाती है. इन सबके कारण विष्‍णु थककर 4 महीने के लिए आराम करने चले जाते हैं. जब तक वे सोते हैं तो उनके विभिन्‍न अवतार समुद्र में संजीवनी बूटी बनाने का काम करते हैं. इससे धरती फिर से उपजाऊ हो जाती है और धरती पर नया जीवन आता है. 

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चातुर्मास में इन बातों का रखें ध्‍यान 

- चातुर्मास के दौरान भारी बारिश-भूस्‍खलन आदि आपदाएं आती हैं, लिहाजा इस दौरान यात्रा करने में सावधानी रखें. चातुर्मास में साधु-संत भी धर्म के प्रसार के लिए यात्राएं नहीं करते हैं, बल्कि एक ही जगह रहकर भगवान का भजन करते हैं.  

- चातुर्मास में ज्‍यादा से ज्‍यादा भगवान की आराधना में बिताएं. इस दौरान पड़ने वाले अहम व्रत करें. इस दौरान पूजा-पाठ करने का कई गुना ज्‍यादा फल मिलता है. 

- इन महीनों में दान जरूर करें. जरूरतमंदों को अनाज, कपड़े, छाते-जूते दान करें. 

- चातुर्मास में तामसिक भोजन न करें. इस समय को भगवान की भक्ति के लिए सबसे अच्‍छा समय बताया गया है, लिहाजा सात्विक भोजन करें ताकि आप सकारात्‍मकता से भरे रहें. शराब और नॉनवेज से दूर रहें. 

(नोट: इस लेख में दी गई सूचनाएं सामान्य जानकारी और मान्यताओं पर आधारित हैं. Zee News इनकी पुष्टि नहीं करता है.)

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