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नई दिल्ली: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, आकाश में कुल 27 नक्षत्र होते हैं और इनमें पुष्य नक्षत्र (Pushya Nakshatra) को सबसे शुभ और मांगलिक माना गया है. पुष्य को नक्षत्रों का राजा भी कहा जाता है. यह नक्षत्र इतना शुभ है कि जिस दिन यह नक्षत्र पड़ रहा हो उस दिन बिना पंचांग (Panchang) देखे कोई भी शुभ कार्य किया जा सकता है. जब भी कभी गुरुवार के दिन पुष्य योग बनता है तो उस दिन को गुरु पुष्य योग (Guru Pushya Yoga) कहा जाता है. 25 फरवरी गुरुवार को गुरु पुष्य योग बन रहा है और इस दिन पूजा पाठ के अलावा खरीददारी करना भी बेहद शुभ माना जाता है.
25 फरवरी को गुरु पुष्य योग के दिन माघ महीने की शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि रहेगी और उसके बाद चतुर्दशी लग जाएगी. इन दिन चंद्रमा अपनी ही राशि कर्क में रहेगा, इससे भी दिन की शुभता और बढ़ जाएगी. गुरुवार भगवान विष्णु का दिन है और इस दिन पुष्य नक्षत्र होना बेहद शुभ माना जाता है. विशेष कर खरीददारी के लिए इस दिन को काफी मंगलकारी माना जाता है. ज्योतिष शास्त्र (Jyotish) की मानें तो गुरु पुष्य योग के दिन जमीन, घर, वाहन, सोने-चांदी के आभूषण आदि खरीदने पर शुभ फल प्राप्त होता है. साथ ही इस दिन कोई नया कारोबार भी शुरू कर सकते हैं. इस दिन घर में इस्तेमाल होने वाली चीजें खरीदना भी शुभ फलकारी होता है.
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गुरु पुष्य योग के दिन भगवान विष्णु (Lord Vishnu) के अलावा वैदिक विधि के साथ मां लक्ष्मी (Goddess Lakshmi) का भी पूजन करना चाहिए. इसमे लक्ष्मी जी प्रसन्न होती हैं और साधक के लिए तरक्की पाना आसान हो जाता है. आपको बता दें कि 25 फरवरी से पहले इसी साल 28 जनवरी 2021 को भी गुरु पुष्य योग बना था और अब 25 फरवरी के बाद गुरु पुष्य योग सीधे दिवाली से पहले 28 अक्टूबर को बनेगा और फिर 25 नवंबर को पूरे दिन यह शुभ संयोग बना रहेगा.
गुरु पुष्य योग- 25 फरवरी, गुरुवार सुबह 6.55 बजे से 1.17 बजे तक
अमृत सिद्धि योग- 25 फरवरी सुबह 6.55 से दिन में 1.17 तक
सर्वार्थ सिद्ध योग- 25 फरवरी सुबह 6.55 से दिन में 1.17 तक