Luck चमका सकता है Real Pearl, ऐसे करें असली और नकली मोती की पहचान
Advertisement
trendingNow1919879

Luck चमका सकता है Real Pearl, ऐसे करें असली और नकली मोती की पहचान

असली मोती आर्थिक स्थिति से लेकर मन की स्थिति बेहतर करने तक में मदद करता है. इसे शुक्‍त पक्ष के किसी भी सोमवार को विधि-विधान से धारण करने से कई लाभ होते हैं.

(फाइल फोटो)

नई दिल्‍ली: ज्योतिष शास्त्र (Astrology) में ग्रहों (Planets) को शक्ति देने के लिए कई तरीके बताए गए हैं, इनमें से एक हैं रत्न (Gemstones). रत्न शास्‍त्र में ग्रहों से अनुकूल परिणाम प्राप्‍त करने के लिए कई तरह के रत्न पहनने का सुझाव दिया गया है. सही रत्न को विधि-विधान से पहनने से बहुत लाभ मिलता है. ऐसा ही एक प्रभावी रत्न है, मोती (Pearl). यह चंद्रमा (Moon) का रत्न है. कुंडली में चंद्र दोष को दूर करने के लिए मोती पहना जाता है. इससे मन शांत होता है और सेहत भी अच्‍छी रहती है. जिन लोगों का जन्‍म कर्क लग्‍न में हुआ हो या जिनकी राशि कर्क हो, उनके लिए मोती पहनना बहुत शुभ होता है. 

  1. मोती पहनने के हैं कई लाभ 
  2. चावल के दानों से रगड़कर करें असली मोती की पहचान
  3. बेहतर होती है आर्थिक स्थिति, मन को शांति और शरीर की सेहत   

मोती पहनने के लाभ 

- मोती पहनने से आर्थिक स्थिति अच्‍छी होती है, जिन्‍हें आर्थिक समस्‍या है वे लोग मोती पहनें. 
- मन शांत रखने के लिए मोती को सबसे अच्‍छा रत्न माना गया है. लिहाजा जिन लोगों को बहुत गुस्‍सा आता हो, मन बेचैन रहता हो, वे मोती पहनें. 
- मोती नकारात्‍मकता दूर करके मन को स्थिर करता है. लिहाजा घर में यदि कोई न कोई सदस्‍य अक्‍सर बीमार रहता हो तो मोती पहनने से लाभ होगा. इससे घर में नकारात्‍मकता घटेगी. 
- ज्योतिष के अनुसार संतान प्राप्ति में भी मोती सहायक है. इसके लिए ऐसा मोती पहनना चाहिए जिसके बीच में आसमानी रंग का अर्ध चंद्र नजर आता हो.

यह भी पढ़ें: Plant Astrology: पेड़-पौधों की जड़ों से पाएं महंगे रत्‍नों जैसा असर, अपने लग्‍न से जानें कौन सी जड़ से बदलेगी आपकी किस्‍मत

ऐसे पहचानें असली मोती 

रत्न तभी पूरा लाभ देते हैं, जब वो असली (Real) हों और उन्‍हें सही समय पर सही विधि से पहना गया हो. मोती की पहचान करने के लिए मोती को चावल के दानों पर रगड़ें, यदि मोती असली होगा तो उसकी चमक बढ़ जाएगी वरना कम हो जाएगी. मोती को शुक्‍ल पक्ष के किसी भी सोमवार के दिन चांदी की अंगूठी में पहनें. पहनने से पहले इसे दूध-दही-शहद-घी-तुलसी के पत्‍ते से शुद्ध करें. फिर गंगाजल से साफ करके धारण करें.   

(नोट: इस लेख में दी गई सूचनाएं सामान्य जानकारी और मान्यताओं पर आधारित हैं. Zee News इनकी पुष्टि नहीं करता है.)

VIDEO

Trending news