Sankashti Chaturthi: विकट संकष्टी चतुर्थी आज, जानें गणेशजी की कृपा पाने के लिए करें कौन से उपाय
वैशाख के महीने की शुरुआत हो चुकी है और इस महीने सबसे पहला त्योहार विघ्नहर्ता का है. 30 अप्रैल शुक्रवार को विकट संकष्टी चतुर्थी है जो भगवान गणेश को समर्पित है. इस दिन का महत्व क्या है और बप्पा को प्रसन्न करने के लिए कौन से उपाय करने चाहिए, जानें.
नई दिल्ली: हिंदू पंचांग (Panchang) के अनुसार वैशाख महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को विकट संकष्टी चतुर्थी (Vikat Sankashti Chaturthi) मनायी जाती है. यह दिन विघ्नहर्ता और सुखकर्ता भगवान गणेश (Lord Ganesh) को समर्पित होता है. हर महीने में दो बार- कृष्ण पक्ष और शुक्ल पक्ष में चतुर्थी तिथि पर भगवान गणेश की पूजा की जाती है. इसे संकष्टी चतुर्थी इसलिए भी कहते हैं क्योंकि भक्त के सभी तरह के संकट को दूर करने वाली चतुर्थी मानी जाती है. ऐसी मान्यता है कि इस दिन व्रत रखने के साथ ही भगवान गणेश की पूजा करने से जीवन में आ रही सभी मुश्किलें दूर हो जाती हैं (Problems are solved). विकट संकष्टी चतुर्थी का पर्व 30 अप्रैल शुक्रवार को है.
विकट संकष्टी चतुर्थी का महत्व
अगर आप किसी भी तरह की परेशानी से घिरे हों या फिर संतान प्राप्ति की इच्छा हो, आर्थिक स्थिति में सुधार करना चाहते हैं या भी जीवन में बार-बार आ रही बाधाएं दूर करने की इच्छा हो- आज विकट संकष्टी चतुर्थी के दिन भगवान गणेश जी की पूरे विधि विधान के साथ पूजा-अर्चना करें और फिर देखें कैसे जीवन की सभी समस्याएं दूर हो जाएंगी और आपकी सभी मनोकामनाएं भी पूरी होंगी (Wishes will be fulfilled). संकष्टी चतुर्थी के दिन चंद्र दर्शन (Looking at the Moon) भी बेहद शुभ माना जाता है. सूर्योदय से शुरू होने वाला यह चंद्र दर्शन के बाद ही संपन्न होता है.
ये भी पढ़ें- संकष्टी चतुर्थी पर न करें ये काम, भगवान गणेश हो जाते हैं नाराज
विकट संकष्टी चतुर्थी का शुभ मुहूर्त
विकट संकष्टी चतुर्थी- 30 अप्रैल 2021, शुक्रवार
इस दिन चन्द्रोदय का समय- 30 अप्रैल को रात में 10:38 बजे
चतुर्थी तिथि प्रारंभ- 29 अप्रैल 2021 को रात 10:09 बजे से
चतुर्थी तिथि समाप्त- 30 अप्रैल 2021 को शाम 07:09 बजे तक
ये भी पढ़ें- समस्त विघ्नों को हरते हैं गणेश जी, ऐसे करें उनकी पूजा और मंत्रों का जाप
गणेश जी को प्रसन्न करने के उपाय
-इस दिन गणेश जी को दूर्वा चढ़ाने (Durva) से जीवन की सभी परेशानियां दूर हो जाती हैं क्योंकि गणेश जी को दूर्वा बेहद प्रिय है.
-संकष्टी चतुर्थी के दिन गणपति महाराज को हल्दी की गांठ (Haldi ki ganth) अर्पित करें. इससे जीवन के सभी कष्ट और दुख तकलीफ दूर हो जाएगी.
-गणेश जी को मोदक बेहद प्रिय है और आज उन्हें मोदक का भोग (Modak ka bhog) लगाने से जीवन में सुख-समृद्धि आती है.
-गणेश जी का आशीर्वाद और उनकी कृपा प्राप्त करने के लिए आज उन्हें सिंदूर का तिलक (Sindoor ka tilak) जरूर लगाएं.
-घर में सुख-शांति बनी रहे इसके लिए आज गणेश जी को शमी के पौधे का पत्ता (Shami leaf) अर्पित करें.
(नोट: इस लेख में दी गई सूचनाएं सामान्य जानकारी और मान्यताओं पर आधारित हैं. Zee News इनकी पुष्टि नहीं करता है.)
धर्म से जुड़े अन्य लेख पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें.
देखें LIVE TV -