Sita Mata Temple: महिलाओं के लिए इसलिए खास है माता सीता का ये मंदिर, यहां का सिंदूर लगाने से बढ़ती है पति की उम्र
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Sita Mata Temple: महिलाओं के लिए इसलिए खास है माता सीता का ये मंदिर, यहां का सिंदूर लगाने से बढ़ती है पति की उम्र

Famous Temple Of Mata Sita: हिंदू धर्म में भगवान श्री राम और माता सीता के लाखों भक्त हैं. अयोध्या राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर इस समय सारा देश राममय हुआ है. बता दें कि भारत के पड़ोसी देश नेपाल का एक प्रसिद्ध मंदिर भी इन दिनों खूब चर्चा में है. ये मंदिर है, जहां भगवान श्री राम और माता सीता का विवाह हुआ था. उस मंदिर का सिंदूर बेहद खास है. 

 

mata sita temple

Janki Mandir History: देश-विदेश में भगवान श्री राम और माता सीता से जुड़े लाखों मंदिर है और लगभग हर मंदिर की कोई न कोई खासियत है. लेकिन क्या आफ जानते हैं माता सीता से जुड़ा एक मंदिर ऐसा भी है, जहां का सिंदूर लगाने से पति की आयु लंबी होती है. ये मंदिर महिलाओं के लिए बेहद खास है. नेपाल के जनकपुर धाम में स्थित ये मंदिर इन दिनों राम मंदिर के कारण चर्चा में आ गया है. इस मंदिर को लेकर मान्यता है कि इस मंदिर का सिंदूर लगाने मात्र से ही दांपत्य जीवन में खुशहाली आती है. साथ ही, महिलाओं का अखंड सौभाग्य का वरदान मिलता है. इसी कारण इस मंदिर में पूजा करने और दर्शन के लिए दूर-दूर से भारी मात्रा में लोग पहुंचते हैं. आइए जानते हैं मां जानकी के इस मंदिर के बारे में विस्तार से ये बात. 

सीता माता के ये मंदिर नेपाल में है

बता दें कि माता सीता का ये प्रसिद्ध मंदिर भारत के पड़ोसी देश नेपाल में स्थित है. बता दें कि ये मंदिर नेपाल की राजधानी से तकरीबन 400 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. जनकपुर धाम में माता सीता का ये मंदिर बना हुआ है. ऐसा माना जाता है कि यहां भगवान श्री राम और माता सीता का विवाह हुआ था. और हिंदू ध्रम में विश्वास रखने वाले सभी लोगों के लिए आस्था का केंद्र बना हुआ है. ऐसी मान्यता है कि इस मंदिर का नाम माता सीता के पिता जनक के नाम पर रखा गया है. बता दें कि माता सीता का ये मंदिर 4860 वर्गफीट में फैला हुआ है. 

मंदिर का निर्माण किसने करवाया था 

ऐसा बताया जाता है कि इस मंदिर का निर्माण रानी वृषभानू ने करवाया था और इसे बनवाने में 9 लाख रुपये की लागत लगी थी. इसी कारण इसे नौलखा मंदिर के नाम से भी जाना जाता है. मंदिर का इतिहास बताता है कि सा ल 1657 में यहां सीता माता की सोने की मूर्ति लगी थी. 

मंदिर से जुड़ी हैं ये मान्यताएं 

मां जानकी के मंदिर में रोजाना सैकड़ों की संख्या में लोग दर्शन को पहुंचते हैं. ऐसा बताया जाता है कि जानकी मंदिर के पास वे जगह है जहां पर भगवान श्री राम और मां सीता का स्वयंवर हुआ था. इस मंडप को देखने के लिए ही यहां लोगों की भीड़ लगी रहती है. विवाह मंडप को लेकर ऐसा माना जाता है कि जो महिलाएं यहां दर्शन करती हैं, उन्हें अखंड सौभाग्य की प्राप्ति होती है. यानी पति की लंबी उम्र की प्राप्ति होती है. ऐसा बताया जाता है कि इस विवाह मंडप का सिंदूर महिलाएं मांग में लगाती हैं. 

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.) 

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