ग्रहण दोष के कारण इंसान को जीवन में अनेक परेशानियों का सामना करना पड़ता है. ग्रहण दोष तब बनता है जब कुंडली में सूर्य और राहु एक साथ आ जाए. ग्रहण दोष से मुक्ति पाने के लिए यह सूर्य ग्रहण खास है.
Trending Photos
नई दिल्ली: सूर्य ग्रहण 4 दिसंबर, शनिवार को लगने जा रहा है. यह ग्रहण इस साल का आखिरी ग्रहण होगा. इस सूर्य ग्रहण की कुल अवधि चार घंटे से अधिक की होगी. वैसे तो यह सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा, लेकिन ज्योतिष के लिहाज से यह खास है. जिस तरह राहु और केतु के अशुभ प्रभाव से सूर्य ग्रहण लगता है. उसी प्रकार कुंडली में भी राहु-केतु के अशुभ प्रभाव में ग्रहण दोष बनाते हैं. इस दोष का सीधा असर इंसान के जीवन पर पड़ता है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार ग्रहण दोष से छुटकारा पाने के लिए सूर्य ग्रहण का दिन खास है. सूर्य ग्रहण के दिन कुछ खास उपाय करने से ग्रहण दोष से छुटकारा मिल सकता है.
-अगर कुंडली में पितृ दोष या ग्रहण दोष है तो सूर्य ग्रहण कि दिन काले तिल, गुड़ और गेहुं का दान करना चाहिए. जातक को खुद गुड़ का सेवन नहीं करना चाहिए.
-कुंडली के सूर्य ग्रहण दोष से बचने के लिए पीपल का पौधा लागना चाहिए. साथ ही उसमें रोजाना जल देना चाहिए.
-सूर्य ग्रहण दोष से मुक्ति पाने के लिए किसी से भी बिना पैसे दिए कोई भी चीज नहीं लेना चाहिए. इसके अलावा दिव्यांगों दान दें.
-ग्रहण दोष या पितृ दोष हो तो 6 नारियल अपने सिर के ऊपर से घुमाकर जल प्रवाह कर दें.
-कुंडली के सूर्य ग्रहण दोष से छुटकारा पाने के लिए आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ करें.
-सूर्योदय के पहले नहाकर तांबे के लोटे से उगते हुए सूर्य को जल दें.
कुंडली के सूर्य ग्रहण दोष के कारण पिता से मनमुटाव बना रहता है. साथ ही जातक को सेहत की समस्या परेशान करती हैं. सूर्य ग्रहण दोष के कारण हड्डियों से जुड़े रोग परेशान करते हैं. इसके अलावा सरकारी कामों में दिक्कतें आने लगती है. साथ ही साथ कार्यस्थल पर अधिकारियों का गुस्सा झेलना पड़ता है. इतना ही नहीं इस दोष के कारण घरेलू कलह परेशान करती है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)