श्रीकृष्ण जन्माष्टमी: फूलों से सजाया जाएगा इस्कॉन मंदिर, दुनिया की सबसे भारी गीता के दर्शन कर सकेंगे भक्त
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श्रीकृष्ण जन्माष्टमी: फूलों से सजाया जाएगा इस्कॉन मंदिर, दुनिया की सबसे भारी गीता के दर्शन कर सकेंगे भक्त

रोशनी से पूरे मंदिर को सजाया जाएगा और कलकत्ता की मशहूर LED लाइटिंग द्वारा भक्तों को श्रीकृष्ण की अद्भुत लीलाओं के दिव्य दर्शन कराए जाएंगे.

 (फाइल फोटो)

नई दिल्ली: ईस्ट ऑफ कैलाश में स्थित इस्कॉन मंदिर में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर भक्तों को भगवान के दर्शन करने को तो मिलेंगे ही, दुनिया की सबसे भारी गीता के दर्शन भी होंगे. यह वही गीता है जिसका अनावरण फरवरी के महीने में पीएम नरेंद्र मोदी ने किया था.

पूरे मंदिर परिसर को तरह-तरह के रंगीन फूलों से सजाया जाएगा जिन्हें खास तौर पर थाईलैंड, बेंगलोर और महाराष्ट्र से मंगाया गया है. इतना ही नहीं, रोशनी से पूरे मंदिर को सजाया जाएगा और कलकत्ता की मशहूर LED लाइटिंग द्वारा भक्तों को श्रीकृष्ण की अद्भुत लीलाओं के दिव्य दर्शन कराए जाएंगे.

राधाकृष्ण के मनमोहक श्रृंगार के लिए ख़ास वृंदावन के कारीगरों की बनाई वो पोशाक पहनाई जाएगी, जिसे तैयार करने में 3 महीने लगे. ठीक आधी रात को यानी कृष्ण
जन्म के वक्त १००८ तरह के व्यंजनों का विशेष भोग भगवान श्रीकृष्ण को लगाया जाएगा. इस बार भगवान श्रीकृष्ण का भोग इसलिए भी ख़ास है क्योंकि इसमें रूसी भक्तों द्वारा तैयार किया ख़ास केक भी शामिल है. 

इस्कॉन के पीआरओ बृजेंद्र नंदन के मुताबिक़ सुरक्षा में कोई चूक ना हो इसके लिए दिल्ली पुलिस के 400 जवान और 350 प्राईवेट सिक्योरिटी गार्ड तैनात किए गए हैं. विजिलन्स के लिए 185 CCTV कैमरे इंस्टॉल किए गए हैं. इसके अलावा किसी भी दुर्घटना से निपटने के लिए फ़ायर ब्रिगेड की एक गाड़ी , 2 एंबुलेंस और डॉक्टर की एक टीम भी हर वक्त तैयार रहेगी.  

इस्कॉन मंदिर समेत देश के ज्यादातर मंदिरों में जन्माष्टमी 24 अगस्त को मनाई जाएगी. जबकि वृंदावन के बांके बिहारी मंदिर और प्रेम मंदिर सहित देश के कुछ मंदिरों में जन्माष्टमी 23 अगस्त को मनाई जाएगी. 

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