Vaishno Devi Yatra: अब पांच हजार श्रद्धालु कर सकेंगे 'माता रानी' के दर्शन, ये हैं नए नियम
Advertisement

Vaishno Devi Yatra: अब पांच हजार श्रद्धालु कर सकेंगे 'माता रानी' के दर्शन, ये हैं नए नियम

श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने कहा है कि 30 सितंबर तक आने वाले श्रद्धालुओं को अपना रजिस्ट्रेशन ऑनलाइन करना होगा. कोरोना के बावजूद वैष्णो देवी के दरबार पहुंच रहे हर यात्री को हेलीकॉप्टर बैटरी कार सेवा और बाकि सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही है. 

फाइल फोटो

जम्मू: वैश्विक महामारी कोरोना वायरस (Coronavirus) की वजह से बंद मां वैष्णो देवी मंदिर (Vaishno Devi Temple) में अब फिर से भक्तों का तांता लगेगा. वैष्णो देवी मंदिर को कोविड-19 (Covid-19) महामारी के कारण लगभग पांच महीनों तक बंद रखे जाने के बाद 16 अगस्त को फिर से खोला गया था. लेकिन, कोरोना की भयावहता को देखते हुए उस दौरान में करीब दो हजार लोगों को ही माता के दर्शन के लिए इजाजत दी गई थी.

  1. भक्तों को यात्रा के दौरान हर तरह के आदेशों का पालन करना है
  2. दूसरे राज्य से आने वाले भक्तों को अपना कोरोना रिर्पोट लेकर आना होगा  
  3. मां वैष्णो देवी के प्रवेश द्वार पर हर किसी का रैपिड टेस्ट किया जाएगा

जम्मू कश्मीर के 4500 और अन्य राज्यों से 500 यात्री 
लेकिन एक अब अनलॉक में धीरे धीरे जब जीवन पटरी पर लाया जा रहा है तब एक महीने के बाद माता वैष्णो देवी के दर्शन करने आने वाले यात्रीयों का कोटा बढ़ा दिया गया है. जहां पहले दो हजार श्रद्धालुओं के दर्शन करने की सीमा तय की गई थी जिसमें जम्मू कश्मीर (Jammu- Kashmir) के बाहर श्रद्धालुओं की संख्या 500 थी और 1500 स्थानीय थी. वहीं अब इसे बढ़ा दिया गया है. अब जम्मू कश्मीर के 4500 और अन्य राज्यों से 500 यात्री माता वैष्णो देवी के दर्शन कर सकेंगे.

ये भी पढ़ें- महाराष्ट्र: ब्यूरोक्रेसी में बड़ा फेरबदल, अमिताभ गुप्ता बने पुणे पुलिस कमिश्नर

कोरोना टेस्ट होगा अनिवार्य 
भले ही भक्तों की संख्या में इजाफा किया गया है लेकिन इसके साथ ही माता के दर्शन के लिए गाइड लाइन भी जारी की गई है. श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड (Shri Mata Vaishno Devi Shrine Board) ने कहा है कि 30 सितंबर तक आने वाले श्रद्धालुओं को अपना रजिस्ट्रेशन ऑनलाइन (Online) करना होगा. राज्य प्रशासन के आदेशानुसार आगामी 30 सितंबर तक आने वाले सभी श्रद्धालुओं को ऑनलाइन पंजीकरण करना होगा. इसके साथ ही मां वैष्णो देवी के प्रवेश द्वार पर हर किसी का रैपिड टेस्ट किया जाएगा. दूसरे राज्य से आने वाले लोग कोरोना रिर्पोट खुद लेकर आएंगे. इस रिपोर्ट की वैधता केवल 48 घंटे ही मानी जाएगी. 

दिशा- निर्देश का पालन है जरुरी 
माता के दर्शन के लिए आने वाले भक्तों को यात्रा के दौरान हर तरह के आदेशों का पालन करना है. कोरोना के बावजूद वैष्णो देवी के दरबार पहुंच रहे हर यात्री को हेलीकॉप्टर बैटरी कार सेवा और बाकि सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही है. 

 

Trending news