वास्तु दोष की वजह से घर के लोगों की शारीरिक, आर्थिक, मानसिक स्थिति प्रभावित होती है. इसके अलावा दांपत्य जीवन से संबंधित परेशानियां भी बढ़ने लगती हैं. वास्तु शास्त्र के अनुसार, कुछ चीजों को घर में रखने से निगेटिव एनर्जी बढ़ने लगती है.
Trending Photos
नई दिल्ली: वास्तु शास्त्र के मुताबिक सिर्फ घर के अंदर के मौजूद चीजों के अलावा घर के आसपास की चीजों से भी वास्तु दोष उत्पन्न होता है. वास्तु दोष के कारण परिवार के सदस्यों की शारीरिक, मानसिक और आर्थिक स्थिति प्रभावित हो सकती है. ऐसे में जानते हैं कि कौन सी ऐसी चीजें हैं जिसे घर में नहीं रखना चाहिए.
-वास्तु शास्त्र के मुताबिक घर में टूटी-फूटी चीजें नहीं रखनी चाहिए. दरअसल बाजार में ऐसी सजावटी चीजें मिलती हैं जो देखने में तो ठीक लगती हैं, लेकिन उनकी बनावट नुकीली होती हैं. मिट्टी, लोहे और कांच की बहुत सारी बनावटी चीजें वास्तु के दृष्टिकोण से अच्छी नहीं होती हैं. ऐसे में यदि घर में ऐसी चीजें हैं तो रिश्ते में दरार आ सकती है. इसके अलावा इनमें निगेटिव एनर्जी होने से घर की आर्थिक स्थिति प्रभावित हो सकती है.
-वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर के उत्तर, पूरब या उत्तर-पूर्व (ईशान कोण) में कूड़े-कचरे इकट्ठा न होने दें. साथ ही पूरब या उत्तर दिशा में भारी मशीनें नहीं रखना चाहिए, क्योंकि ये घर में वास्तु दोष उत्पन्न करते हैं.
यह भी पढें: शनि-मंगल के दोष को दूर करता है तुलसी का पौधा, घर में लगाते वक्त जरूर रखें इन बातों का ध्यान
-वास्तु शास्त्र के मुताबिक घर का सामने कांटेदार या दूध निलकने वाला पौधा अशुभ है. ऐसे में इसे तुरंत हटा देना चाहिए. दरअसल इससे घर के सदस्यों के बीच मतभेद बढ़ते हैं.
-घर के आगे कूड़ेदान रखना बेहद अशुभ है. वास्तु शास्त्र के जानकार मानते हैं कि इससे परिवार के सदस्यों को कंगाली घेरने लगती है. साथ ही गंभीर बीमारी का भी खतरा रहता है.
-वास्तु शास्त्र के मुताबिक घर में जानवरों की खाल की तस्वीर, मुखौटे और हिंसक जानवरों की तस्वीर नहीं लगाने चाहिए. हालांकि कुछ घरों में ऐतिहासिक इमारतों के चित्र लगाते हैं. अगर आपके घर में भी ऐसी चीजें हैं तो नियमित रूप से नमक-पानी का पोछा लगाएं.
-वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर के बैठक कक्ष में जहां लोग बैठते हैं, वहां पीछे की तरफ पर्वत का चित्र लगाना चाहिए. दरअसल ऐसा करने से अत्मविश्वास और इच्छा शक्ति बढ़ती है.
-घर के वास्तु दोष को दूर करने के लिए 9 दिनों तक अखंड रामायण का पाठ करवा सकते हैं. इसके अलावा घर के उत्तर-पूर्व कोने में मिट्टी का एक कलश रखें.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)