मुश्किल में यूपी के खनन मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति

लखनऊः आय से अधिक संपत्ति के आरोप से उत्तर प्रदेश के खनन मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति मुश्किल में हैं। प्रजापति पर 2012 के विधानसभा चुनाव में गलत हलफनामा देने का आरोप लगा है।
मंत्री के खिलाफ ओम द्विवेदी नामक शख्स ने लोकायुक्त से शिकायत की है। द्विवेदी का कहना है कि इस मामले की शिकायत वे ईडी और सीबीआई से भी करेंगे। उन्होंने यह आरोप भी लगाया कि गायत्री प्रसाद के 2 ड्राइवरों के पर ही 40 करोड़ की संपत्ति है। जबकि उनके परिवार वालों के नाम से महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और पश्चिम बंगाल में काफी जमीनें हैं।
हालांकि मंत्री ने इस पर सफाई देते हुए सारे बयानों को झूठ करार दिया है।
लंबी फेहरिस्त है आरोपों की
इससे पहले भी प्रजापति पर संगीन आरोप लगते रहे हैं। किसी न किसी विवाद के चलते वे हमेशा सुर्खियों में बने रहते हैं। प्रजापति पर लखनऊ में ग्राम समाज की जमीन पर अवैध कब्जा कर प्लॉट बेचने का आरोप लगा था।
गायत्री प्रसाद प्रजापति पर लखनऊ में ग्राम समाज की जमीन पर अवैध कब्जा कर प्लॉट बेचने का आरोप लगा था। प्रशासन ने उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की, लेकिन जब मामला हाई कोर्ट पहुंचा तो कोर्ट ने प्रजापति के साथ ही राजस्व परिषद के अध्यक्ष और राज्य सरकार को भी नोटिस जारी कर दिया। इसके साथ ही हाई कोर्ट ने डीएम को निर्देश दिया कि वो जमीन पर से अवैध कब्जा हटवाए ।
इसके अलावा गायत्री प्रसाद प्रजापति के बेटे पर अमेठी में तहसील की सरकारी जमीन पर कब्जा करने का आरोप भी लग चुका है। गायत्री प्रसाद के बेटे अनिल प्रजापति पर कागजात में हेराफेरी करने और स्टाम्प चोरी कर अमेठी तहसील की जमीन पर जबरन कब्जा कर निर्माण करने का आरोप लगा था। इस मामले पर भी प्रशासन ने कोई कार्रवाई नहीं की, लेकिन अधिवक्ता संघ न्यायालय पहुंच गया और मामला सामने आया।
इससे पहले, अमेठी की एक विधवा ने गायत्री प्रसाद प्रजापति पर अपनी जमीन पर कब्जा करने का आरोप लगाया था। अपनी गुहार लेकर पीड़ित विधवा अपने परिवार के साथ लखनऊ में धरने पर बैठ गई थी और मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से न्याय की गुहार लगाई थी|
गायत्री प्रसाद प्रजापति के बेटे अनुराग पर एक महिला का अपहरण करने का भी आरोप लग चुका है। महिला के पिता जब शिकायत लेकर पुलिस के पास पहुंचे तो पुलिस ने FIR दर्ज करने से इनकार कर दिया। बाद में, कोर्ट के दखल के बाद ही केस दर्ज किया जा सका।
खनन मंत्री उस वक्त भी सुर्खियों में आ गए थे, जब नोएडा में अवैध खनन के खिलाफ IAS अफसर दुर्गा शक्ति नागपाल के अभियान को उन्होंने अपनी योजना बता डाला।