'सेक्स क्राइम के अपराधी हैं 25 फीसदी भारतीय पुरुष'
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'सेक्स क्राइम के अपराधी हैं 25 फीसदी भारतीय पुरुष'

'सेक्स क्राइम के अपराधी हैं 25 फीसदी भारतीय पुरुष'

नई दिल्लीः भारत में बच्चे जोखिम वाली स्थितियों के ज्यादा संपर्क में रहते हैं, जिससे बाद में वे सेक्सुअली हिंसक हो जाते हैं। यह जानकारी 'टाइम्स ऑफ इंडिया' में छपी एक रिपोर्ट में सामने आई है।

यह अध्ययन इंटरनेशनल सेंटर फॉर रिसर्च ऑन वूमन और दो अन्य संगठनों ने मिलकर किया है। अध्ययन में सामने आया है कि करीब 24.5 फीसदी भारतीय पुरुष ने किसी ना किसी समय यौन हिंसा में लिप्त रहे हैं, इनमें से अधिकांश ने अपने अंतरंग साथी के साथ इस अपराध को अंजाम दिया है।

अध्ययन में यह भी सामने आया कि इस मामले में रवांडा, मैक्सिको, क्रोएशिया और चिली जैसे देशों की तुलना में भारत कहीं आगे है। अध्ययन के मुताबिक भारतीय युवाओं में छेड़छाड़ और यौन दुर्व्यवहार समेत यौन आक्रामकता सबसे ज्यादा पाई गई। वहीं, दुष्कर्म जैसी घटनाओं के लिये उकसाने के लिये एल्कोहल का सेवन भी दूसरा बड़ा कारण है।

अध्ययन के लिये भारत के दिल्ली और विजयवाड़ा शहर में 18 से 59 वर्ष की उम्र के करीब 2000 युवाओं पर अध्ययन किया गया। इन युवाओं से दुष्कर्म, सामूहिक दुष्कर्म, एल्कोहल के प्रभाव में किये गए यौन अपराध से जुड़े प्रश्न पूछे गये थे।

इस रिपोर्ट के मुताबिक पुरुषों के तुलना में उन लोगों में यौन आक्रामकता ज्यादा नजर आई जिन्हें यौन उपेक्षा का सामना करना पड़ा हो या जिन्हें बच्चा कह कर अपमानित किया गया हो। 34 फीसदी ऐसे थे जिन्हें बचपन में यौन संबंधी अपशब्दों का सामना करना पड़ा था, वहीं 36.8 फीसदी ऐसे थे जिन्हें यौन उपेक्षा का शिकार होना पड़ा।

राष्ट्रीय अपराध ब्यूरो के आंकड़ों के अनुसार भारत में हर रोज करीब 90 महिलाओं के साथ दुष्कर्म होता है। हालांकि अध्ययन में प्राप्त आंकड़े किसी भी रूप में यौन अपराधों के शैक्षिक स्तर, रोजगार, उम्र या वैवाहिक स्थिति से संबंध का समर्थन नहीं करते हैं। भारत में पति और पिता किसी भी अन्य व्यक्ति की तुलना में अधिक यौन अपराधों को अंजाम देते हैं।

अध्ययन में दुष्कर्म और यौन हिंसा को घटाने के लिये स्कूल स्तर पर लिंग संवेदनशीलता और हर उम्र वर्ग के लिये अहिंसक जीवनशैली को बढ़ावा दिया जाना चाहिये।

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