अमेरिका और भारत के मंगल मिशन के बाद चीन का सुदूर अंतरिक्ष मिशन का लक्ष्य
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अमेरिका और भारत के मंगल मिशन के बाद चीन का सुदूर अंतरिक्ष मिशन का लक्ष्य

अमेरिका और भारत के मंगल मिशन पर जोर देने की पृष्ठभूमि में चीन के चंद्रमा से जुड़े कार्यक्रम पर ध्यान केंद्रित करने को लेकर आलोचना का सामना करने के बाद अब चीनी अंतरिक्ष वैज्ञानिक सुदूर सौर तंत्र संबंधी मिशन की योजना बना रहे हैं।

साभार: @Marsorbiter twiiter A/c

बीजिंग : अमेरिका और भारत के मंगल मिशन पर जोर देने की पृष्ठभूमि में चीन के चंद्रमा से जुड़े कार्यक्रम पर ध्यान केंद्रित करने को लेकर आलोचना का सामना करने के बाद अब चीनी अंतरिक्ष वैज्ञानिक सुदूर सौर तंत्र संबंधी मिशन की योजना बना रहे हैं।

आधिकारिक मीडिया के अनुसार हाल ही में हेलियोंगचियांग प्रांत की राजधानी हारबिन में सुदूर अंतरिक्ष के अन्वेषण पर आयोजित सम्मेलन में विशेषज्ञों ने मंगल, छुद्र ग्रहों और वृहस्पति से संबंधित मिशन के साथ ही सुदूर सौर तंत्र के मिशन पर भी विचार किया।

राष्ट्रीय रक्षा विज्ञान, प्रौद्योगिकी एवं उद्योग प्रशासन के तहत आने वाले चंद्र अन्वेषण कार्यक्रम एवं अंतरिक्ष अभियांत्रिकी केंद के निदेशक लियू जिझोंग ने कहा, ‘जब हम अनजान चीजों का अन्वेषण कर रहे हैं तो हमें दूसरें का अनुसरण नहीं करना चाहिए। चीन को और अधिक रचनात्मक होने की जरूरत है।’ उन्होंने कहा कि चीन को अब भी सुदूर अंतरिक्ष में तेज गति से जाने, उर्जा एवं शक्ति के उत्पादन तथा अंतरिक्ष रोबोट विकसित करने से जैसी जुड़ी समस्याओं को दूर करने की जरूरत है ताकि जटिल अंतरिक्ष वातावरण में काम किया जा सके। चीन अंतरिक्ष में अंतरिक्षयात्री को भेजने वाला तीसरा देश है।

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