मंगल ग्रह से नमूने लाने वाला पहला देश बन जाएगा चीन, अमेरिका-यूरोप ताकते ही रहेंगे! रेडी है ड्रैगन का प्लान
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मंगल ग्रह से नमूने लाने वाला पहला देश बन जाएगा चीन, अमेरिका-यूरोप ताकते ही रहेंगे! रेडी है ड्रैगन का प्लान

China Mars Sample Return Mission: चीन के वैज्ञानिकों ने मंगल पर भेजे जाने वाले अंतरिक्ष यान Tianwen-3 का खाका खींच लिया है. इसे 2028 में लॉन्च करने की तैयारी है. अगर यह सफल रहा तो चीन, मंगल से नमूने लाने वाला पहला देश बन जाएगा.

मंगल ग्रह से नमूने लाने वाला पहला देश बन जाएगा चीन, अमेरिका-यूरोप ताकते ही रहेंगे! रेडी है ड्रैगन का प्लान

China Mars Mission 2028: चीन ने अंतरिक्ष की रेस में अमेरिका, रूस, यूरोप जैसे धुरंधरों को पीछे छोड़ने की ठान रखी है. उसका Chang'e-6 मिशन हाल ही में चंद्रमा के दूसरे छोर से नमूने धरती पर लाने वाला पहला अंतरिक्ष यान बना. अब चीन कार टारगेट है कि वह मंगल ग्रह से नमूने पृथ्‍वी पर लाने वाला पहला देश बने. China National Space Administration (CNSA) मंगल ग्रह से नमूने लाने वाली पहली एजेंसी हो सकती है. नवंबर में 'नेशनल साइंस रिव्यू' जर्नल में छपे पेपर में, डीप स्पेस एक्सप्लोरेशन लैबोरेटरी (DSEL) और चीन के अन्य संस्थानों के रिसर्चर्स ने Tianwen-3 का प्लान पेश किया है. यह CNSA का दो स्पेसक्राफ्ट वाला मार्स लैंडर मिशन है. सितंबर 2024 में, Tianwen-3 के चीफ डिजाइनर, जिझोंग लियू ने कहा कि मिशन 2028 में लॉन्च होने की राह पर है.

चीन का मार्स सैंपल रिटर्न मिशन

स्पेस न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, तियानवेन-3 में एक लैंडर, एक एसेंट वीइकल, एक ऑर्बिटर और एक रिटर्न मॉड्यूल शामिल होगा. यह लैंडर से कुछ दूरी पर नमूने एकत्र करने के लिए एक हेलीकॉप्टर और छह पैरों वाले रोबोट का भी इस्तेमाल कर सकता है.

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अपने पेपर में, DSEL और चाइनीज एकेडमी ऑफ जियोलॉजिकल साइंसेज के ज़ेंगकियान होउ ने बताया कि तियानवेन-3 की लैंडिंग के लिए 86 संभावित जगहों पर विचार किया जा रहा है. इनमें से ज्यादातर क्रिस प्लैनिटिया (मंगल के उत्तरी भूमध्यरेखीय क्षेत्र का एक समतल मैदान) और यूटोपिया प्लैनिटिया (मंगल पर सबसे बड़ा इम्पैक्ट बेसिन) में हैं. चीन ने 2021 में यूटोपिया प्लैनिटिया में एक रोवर उतारा था.

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अमेरिका, यूरोप से आगे निकल जाएगा चीन

अगर Tianwen-3 को 2028 में लॉन्च किया जाता है, तो यह 2031 तक पृथ्‍वी पर वापस आ पाएगा. धरती से मंगल की यात्रा में सात से ग्यारह महीने लगते हैं. होउ और उनकी टीम ने अपने पेपर में कहा है कि नमूनों को कई तरीकों से एनालाइज किया जाएगा. अगर तियानवेन-3 मिशन टाइम पर पूरा हुआ तो चीन, अमेरिका और यूरोपीय देशों को मात देते हुए मंगल से नमूने लाने वाला पहला देश बन जाएगा.

अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी, NASA और यूरो‍पीय अंतरिक्ष एजेंसी (ESA) ने मिलकर मंगल से नमूने वापस लाने का मिशन प्लान कर रखा है. अप्रैल में NASA ने घोषणा की थी कि यह मिशन 2030s तक टाल दिया गया है. वर्तमान योजना के हिसाब से, NASA और ESA के मार्स सैंपल रिटर्न (MSR) मिशन को 2035 में लॉन्च किया जाएगा.

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सफल रहा चीन का मून सैंपल रिटर्न मिशन

चीन का चांग'ई-6 मिशन अपने साथ चंद्रमा के दक्षिणी हिस्से से पहली बार नमूने वापस लाया था. उनके शुरुआती एनालिसिस से चंद्रमा के दूर वाले हिस्से पर ज्वालामुखी गतिविधि के पहले सबूत मिले. इससे पता चला कि 2.8 अरब साल पहले भी वहां ज्वालामुखी फट रहे थे.

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