नई दिल्ली: धरती (Earth) पर आज से करोड़ों साल पहले हुए डायनासोर (Dinosaur) के अंत को लेकर हमेशा ही उत्सुकता बनी रहती है. लंबे समय के बाद आखिरकार वैज्ञानिकों (Scientists) ने इसका खुलासा कर दिया है कि डायनासोर कैसे विलुप्त हुए थे? Chicxulub क्रेटर में मिले एस्‍टेरॉयड (Asteroid) की मदद से इस रहस्य का पता चला. इस एस्टेरॉयड यानी अंतरिक्ष (Space) की चट्टान ने 6.6 करोड़ साल पहले डायनासोर (How Dinosaur Extinct) के वजूद और धरती पर 75 प्रतिशत जीवन को नष्‍ट कर दिया था.


ऐसे खत्म हुए थे डायनासोर


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टेक्‍सास यूनिवर्सिटी (University Of Texas) के रिसर्चर्स ने बताया कि इस क्रेटर (Crater) में मिले एस्टेरॉयड (Asteroid) की धूल ने खोज में साबित कर दिया है कि करोड़ों साल पहले डायनासोर (Dinosaur) एक बड़े एस्टेरॉयड के धरती से टकराने की वजह से मारे गए थे. इस तरह से रहस्य से पर्दा उठ गया.


क्रेटर में मिला इरिडियम


इस स्टडी के मुताबिक, धूल ने डायनासोर (Dinosaur) के खात्‍मे के रहस्य को खत्म कर दिया है. रिसर्च में शामिल प्रोफेसर स्‍टीवन गोडेरिस (Steven Goderis) ने बताया कि चट्टानों के अंदर बड़ी मात्रा में इरिडियम (Iridium) है जो पृथ्‍वी (Earth) पर मिलना बहुत दुर्लभ है लेकिन ये कुछ एस्‍टेरॉयड (Asteroid) के अंदर पाया जाता है.


एस्टेरॉयड से मिले कई अहम प्रमाण


रिसर्चर्स को ऐसे प्रमाण मिले हैं कि जिनसे पता चलता है कि एस्‍टेरॉयड (Asteroid) के गिरने जैसी किसी घटना से पृथ्वी पर जीवन की शुरुआत हुई होगी. गौरतलब है कि इस Asteroid के धरती पर गिरने से Chicxulub नाम का क्रेटर हुआ था. इतना ही नहीं इससे पृथ्वी पर जीवन शुरू होने से जुड़े कई अहम सबूत मिले हैं.


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