Ice Age Mystery: वैज्ञानिकों ने खोला रहस्य! कई सालों तक धरती ओढ़े रही बर्फ की चादर, वजह कर देगी हैरान
धरती पर प्राचीन हिमयुग (Ancient Ice Age) के पीछे अंतरिक्ष में घूम रहे एस्टेरॉयड्स (Asteroids) की साजिश थी. वैज्ञानिकों ने पता किया कि दो विशालकाय एस्टेरॉयड्स के बीच हुई टक्कर से धरती पर हिमयुग का दौर आया था. यह हिमयुग करोड़ों वर्षों तक कायम था. जानिए क्या कहता है विज्ञान और कैसे सुलझा ये रहस्य.
नई दिल्ली: शुरुआत में धरती (Earth) गर्म आग का गोला (Hot Fireball) थी. फिर करोड़ों साल के बाद इस पर बर्फ की एक मोटी चादर यानी हिम युग (Ice Age) बिछ गया. तब धरती पर इंसान और भौगोलिक एरिया (Geographical Area) बटा नहीं था. अब से करीब 50 करोड़ साल पहले हमारी पृथ्वी बस बर्फ की चादर ओढ़े थी. फिर इसके बाद डायनासोर (Dinosaur) का काल आया. क्या आप जानते हैं कि धरती पर हिमयुग (Ica age) एक बार नहीं बल्कि कई बार आया. वैज्ञानिकों ने इस रहस्य से पर्दा उठाया है कि सबसे बड़े हिमयुग (Reason Of Ice Age) की क्या वजह थी.
हिमयुग के पीछे की वजह
आपको जानकर हैरानी होगी कि धरती (Earth) पर प्राचीन हिमयुग (Ancient Ice Age) के पीछे अंतरिक्ष में घूम रहे एस्टेरॉयड्स (Asteroids) की साजिश थी. वैज्ञानिकों ने पता किया कि दो विशालकाय एस्टेरॉयड्स (Collision Of Two Asteroids) के बीच हुई टक्कर से धरती पर हिमयुग का दौर आया था. यह हिमयुग करोड़ों वर्षों तक कायम था. अब ये सवाल लाजिम है कि एस्टेरॉयड्स की टक्कर में गर्मी हुई होगी, फिर करोड़ों तक सालों पृथ्वी पर बर्फ कैसे जमा थी.
जब धरती पर जम गई थी धूल की परत
साइंस एडवांसेस (Science Advances) नाम के जर्नल में ये अध्ययन (Study) प्रकाशित हुई है. इसमें बताया गया है कि इस एस्टेरॉयड्स टक्कर से पैदा हुई गर्मी के बाद धरती पर अंतरिक्ष से भारी मात्रा में धूल की परत जम गई. हालांकि आपको बता दें कि अंतरिक्ष में एस्टेरॉयड्स के टक्कर की वजह से निकली धूल का ये बेहद छोटा हिस्सा था. अब जानते हैं कि ये एस्टेरॉयड आया कहां से था.
पृथ्वी पर 4 लाख टन धूल
अब से लगभग 46.6 करोड़ साल पहले मंगल ग्रह (Mars) और बृहस्पति ग्रह (Jupiter) के बीच से आया एक एस्टेरॉयड धरती के पास दूसरे एस्टेरॉयड से टकरा गया था. इससे काफी मात्रा में धरती पर धूल और गर्मी पैदा हुई थी. इस स्टडी को करने वाले साइंटिस्ट फिलिप हेक (Scientist Philipp Heck) ने कहा कि धरती पर हर साल अंतरिक्ष से 40 टन से भी ज्यादा धूल आती है. लेकिन उस समय धरती पर इस टक्कर की वजह से लगभग 4 लाख टन धूल आई थी.
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20 लाख साल तक आती रही धूल
आप जानकर दंग रह जाएंगे कि धरती पर इसी मात्रा में यह धूल 20 लाख साल तक आती रही. अगर इन ढुलोन को ट्रकों से भरकर कहीं ले जाया जाए तो करीब 100 करोड़ ट्रक लगेंगे. लेकिन ये गर्म धूल धरती तक आते-आते ठंडी हो गई. इसकी वजह से धरती के क्लाइमेट में सर्दी होने लगी. और इसी वजह से धरती ठंडी होने लगी तो तेजी से पूरी धरती पर बर्फ जमती चली गई.
और इस तरह से सुलझा ये रहस्य
फिलिप हेक ने कहा कि अंटार्कटिका (Antarctica) में कुछ माइक्रो उल्कापिंड मिले हैं जो 46.6 करोड़ साल पुराने एस्टेरॉयड के टूटने की वजह से धरती पर आए थे. कार्बन डेटिंग से इनकी उम्र का पता लगाया गया तब जाकर ये रहस्य सुलझा. 20 लाख साल तक धरती ठंडी धूल से ढंकी रही.
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इस तरह हुई जीवन की शुरुआत
धरती पर बर्फ जमने (Himyug Ki Vajah Kya Thi) के साथ ही अलग-अलग हिस्सों में विभिन्न प्रकार के छोटे जीव पनपने लगे. क्योंकि हर जगह का तापमान अलग-अलग था. इसलिए मौसम के हिसाब से जीवों के पनपने की शुरूआत हुई. लेकिन आपको बता दें हिमयुग करोड़ों साल तक बना रहा. इसलिए इसे प्राचीन हिमयुग (Ancient Ice Age) कहा जाता है.
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