Magnetar Brighter Than Sun: हमारे सिर के ऊपर घूम रहा आसमान जितना खूबसूरत है, उतना ही ज्यादा रहस्यमई भी है. अंतरिक्ष के कायम रहस्यों से पर्दा उठाने के लिए वैज्ञानिक लगातार रिसर्च को अंजाम दे रहे हैं. हाल ही में अमेरिका की स्पेस एजेंसी नासा ने आर्टमिस मिशन को सफलतापूर्वक लांच किया था. वहीं चाइना के वैज्ञानिक फास्ट टेलीस्कोप की मदद से अंतरिक्ष में नजर बनाए हुए हैं. आपको बता दें कि नॉर्वे और स्पेन के वैज्ञानिकों ने मिलकर एक बहुत ही बड़े शोध को अंजाम दिया है. इस रिसर्च में वैज्ञानिकों ने एक मैग्नेटार में विस्फोट का पता लगाया. इस विस्फोट के दौरान इतनी ज्यादा ऊर्जा बाहर निकली जो की सूरज से 57000 गुना ज्यादा चमकदार थी.


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इस खोज में एरीज के सीनियर साइंटिस्ट डॉ शशि भूषण पांडे ने बड़ी भूमिका अदा की है. डॉ शशि भूषण पांडे ने बताया कि मैग्नेटार का मास पृथ्वी के मास से लगभग 5 लाख गुना ज्यादा होता है. मैग्नेटार की बात करें तो अब तक 30 मैग्नेटार को खोजे जा चुके हैं. रिसर्चर्स की मानें तो इसके विस्फोट के दौरान निकलने वाली ऊर्जा, सूर्य के 10 लाख वर्षों तक की ऊर्जा के बराबर होती है. आपको बता दें कि मैग्नेटार के इस विस्फोट को साल 2020 में दर्ज किया गया था. रिसर्चर बताते हैं कि मैग्नेटार में होने वाली विस्फोट का असल कारण चुंबककीय अस्थिरता है.


इसका अध्ययन करने के लिए वैज्ञानिकों को 1 करोड़ 30 लाख प्रकाश वर्ष दूर ध्यान लगाना पड़ा, जिसे अंतरराष्ट्रीय स्पेस एजेंसी की मदद से अंजाम दिया गया. इसके विस्फोट की रीडिंग को दर्ज करने के लिए असीम नाम के उपकरण का इस्तेमाल किया गया है. रिसर्चर बताते हैं कि मैग्नेटार की स्टडी से भविष्य में होने वाले विस्फोटों और उसे निकलने वाली ऊर्जा का अध्ययन किया जा सकता है. मैग्नेटार के विस्फोट के दौरान असीम ऊर्जा निकलती है जो कि हजारों सूरज के बराबर है.


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