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नई दिल्ली: मंगल ग्रह (Mars) पर जीवन के प्रमाण की खोज में जुटा नासा (NASA) के हेलीकॉप्टर ने लाल ग्रह की भीषण सर्दी को झेल कर अब नई चुनौतियों के लिए पूरी तरह तैयार है. दरअसल Ingenuity कुछ तकनीकी दिक्कतों का सामना कर रहा था. लेकिन अब ये उड़ने को पूरी तरह तैयार हो गया है. नासा के अनुसार, अगर सबकुछ योजना के मुताबिक चला तो हेलीकॉप्टर Ingenuity सोमवार को ऐतिहासिक उड़ान (NASA Mars Mission) भर सकता है.
गौरतलब है कि पृथ्वी के बाहर किसी भी दूसरे ग्रह पर पहली बार कोई हेलीकॉप्टर उड़ान भरेगा. और यही वजह है कि पूरी दुनिया की निगाह नासा के इस चमत्कार पर टिकी हुई है. दूसरी तरफ नासा के वैज्ञानिक भी इस मिशन को लेकर बेहद उत्साहित हैं. साथ ही, लाल ग्रह के हर स्थिति पर ये वैज्ञानिक पैनी नजर भी बनाए रखे हैं.
#MarsHelicopter Update
We're targeting as soon as Monday for the first controlled flight on Mars. Watch with the team as they receive data and find out if they were successful. Meet us in mission control April 19 at 6:15am ET (10:15am UTC): https://t.co/xAdT9tgYr1 pic.twitter.com/8wJEr3CLJa
— NASA (@NASA) April 17, 2021
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वहीं, नासा का कहना है कि रोवर के विपरीत हेलिकॉप्टर के उड़ने की तस्वीरों या वीडियो को तत्काल नहीं देखा जा सकता है. ऐसे में ये पता चलना मुश्किल है कि यह मिशन सफल रहा या नहीं. नासा के मुताबिक, कैलिफोर्निया स्थित नासा की टीम को सोमवार को इसका पहला डेटा मिलेगा. नासा के वेबसाइट पर इस उड़ान का लाइव प्रसारण भी किया जाएगा.
अब तक मिली जानकारी के अनुसार, हेलिकॉप्टर Ingenuity ने रैपिड स्पिन टेस्ट को पास कर लिया है. अब इस हेलिकॉप्टर को खुद से मंगल ग्रह के वातावरण में उड़ान भरनी होगी. Ingenuity की हालत एकदम सही है और इसकी ऊर्जा-संचार प्रणाली सही से काम कर रही हैं. गौरतलब है कि NASA ने कहा था कि अगर हेलिकॉप्टर टेक ऑफ और कुछ दूर भी घूमने में सफल रहा तो ये मिशन 90% सफल रहेगा.
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मंगल पर संभावनाएं तलाश रहे नासा को रोटरक्राफ्ट की बेहद जरूरत है क्योंकि वहां की सतह बेहद ऊबड़-खाबड़ है. और ऐसी स्थिति में नासा का ऑर्बिटर एक सतह को ही देख सकता है. रोवर के लिए लाल ग्रह की हर सतह तक जाना मुमकिन नहीं. ऐसे में रोटरक्राफ्ट उड़ कर मुश्किल जगहों पर जाएगा और हाई-डेफिनेशन तस्वीरें एकत्रित करेगा.
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