टूट रहा इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन? रूसी वैज्ञानिकों ने किया ये हैरान करने वाला दावा
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टूट रहा इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन? रूसी वैज्ञानिकों ने किया ये हैरान करने वाला दावा

अंतरिक्ष में वैज्ञानिक प्रयोगों के लिए बनाया गया अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन पिछले महीने रूस की लापरवाही के चलते कुछ समय के लिए आउट ऑफ कंट्रोल हो गया था. 

Image Credit: NASA

मॉस्को:  इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) को लेकर रूस (Russia) ने हैरान करने वाला दावा किया है. रूस का कहना है कि इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन टूटने लगा है और इसके उपकरण भी पुराने हो रहे हैं. रूस का कहना है के 2025 के बाद इनके टूटने का खतरा है.

  1. अंतरिक्ष यात्रियों ने इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन के एक सेगमेंट में दरारें पड़ने की बात कही है. 
  2. वैज्ञानिकों को डर है कि ये दरारें और चौड़ी हो सकती हैं.
  3. रूस की लापरवाही के चलते कुछ समय के लिए ISS आउट ऑफ कंट्रोल हो गया था.

इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन में दरारें

अंतरिक्ष यात्रियों ने इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन के एक सेगमेंट में नई दरारें पड़ने की बात कही है. वैज्ञानिकों को डर है कि ये दरारें और चौड़ी हो सकती हैं. वैज्ञानिकों ने आगाह करते हुए कहा है कि ऐसी संभावना है, ये दरारें आने वाले समय में और चौड़ी हो जाएं. Reuters की खबर के मुताबिक, रॉकेट एंड स्पेस कॉर्पोरेशन एनर्जिया के चीफ इंजीनियर Vladimir Solovyov ने RIA न्यूज एजेंसी से बात करते हुए कहा कि Zarya मॉड्यूल की सतह पर कहीं कहीं दरारें देखी गई हैं.

स्थिति भयावह होगी

हालांकि क्या इन दरारों से हवा लीक हो सकती है? इस पर अधिकारियों ने कुछ स्पष्ट ​नहीं किया है. इससे पहले कहा गया था कि इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन के ज्यादातर उपकरण पुराने हो चुके हैं और 2025 के बाद ये उपकरण टूट सकते हैं. यह स्थिति भयावह होगी.

रूसी अधिकारियों ने पिछले महीने इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन के नियंत्रण से बाहर होने के लिए सॉफ्टवेयर में गड़बड़ी और 'मानवीय भूल' को जिम्मेदार ठहराया था. वहीं रूस की स्पेस एजेंसी Roscosmos ने पिछले महीने Zvezda सर्विस मॉड्यूल में दबाव में गिरावट की सूचना दी थी.

रूस की लापरवाही 

बता दें कि अंतरिक्ष में वैज्ञानिक प्रयोगों के लिए बनाया गया अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन पिछले महीने रूस की लापरवाही के चलते कुछ समय के लिए आउट ऑफ कंट्रोल हो गया था. जिसके बाद अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के वैज्ञानिकों ने बड़ी मुश्किल से अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन पर दोबारा नियंत्रण स्थापित किया.

रूसी अंतरिक्ष एजेंसी ने कहा है कि वह 2024 तक इसका हिस्सा बनी रहेगी. अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन पर घटना तब हुई जब रूस की नउका लैब मॉड्यूल आईएसएस से कनेक्ट हो रही थी. इस दौरान मॉड्यूल के जेट थ्रस्टर्स को अनजाने में कुछ घंटों तक ऑन रखा गया, जिससे पूरा अंतरिक्ष स्टेशन ही अपने रास्ते से भटक गया.

करना पड़ा स्पेसक्राफ्ट इमरजेंसी का ऐलान 

नासा ने बताया कि यह दुर्घटना रूस के नउका साइंस माड्यूल के अंतरिक्ष स्टेशन पर कनेक्ट होने के तीन घंटे बाद शुरू हुई थी. इस दौरान रूसी स्पेस एजेंसी के वैज्ञानिक मॉड्यूल को डॉक किए जाने के बाद कुछ रिकनफिगरेशन का काम कर रहे थे.

अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी के अधिकारियों ने कहा कि मॉड्यूल के जेट बेवजह फिर से शुरू हो गए, जिससे पूरा स्पेस स्टेशन पृथ्वी से लगभग 250 मील ऊपर अपनी सामान्य उड़ान की स्थिति से बाहर निकल गया. इसके बाद मिशन फ्लाइट डायरेक्टर को स्पेसक्राफ्ट इमरजेंसी तक का ऐलान करना पड़ा.

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