प्रोफेशनल बॉक्सिंग में पदार्पण से पहले पसीना बहा रहे विजेंदर
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प्रोफेशनल बॉक्सिंग में पदार्पण से पहले पसीना बहा रहे विजेंदर

मैनचेस्टर में 10 अक्तूबर को पेशेवर मुक्केबाजी (प्रोफेशनल बॉक्सिंग) में पदार्पण करने जा रहे भारत के स्टार मुक्केबाज विजेंदर सिंह इन दिनों 8 से 10 घंटे जिम में बिता रहे हैं।

प्रोफेशनल बॉक्सिंग में पदार्पण से पहले पसीना बहा रहे विजेंदर

नई दिल्ली : मैनचेस्टर में 10 अक्तूबर को पेशेवर मुक्केबाजी (प्रोफेशनल बॉक्सिंग) में पदार्पण करने जा रहे भारत के स्टार मुक्केबाज विजेंदर सिंह इन दिनों 8 से 10 घंटे जिम में बिता रहे हैं।

विजेंदर ने कहा, ‘यह दफ्तर जाने जैसा है। बस फर्क इतना है कि मैं दफ्तर की जगह जिम जाता हूं।’ उसने कहा, ‘जिम में मेरा दिन सुबह साढ़े दस बजे पर शुरू होता है। फिर एक बजे लंच ब्रेक होता है और फिर शाम को जिम।’ विजेंदर ने कहा कि आम तौर पर रोज वर्जिश, अलग-अलग जोड़ीदारों के साथ अभ्यास और तैराकी के सत्र होते हैं।

ओलंपिक और विश्व चैम्पियनशिप में पदक जीतने वाले भारत के पहले मुक्केबाज ने कहा, ‘जब तक दिन पूरा होता है, मैं बुरी तरह थक जाता हूं। यह थकाऊ है लेकिन मुझे मजा आ रहा है। मेरा शरीर बहुत फिट हो गया है।’ अभी तक उसके प्रमोटर क्वींसबेरी और आईओएस ने उसके प्रतिद्वंद्वी का खुलासा नहीं किया है लेकिन विजेंदर ने कहा कि इसे लेकर वह चिंतित नहीं है।

उसने कहा, ‘इससे क्या फर्क पड़ता है। अमैच्योर मुक्केबाजी में मुझे मुकाबले के दिन या एक दिन पहले अपने विरोधी के बारे में पता चलता था। यहां एक हफ्ता पहले पता चलेगा। इतना समय काफी है क्योंकि खेलना मुझे है। मैं खुद पर फोकस करना पसंद करता हूं।’ 

विजेंदर ने कहा, ‘मैं किसी और चीज के बारे में नहीं सोचता। जब मैं रिंग में होता हूं तो मेरा काम प्रतिद्वंद्वी को चित करना या चित होने के लिये तैयार रहना होता है। मैं खुद पर फोकस करता हूं।’ विजेंदर का कैरियर विवादों से घिरा रहा है चूंकि उसके नियोक्ता हरियाणा पुलिस ने उसे पेशेवर मुक्केबाजी में उतरने की अनुमति नहीं दी थी। कानूनी अड़चनों से निपटने के बाद उसे अनुमति मिली।

वह फिलहाल मशहूर ट्रेनर ली बीयर्ड के साथ अभ्यास कर रहे हैं और इस ब्रिटिश ट्रेनर ने उनकी पूरी तकनीक बदल दी है। उसने कहा, ‘मैं सीधे पंच लगाने में यकीन रखता था लेकिन अब बॉडी ब्लो पर मेहनत कर रहा हूं। पेशेवर मुक्केबाजी में शरीर पर पंच लगाना अहम है जिस पर मैं मेहनत कर रहा हूं।’ विजेंदर का ट्रेनिंग स्टाफ ब्रिटिश है और हरियाणा के इस मुक्केबाज ने कहा कि एक खिताब जीत लेने के बाद वह किसी भारतीय को नियुक्त करेंगे।

उसने कहा, ‘मुझे ब्रिटिश ट्रेनिंग स्टाफ से कोई दिक्कत नहीं है। सभी बेहतरीन है। एक बार खिताब जीतने पर मैं भारतीय को भी रखूंगा। फिलहाल जो मेरे पास है, मैं उससे खुश हूं।’

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