एशियन गेम्स 2018 : पहली बार नजर आएंगे ये 10 खेल, ताश के पत्तों का खेल भी बना हिस्सा
Advertisement

एशियन गेम्स 2018 : पहली बार नजर आएंगे ये 10 खेल, ताश के पत्तों का खेल भी बना हिस्सा

एशियन गेम्स में इस बार 40 खेल होंगे. इनमें 28 ओलंपिक और आठ नॉन-ओलंपिक खेल हैं. चार खेल ओलंपिक गेम्स में शामिल तो किए जा चुके हैं, पर उनके मुकाबले भविष्य में होंगे.

18 अगस्त से हो रहा है एशियन गेम्स का आगाज (फाइल फोटो)

नई दिल्ली : इंडोनेशिया में आज से शुरू हो रहे 18वें एशियन गेम्स में 10 खेल ऐसे हैं, जो पहली बार इन खेलों का हिस्सा बने हैं. 18वें एशियन गेम्स जकार्ता और पालेमबांग में 18 अगस्त से होने हैं, , जो दो सितम्बर तक जारी रहेंगे. इसका उद्घाटन समारोह भारतीय समयानुसार शाम 5.30 बजे से हो चुका है. इसके बाद, प्रतिस्पर्धा करने वाले देशों की टीमों की परेड निकलेगी. इस समारोह का समापन रात नौ बजे होगा. 18 अगस्त से 2 सितंबर तक चलने वाले इस एशियाई महाकुंभ में 40 खेलों की लगभग 67 स्पर्धाएं होंगी. जहां 28 ओलंपिक स्पोर्ट्स, 4 नए ओलंपिक स्पोर्ट्स और 8 नॉन ओलंपिक स्पोर्ट्स खेले जाएंगे. इस बार भारत ने 34 खेलों में अपनी भागीदारी को तय किया है.

  1. ताश के पत्तों का खेल पहली बार शामिल हुआ
  2. पारंपरिक इंडोनेशियाई मार्शल आर्ट्स  भी शामिल
  3. उज्बेकिस्तान का पारंपरिक मार्शल आर्ट्स भी शामिल

कॉन्ट्रेक्ट ब्रिज : भारत में ताश के खेल से हर कोई परिचित है. पर ताश के पत्तों का खेल पहली बार एशियन गेम्स का हिस्सा बना है. इसमें दो खिलाड़ियों की जोड़ी प्रतिद्वंद्वी टीम को टक्कर देती है. इसमें चार गोल्ड के लिए 14 देशों के 217 खिलाड़ी उतरेंगे.

3 गुणा 3 बॉस्केटबॉल : इस खेल में चार खिलाड़ियों की एक टीम शामिल होती है. तीन खिलाड़ी मैदान पर और एक खिलाड़ी रिजर्व होता है. बॉस्केटबॉल का खेल फुल कोर्ट पर होता है, जबकि इस इवेंट का खेल हॉफ कोर्ट पर होता है.

जेट स्की : इस खेल का आयोजन 23 से 26 अगस्त तक जकार्ता के एनकोल बीच पर होगा. इसमें एथलीट चार अलग वर्गों इंड्योरेंस रुनाबाउट ओपन, रुनाबाउट 1100 स्टॉक, रुनाबाउट लिमिटेड और स्की मोडिफाइड में हिस्सा लेंगे.

पैराग्लाइडिंग : इस इवेंट में एथलीट दो वर्गो में हिस्सा लेंगे. आयोजकों ने आयोजन स्थल में हवा के दबाव और अन्य संबंधित चीजों का बेहतर रूप से मुआयना किया है. इसमें छह गोल्ड मेडल दांव पर होंगे.

पेनकेक सिलाट : यह पारंपरिक इंडोनेशियाई मार्शल आर्ट्स का एक प्रकार है. मेजबान देश ने मार्शल आर्ट्स के ऐसे तीन इवेंट एशियन गेम्स में शामिल किए हैं. इन इवेंट में स्थानीय एथलीटों के पास पदक जीतने का ज्यादा मौका होगा.

जु-जित्सु : शतरंज की तरह खेले जाने वाले इस मार्शल आर्ट्स इवेंट में रणनीति और योजना की भूमिका अहम होती है. इसमें कुश्ती के भी कुछ रूप शामिल होते हैं. तीन स्तरों में इसका आयोजन होता है. इसमें आठ गोल्ड दांव पर होंगे.

साम्बो : बिना हथियारों के आत्मरक्षा का गुण सिखाने वाली इस इवेंट को भी पहली बार एशियन गेम्स में जगह मिली है. यह जापान के जु-जित्सु खेल से प्रेरित है. इसमें चार गोल्ड दांव पर हैं. इसके मुकाबले 31 अगस्त और एक सितंबर को होंगे.

कुराश : यह उज्बेकिस्तान का पारंपरिक मार्शल आर्ट्स है. यह जूडो और कुश्ती के संयोजन से बना है. यह खेल दोनों प्रतिद्वद्वियों के बीच मैट पर खड़े-खड़े ही खेला जाता है. दोनों खिलाड़ी मैट पर गिरने से बचने की कोशिश करते हैं.

क्लाइंबिंग : स्पोर्ट्स क्लाइंबिंग का आयोजन 23 से 27 अगस्त तक पालेमबांग के जाकाबारिंग स्पोर्ट्स सिटी एथलेटिक परिसर में होगा. इसमें छह गोल्ड मेडल दांव पर होंगे. 

रोलर स्पोर्ट्स : यह स्केटबोर्डिग और इन लाइन स्पीट स्केटिंग की स्पर्धा है. इसका आयोजन पालेमबांग के जाकाबारिंग स्पोर्ट्स सिटी के रोलर पार्क में होगा. इसमें छह गोल्ड मेडल दांव पर होंगे.

Trending news