VIDEO : यादें कर लीजिए ताजा, 2002 के सेमीफाइनल में दक्षिण अफ्रीका से इस रोमांचक अंदाज में जीता था भारत
Advertisement

VIDEO : यादें कर लीजिए ताजा, 2002 के सेमीफाइनल में दक्षिण अफ्रीका से इस रोमांचक अंदाज में जीता था भारत

1 जून से चैंपियंस ट्रॉफी का आगाज हो जाएगा. चैंपियंस ट्रॉफी में भाग लेने टीम इंडिया इंग्लैंड पहुंच गई है. बुधवार को इंग्लैंड रवाना होने से पहले विराट ने चैंपियंस ट्रॉफी को लेकर अपनी मंशा साफ कर दी. विराट ने कहा वो और उनकी टीम एक बार फिर क्रिकेट का लुत्फ उठाएंगी.

चैंपियंस ट्रॉफी 2002 का रोमांचक सेमीफाइनल मैच, भारत ने दक्षिण अफ्रीका से छीनी थी जीत (FILE PHOTO)

नई दिल्ली : 1 जून से चैंपियंस ट्रॉफी का आगाज हो जाएगा. चैंपियंस ट्रॉफी में भाग लेने टीम इंडिया इंग्लैंड पहुंच गई है. बुधवार को इंग्लैंड रवाना होने से पहले विराट ने चैंपियंस ट्रॉफी को लेकर अपनी मंशा साफ कर दी. विराट ने कहा वो और उनकी टीम एक बार फिर क्रिकेट का लुत्फ उठाएंगी.

कप्तान के रूप में विराट के लिए यह पहली बड़ी प्रतियोगिता है. विराट ने प्रेस को संबोधित करते हुए कहा, हम इस बार खिताब के ज्यादा मजबूत दावेदार हैं. हालांकि, भारत ने पिछले कुछ महीनों से वनडे क्रिकेट नहीं खेली है. भारत ने न्यूजीलैंड के खिलाफ वनडे सीरीज खेली थी. उसमें 3-2 से जीत हासिल की थी. उसके बाद भारत ने केवल वनडे और टी-20 क्रिकेट खेली है. ऐसे में वनडे क्रिकेट में लय पाना टीम इंडिया के लिए आसान नहीं होगा.

टीम इंडिया ने दो बार चैंपियंस ट्रॉफी अपने नाम की है. पहली बार 2002 में श्रीलंका के साथ उसे ये ट्रॉफी साझा करनी पड़ी थी और दूसरी बार 2013 में एमएस धोनी की कप्तानी में भारत चैंपियंस ट्रॉफी का विजेता बना था. 

2002 में सेमीफाइनल में टीम इंडिया ने दक्षिण अफ्रीका के जबड़े से जीत कर फाइनल में अपनी जगह बनाई थी. दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ साल 2002 की चैम्पियंस ट्रॉफी सेमीफाइनल में मिली जीत काफी रोमांचित करने वाली है. 

इस मैच में भारत ने पहले बल्लेबाजी की थी. वीरेंद्र सहवाग और युवराज सिंह की अर्धशतकीय पारियों की बदौलत भारत ने दक्षिण अफ्रीका के सामने जीत के लिए 261 रनों का लक्ष्य रखा था. राहुल द्रविड़ ने भी 49 रनों की अहम पारी खेली, जिससे भारत को 250 रनों आकड़ा पार करने में आसानी हुई. वीरेंद्र सहवाग ने 58 गेंदों में 59 रन की पारी खेली और भारत को एक अच्छी शुरुआत दी थी. 

भारत के दिए टारगेट का पीछा करते हुए साउथ अफ्रीका ने पारी के तीसरे ही ओवर में ओपनर ​ग्रीम स्मिथ का विकेट गंवा दिया. इसके बाद हर्शल गिब्स के साथ जैक्स कैलिस ने मोर्चा संभाला और भारतीय गेंदबाजों पर भारी पड़ने लगे. इन दोनों बल्लेबाजों ने कुछ बेहतरीन शॉट्स लगाए और भारतीय गेंदबाजों को इन्हें आउट करने का कोई तोड़ नहीं मिल रहा था. 

धीरे-धीरे मैच में भारत की जीत की उम्मीद धुंधलाती नजर आने लगी थी.  हर्शल गिब्स ने पारी के 32वें ओवर में अपना शतक पूरा किया. दूसरे छोर से जैक्स कैलिस भी अच्छी पारी खेल रहे थे और दोनों ने मिलकर दक्षिण अफ्रीका के स्कोर को 190 तक पहुंचा दिया था. तभी हर्शल गिब्स को हैमस्ट्रिंग इंजरी हो गई और उन्हें रिटायर हर्ट होकर पवेलियन जाना पड़ा. इस समय साउथ अफ्रीका का स्कोर 192/1 था.

हर्शल गिब्स 116 रन के स्कोर पर रिटायर हर्ट होकर पवेलियन वापस लौटे और यहीं से मैच का पासा पलट गया. हरभजन सिंह ने दक्षिण अफ्रीकी पारी के 39वें ओवर में दो विकेट लेकर मैच में नया मोड़ ला दिया. युवराज सिंह ने शॉर्ट फाइनलेग पर जॉन्टी रोड्स का लाजवाब कैच पकड़ते हुए मैच में भारत को वापसी दिला दी. 

इसी ओवर में हरभजन का विकेट झटक कर दक्षिण अफ्रीकी टीम की लय बिगाड़ दी. क्रीज पर जैक्स कैलिस मौजूद थे, लेकिन दूसरे छोर पर दक्षिण अफ्रीका के बल्लेबाज भारतीय स्पिनर्स के सामने संघर्ष कर रहे थे. मैच के 44वें ओवर में वीरेंद्र सहवाग ने मार्क बाउचर को आउट कर दिया, अब दक्षिण अफ्रीका को 33 39 गेंदों में 49 रन बनाने थे.

बाउचर के आउट होने के बाद 1999 विश्व कप के हीरो लांस क्लूजनर मैदान पर बल्लेबाजी के लिए आए थे. उन्होंने 14 रन बनाने के लिए 21 गेंदों का समाना किया, 6 विकेट सुरक्षित होने के बावजूद दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाजों से आखिरी ओवर्स में रन नहीं बन पा रहे थे. आखिरी ओवर में दक्षिण अफ्रीका को जीत के लिए 21 रन बनाने थे और तत्कालीन कप्तान सौरव गांगुली ने गेंद वीरेंद्र सहवाग के हाथ में सौंप दी. 

उनके ओवर की पहली गेंद को जैक्स कैलिस ने मिड विकेट बाउंड्री के बाहर छह रन के लिए भेज दिया. अगली गेंद पर सहवाग ने कैलिस को आउट कर दिया और यह विकेट दक्षिण अफ्रीका के ताबूत में आखिरी कील साबित हुआ. वीरेंद्र सहवाग ने आखिरी गेंद पर लांस क्लूजनर को भी चलता कर दिया और भारत ने यह मुकाबला 10 रनों से अपने नाम कर लिया.

Trending news