मुंबई ने 11 साल बाद जीती विजय हजारे ट्रॉफी, फाइनल में दिल्ली को हराया
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मुंबई ने 11 साल बाद जीती विजय हजारे ट्रॉफी, फाइनल में दिल्ली को हराया

मुंबई ने बेंगलुरू में खेले गए फाइनल में दिल्ली को 4 विकेट से हराया. उसने यह खिताब तीसरी बार जीता है. 

मुंबई की टीम विजय हजारे ट्रॉफी के साथ. उसने फाइनल में दिल्ली को हराया. (फोटो: PTI)

बेंगलुरू: मुंबई ने दिल्ली को हराकर विजय हजारे ट्रॉफी जीत ली है. उसने शनिवार को बेंगलुरू के एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम में खेले गए खिताबी मुकाबले में दिल्ली को 4 विकेट से हराया. मुंबई ने यह खिताब 11 साल के लंबे अंतराल के बाद जीता है. उसने इससे पहले 2006-2007 और 2003-2004 में यह खिताब जीता था. 

मुंबई ने 35वें ओवर में ही जीत लिया मैच 
मुंबई के कप्तान श्रेयस अय्यर ने बेंगलुरू में खेले गए मैच में टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला लिया. उनका यह फैसला सही साबित हुआ. मुंबई के गेंदबाजों ने दिल्ली की पूरी पारी 177 रन पर समेट दी. गौतम गंभीर की कप्तानी में खेल रही दिल्ली की टीम 45.4 ओवर ही क्रीज पर टिक सकी. मुंबई ने इसके जवाब में 35 ओवर में 6 विकेट पर 180 रन बनाकर मैच जीत लिया. 
 

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मुंबई के कप्तान श्रेयस अय्यर विजय हजारे ट्रॉफी के साथ. (फोटो: PTI) 

तारे का अर्धशतक, पृथ्वी शॉ सिर्फ 8 रन बना सके 
आसान से दिख रहे लक्ष्य के जवाब में मुंबई की शुरुआत खराब रही. उसके युवा स्टार पृथ्वी शॉ तीन गेंद पर आठ रन बनाकर आउट हुए. दिल्ली ने एक समय मुंबई के चार विकेट महज 40 रन पर झटक लिए थे. लेकिन आदित्य तारे और सिद्धेश लाड ने पांचवें विकेट के लिए 105 रन की साझेदारी कर दिल्ली के अरमानों पर पानी फेर दिया. आदित्य तारे ने 89 गेंद पर 71 रन की पारी खेली और मैन ऑफ द मैच चुने गए. उन्होंने 13 चौके और एक छक्का जमाया. सिद्धेश लाड 68 गेंद पर 48 रन बनाकर आउट हुए. दिल्ली की ओर से तेज गेंदबाज नवदीप सैनी ने तीन विकेट लिए. 

दिल्ली की ओर से सिर्फ हिम्मत ने दिखाई हिम्मत 
दिल्ली की ओर से सिर्फ हिम्मत सिंह ही मुंबई के गेंदबाजों का ठीक-ठाक सामना कर पाए. उन्होंने अपनी टीम की ओर से सबसे अधिक 41 रन बनाए. ध्रव शौरे ने 31, सुबोध भाटी ने 25, पवन नेगी ने 21 रन की पारियां खेलीं. इन चारों के अलावा दिल्ली का कोई भी बल्लेबाज 20 की रनसंख्या पार नहीं कर सका. कप्तान गौतम गंभीर एक, मनन शर्मा पांच और उन्मुक्त चंद 13 रन बनाकर आउट हुए. मुंबई की ओर से धवल कुलकर्णी और शिवम दुबे ने तीन-तीन और तुषार देशपांडे ने दो विकेट लिए. 

दूसरी बार फाइनल हारी दिल्ली 
गौतम गंभीर की अगुवाई में उतरी दिल्ली एक बार फिर विजय हजारे ट्रॉफी जीतने में नाकाम रही. इससे पहले उसे 2015 में खेले गए फाइनल में गुजरात के खिलाफ शिकस्त झेलनी पड़ी थी. दिल्ली ने यह खिताब सिर्फ एक बार 2012 में जीता है. 

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