बढ़ती उम्र के साथ निखरता जा रहा है टीम इंडिया का यह खिलाड़ी
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बढ़ती उम्र के साथ निखरता जा रहा है टीम इंडिया का यह खिलाड़ी

क्रिकेट लीजेंड सुनील गावस्कर नेहरा की वापसी से काफी खुश हैं. उन्होंने कहा, जब भी कोई खिलाड़ी 30-32 साल की उम्र को पार कर लेता है तो इसके बाद टीम में उसकी जगह पक्की नहीं रह जाती. 

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी-20 में आशीष नेहरा की वापसी

नई दिल्ली  : ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी-20 टीम का सलेक्शन हो चुका है. इस टीम में कई ऐसे खिलाड़ियों को शामिल किया गया है, जिनका नाम सुनते ही हर कोई हैरान रह गया था. वहीं, दूसरी और इस टी-20 से कुछ ऐसे खिलाड़ियों को बाहर रखा गया है, जिनकी उम्मीद शायद किसी को नहीं थी. आशीष नेहरा और दिनेश कार्तिक को टीम में एंट्री मिलने पर जितनी हैरानी हुई थी, उससे कहीं ज्यादा लोग इस बात से चौंके थे कि इस टीम में अजिंक्य रहाणे को जगह नहीं मिल पाई. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 5 मैचों की वनडे सीरीज में लगातार 4 मैचों में अर्धशतक जड़ने वाले अजिंक्य रहाणे को टी-20 में जगह न मिलने से हर कोई हैरान है तो वहीं, 38 साल के नेहरा की टी-20 में वापसी भी किसी सरप्राइज से कम नहीं है. 

  1. पहला मैच 7 अक्टूबर को रांची में खेला जाएगा
  2. दूसरे मैच 10 अक्टूबर को गुवाहाटी में खेला जाएगा
  3. तीसरा मैच 13 अक्टूबर को हैदराबाद में खेला जाएगा

हालांकि, क्रिकेट दिग्गजों ने आशीष नेहरा की वापसी को सही ठहराया है. क्रिकेट लीजेंड सुनील गावस्कर नेहरा की वापसी से काफी खुश हैं. उन्होंने कहा, जब भी कोई खिलाड़ी 30-32 साल की उम्र को पार कर लेता है तो इसके बाद टीम में उसकी जगह पक्की नहीं रह जाती. मैं बेहद खुश हूं. 38 साल के नेहरा अभी भी भारतीय टीम में खेल रहे हैं और अच्छा प्रदर्शन भी कर रहे हैं. मुझे पूरी उम्मीद है कि नेहरा ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बेहतरीन खेल दिखाएंगे.

वहीं, भारतीय टीम के पूर्व सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग का कहना है कि आशीष नेहरा अपनी फिटनेस के कारण टी-20 टीम में जगह बना पाने में सफल हुए हैं. सहवाग का मानना है कि नेहरा फिटनेस के मामले में कप्तान विराट कोहली से 19 नहीं हैं.

सहवाग ने कहा, "मुझे नहीं लगता कि विश्व कप खेलने के लिए उम्र को पैमाना होना चाहिए, अगर नेहरा फिट हैं, रन कम दे रहे हैं और विकेट ले रहे हैं तो उन्हें क्यों नही टीम में होना चाहिए? 42 की उम्र में सनथ जयसूर्या और 40 की उम्र में अगर सचिन तेंदुलकर खेल सकते हैं तो नेहरा क्यों नही? मुझे खुशी है कि वह टीम का हिस्सा हैं और मैं चाहता हूं कि वह भविष्य में और मैच खेलें." 

'किंग ऑफ कमबैक' आशीष नेहरा की उम्र भले ही 38 साल हो, लेकिन उनकी फिटनेस अनेक युवा खिलाड़ियों को मात करती है. नेहरा को शायह ही कभी खराब फॉर्म की वजह से टीम से बाहर किया गया हो. वह अब तक 12 सर्जरी करा चुके हैं, लेकिन दिल्ली का यह शानदार क्रिकेटर हर बार एक नए रूप में वापस लौटता है. नेहरा ने अपना अंतिम मैच इस साल के शुरू में इंग्लैंड के खिलाफ खेला था. इंग्लैंड वही विरोधी टीम है जिसके खिलाफ 2003 में पहली बार नेहरा सुर्खियों में आए थे. 

यह संभव है कि नेहरा 2019 के वर्ल्ड कप में टीम में न हों लेकिन यदि उन्हें मौका मिलता है तो ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले टी20 में उनकी गेंदबाजी देखने लायक होगी. खासकर इसलिए क्योंकि वह अब भी 140 की गति से गेंदे फेंकते हैं. आशीष नेहरा वनडे में 2 बार 6 विकेट लेने वाले भारत के अकेले गेंदबाज हैं. उन्होंने श्री लंका और इंग्लैंड के खिलाफ यह कारनामा किया है.

नेहरा की टी-20 टीम में वापसी काफी असाधारण हैं, क्योंकि आज की तारीख में दुनिया में शायद ही किसी टीम में कोई 38 साल का तेज गेंदबाज अंतरराष्ट्रीय टीम में शामिल है!
बता दें कि शेन वॉर्न, अनिल कुंबले, रंगना हेराथ और ब्रैड हॉग जैसे स्पिन गेंदबाजों ने 35 से ज्यादा की उम्र तक क्रिकेट खेला. खासकर तेज गेंदबाजी में स्ट्रैंथ का काम है और औसतन 32-33 साल के बाद कोई भी फास्ट बॉलर अपनी पुरानी धार नहीं दिखा पाता.

बता दें कि 26 जनवरी 2016 को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ही नेहरा ने टी-20 की टीम इंडिया में वापसी की थी. तब से अब तक उन्होंनें 18 मैचों में 21.66 की बेमिसाल औसत और 7.22 के अच्छे इकॉनमी रेट के साथ 21 विकेट लिए. ये इकॉनमी रेट इसलिए अच्छा है क्योंकि नेहरा शुरुआती ओवर्स और डेथ ओवर्स में ही गेंद फेंकते हैं. यानी एक वक्त तब जब मैदान पर फील्ड रिस्ट्रिक्शन होता है और दूसरा तब जब बल्लेबाज गेंदबाजों को मारने के लिए हर तरह का जोखिम लेता है.

आशीष नेहरा इस समय टीम में सबसे उम्रदराज खिलाड़ी हैं. अपने लंबे अंतरराष्ट्रीय करिअर में वह सात खिलाड़ियों की कप्तानी में खेल चुके हैं. एक सीरीज में तो वह इंजमाम उल हक की कप्तानी में भी खेल चुके हैं. आशीष नेहरा मोहम्मद अजहरुद्दीन से लेकर टीम इंडिया के वर्तमान कप्तान विराट कोहली की कप्तानी में खेल चुके हैं. इनके अलावा नेहरा ने धोनी, द्रविड़, गंभीर, गांगुली और सहवाग की कप्तानी में भी टीम इंडिया की ओर से खेल चुके हैं.

2005 में आशीष नेहरा एड़ी में चोट के बाद टीम से बाहर हो गए थे. 2 साल तक टीम से बाहर रहने के कारण वह मानसिक और शारीरिक रूप से काफी परेशान रहे. नेहरा ने अपने करियर खराब वक्त के बारे में बात करते हुए एक इंटरव्यू में कहा था कि उस दौरान टीममेट युवराज सिंह और जहीर खान ने मेरा साथ दिया. दोनों ने मुझे फिटनेस पर ध्यान देने के लिए खूब प्रोत्साहित किया था. 

गौरतलब है कि 7 अक्टूबर से शुरू हो रही तीन टी-20 मैचों की सीरीज के लिए चयनकर्ताओं ने आषीश नेहरा और दिनेश कार्तिक को चुना है. 7 अक्टूबर को रांची में, 10 अक्टूबर को गुवाहाटी में और तीसरा और आखिरी टी-20 मैच 13 अक्टूबर को हैदराबाद में खेला जाएगा.

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