नई दिल्ली: ऑस्ट्रेलिया दौरे पर जा रही भारतीय टीम की तेज गेंदबाजी को काफी मजबूत बताया जा रहा है. पूर्व क्रिकेटर आशीष नेहरा ने इसके बावजूद भारतीय तेज गेंदबाजों को सतर्क रहने की सलाह दी है. उन्होंने कहा कि भारतीय तेज गेंदबाजों ने भले ही इस साल विदेशी सरजमीं पर अच्छा प्रदर्शन किया हो, लेकिन ऑस्ट्रेलिया की मुश्किल परिस्थितियां उनके लिए काफी चुनौतीपूर्ण होंगी. भारत की टीम 16 नवंबर को ऑस्ट्रेलिया रवाना होगी.
बदलाव के दौर से गुजर रही है ऑस्ट्रेलिया की टीम
आशीष नेहरा 2003-04 के दौरे में ऑस्ट्रेलिया से सीरीज 1-1 से ड्रॉ खेलने वाली भारतीय टीम के सदस्य थे. आशीष नेहरा ने कहा, ‘ऑस्ट्रेलियाई टीम अभी बदलाव के दौर से गुजर रही है. निसंदेह यह भारत के लिए बहुत अच्छा मौका है. हमारे पास ऐसा गेंदबाजी आक्रमण है जो उन्हें परेशानी में डाल सकता है. लेकिन हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि ऑस्ट्रेलिया में परिस्थितियां काफी कड़ी होंगी जहां विकेट सपाट होता है और काफी गर्मी होती है.’
उछाल से तालमेल बिठाने के बाद बैटिंग आसान
आशीष नेहरा का मानना है कि वर्तमान तेज गेंदबाजों में सफल होने की क्षमता तो है, लेकिन इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका की तुलना में वहां की परिस्थितियां अलग होंगी. आशीष नेहरा ने कहा, ‘ऑस्ट्रेलिया में आपको अतिरिक्त उछाल मिल सकती है, लेकिन वहां कूकाबूरा की सिलाई खत्म होने तक थोड़ा मूवमेंट मिलेगा. वहां इंग्लैंड जैसा नहीं होगा, जहां गेंद पूरे दिन स्विंग लेती है. एक बार उछाल से सामंजस्य बिठाने के बाद बल्लेबाज आप पर पूरे दिन शॉट खेल सकता है.’
ऑस्ट्रेलिया में लंबा स्पैल करना मुश्किल
ऑस्ट्रेलिया के मैदान हमेशा तेज गेंदबाजों के लिए फिटनेस संबंधी चुनौती भी पेश करते हैं. उन्होंने कहा, ‘इंग्लैंड में अगर आपका तेज गेंदबाज छह ओवर के स्पैल में दो विकेट लेता है तो कप्तान कुछ और विकेट हासिल करने के लिए दो या तीन अधिक ओवर उसे देता है. ऑस्ट्रेलिया में हमेशा ऐसा नहीं किया जा सकता है. वहां लंबे-लंबे स्पेल में गेंदबाजी करना मुश्किल होता है.’
भुवी के पहले टेस्ट में खेलने की उम्मीद कम
नेहरा के अनुसार एडिलेड में शुरू होने वाली टेस्ट सीरीज में जसप्रीत बुमराह और इशांत शर्मा प्लेइंग इलेवन में रहेंगे. मोहम्मद शमी और उमेश यादव में से किसी एक को चुना जा सकता है. उन्होंने कहा, ‘मुझे नहीं लगता कि भुवनेश्वर कुमार पहले टेस्ट मैच में खेलेंगे. उसे कूकाबूरा की पुरानी गेंद से थोड़ी परेशानी होती है क्योंकि यह ड्यूक या एसजी टेस्ट की तरह स्विंग या सीम नहीं होती है.’

उमेश यादव निभा सकते हैं अहम भूमिका
नेहरा का मानना है कि उमेश यादव अपनी शानदार फिटनेस, अनुभव और कौशल से ऑस्ट्रेलियाई दौरे में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं. उन्होंने कहा, ‘वह दमदार गेंदबाज है और भारतीय तेज गेंदबाजों में सबसे फिट है. भारतीय परिस्थितियों में उसका प्रदर्शन इसका सबूत है जब वह 65 से 70 ओवर पुरानी गेंद को भी रिवर्स करा सकता है. इसके लिए आपको कौशल और ताकत दोनों की जरूरत पड़ती है.’