स्पिन का जादूगर आज मना रहा है 51वां जन्मदिन, ‘फिक्सिंग’ और डोपिंग में भी जुड़ा नाम
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स्पिन का जादूगर आज मना रहा है 51वां जन्मदिन, ‘फिक्सिंग’ और डोपिंग में भी जुड़ा नाम

1990 का दशक शेन वार्न, अनिल कुंबले और मुथैया मुरलीधरन की स्पिन तिकड़ी के लिए याद आता है. आज इनमें से ही एक खिलाड़ी का जन्मदिन है. 

ऑस्ट्रेलिया के शेन वार्न और श्रीलंका के मुथैया मुरलीधरन (दाएं) ने इंटरनेशनल क्रिकेट में कुल मिलाकर 2348 विकेट लिए हैं. (फाइल फोटो)

नई दिल्ली: क्रिकेट में हर दौर कुछ खासियत लिए होता है. जब भी उस दौर की बात होती है, तो उन खासियतों का भी जिक्र जरूर होता है. जैसे जब 1980 के दशक की बात आती है तो दुनिया के चार बेहतरीन ऑलराउंडर (कपिल, इमरान, बॉथम, हैडली) याद आते हैं. ऐसे ऑलराउंडर एक साथ पहले कभी नहीं देखे गए. भविष्य किसी ने नहीं देखा है. ऐसे ही 1990 का दशक सचिन तेंदुलकर-ब्रायन लारा की प्रतिद्वंद्विता और शेन वार्न, अनिल कुंबले और मुथैया मुरलीधरन की स्पिन तिकड़ी के लिए याद आता है. आज (13 नवंबर) इसी तिकड़ी का एक सदस्य 51वां जन्मदिन मना रहा है. 

हम बात कर रहे हैं ऑस्ट्रेलिया के शेन वॉर्न की. यूं तो शेन वॉर्न (Shane Warne) से पहले और बाद में कई स्पिनर आए और आएंगे. मुथैया मुरलीधरन तो उनसे ज्यादा विकेट भी ले चुके हैं. लेकिन स्पिन का जादूगर शेन वॉर्न को ही कहा गया. शेन वॉर्न ने 21 साल की उम्र में टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू किया और फिर पीछे मुड़कर नहीं देखा. भारत के खिलाफ पहला टेस्ट मैच खेलने वाले इस क्रिकेटर ने संन्यास लेने तक अपना राज कायम रखा. जब उन्होंने संन्यास लिया तब भी वे दुनिया के सबसे बेहतरीन लेग स्पिनर थे. 

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1993 में फेंकी बॉल ऑफ द सेंचुरी 
शेन वॉर्न की फेंकी कई गेंदें क्रिकेट इतिहास में स्वर्णाक्षरों से दर्ज हैं. उन्होंने अपने करियर में एक ऐसी गेंद भी फेंकी, जिसे ‘बॉल ऑफ द सेंचुरी’ कहा जाता है. वॉर्न 1993 में एशेज सीरीज के दौरान इस गेंद पर माइक गेटिंग को बोल्ड किया था. यह गेंद लेग स्टंप से काफी बाहर पिच होकर माइक गैटिंग का ऑफ स्टंप उड़ा ले गई थी. 

कप्तान नहीं बन पाने का मलाल 
शेन वॉर्न 1999 में ऑस्ट्रेलिया के उप कप्तान भी बने. उन्हें कभी कप्तान बनने का मौका नहीं मिला. वॉर्न को इस बात का हमेशा मलाल रहा कि वो टीम की कप्तानी नहीं कर सके. वैसे उन्होंने कप्तानी का हुनर आईपीएल में दिखाया. उन्होंने अपनी कप्तानी में पहले ही साल राजस्थान रॉयल्स को आईपीएल का चैंपिन बनाया था. 

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3 टीमों के खिलाफ 300 विकेट 
शेन वॉर्न दुनिया के सिर्फ दूसरे ऐसे गेंदबाज हैं, जिसने 3 देशों के खिलाफ 100 से ज्यादा टेस्ट विकेट लिए हैं. उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ 195, दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 130 और न्यूजीलैंड के खिलाफ 103 विकेट लिए. उन्होंने अपना आखिरी टेस्ट जनवरी 2007 में खेला. मुरलीधरन ने भारत, इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 100 से ज्यादा विकेट लिए हैं. 

1001 इंटरनेशनल विकेट लिए
महान लेग स्पिनर शेन वॉर्न ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कुल 1001 विकेट हासिल किए हैं. अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में यह कारनामा करने वाले सिर्फ दो गेंदबाज हैं. वॉर्न ने टेस्ट में 708 और वनडे में 293 विकेट लिए. मुरलीधरन इंटरनेशनल क्रिकेट में कुल 1347 विकेट लिए हैं. इनमें 800 टेस्ट विकेट शामिल हैं. 

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रवि शास्त्री बने पहला शिकार
शेन वॉर्न ने 2 जनवरी 1992 को भारत के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू किया था. उन्हें सिडनी में खेले गए इस मैच में सिर्फ एक विकेट मिला था. 'कलाई के जादूगार' कहे जाने वाले शेन वॉर्न ने रवि शास्त्री को अपना पहला शिकार बनाया था. 

विवादों में घिरे रहे शेन वॉर्न 
शेन वॉर्न जितना अपने खेल के लिए मशहूर रहे, उतना ही विवादों के लिए चर्चित रहे. 1998 में ऑस्ट्रेलियन क्रिकेट ने बताया कि उसने वॉर्न पर बुकी को जानकारी देने के लिए जुर्माना लगाया था. इसी तरह वार्न 2003 का विश्व कप डोपिंग के कारण नहीं खेल पाए थे. वॉर्न का डोप टेस्ट पॉजिटिव पाया गया. बाद में वॉर्न ने कहा कि उन्होंने गलती से ऐसी दवा ले ली थी, जिसमें प्रतिबंधित पदार्थ शामिल था. 

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