B'day Special: रिकॉर्ड किंग डॉन ब्रैडमैन, जिन्हें एक भारतीय ही कर पाया था हिट विकेट
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B'day Special: रिकॉर्ड किंग डॉन ब्रैडमैन, जिन्हें एक भारतीय ही कर पाया था हिट विकेट

क्रिकेट की दुनिया के सर्वकालिक शहंशाह सर डॉन ब्रैडमैन का जन्म 27 अगस्त, 1908 को हुआ था. आज उनकी 112वीं जयंती है.

एक टेस्ट मैच के दौरान नेट प्रैक्टिस करते डॉन ब्रैडमैन. (फोटो-Twitter/@BradmanBowral)

नई दिल्ली: क्रिकेट की दुनिया के सर्वकालिक शहंशाह कहे जाने वाले डोनॉल्ड जॉर्ज ब्रैडमैन का जन्म 1908 में 27 अगस्त को ही हुआ था. आज सर डॉन ब्रैडमैन (Sir Don Bradman) की 112वीं जयंती है. उनके दादा इटली के थे, जो बाद में ऑस्ट्रेलिया चले आए थे. इसी कारण ब्रैडमैन के नाम के साथ इटली के सिसली इलाके की तरह डॉन जोड़ते हैं. ऑस्ट्रेलिया के न्यू साउथ वेल्स के कूटामुन्ड्रा में जन्मे ब्रैडमैन की जिंदगी में 1948 के साल की बेहद अहमियत है. 

  1. भारत ने 1948 में किया था ऑस्ट्रेलिया का 5 टेस्ट के लिए दौरा
  2. डॉन ब्रैडमैन ने 5 टेस्ट की सीरीज में बनाए थे 700 से ज्यादा रन
  3. डॉन ने लगाए थे सीरीज में चार शतक और एक अर्धशतक

इसी साल उन्होंने अपना आखिरी टेस्ट मैच खेला और शून्य पर आउट होकर करियर के औसत को 100 के पार पहुंचने में फेल हो गए, लेकिन इससे पहले 1948 में ही ब्रैडमैन ने भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाफ पहली और आखिरी बार किसी टेस्ट सीरीज में शिरकत की थी. विजय हजारे की कप्तानी वाली टीम इंडिया के खिलाफ डॉन पहले ही टेस्ट मैच में इस तरह से आउट हुए थे कि रिकॉर्ड बन गया था और यह रिकॉर्ड आज तक नहीं टूट पाया है. यह रिकॉर्ड था ब्रैडमैन के पहली और आखिरी बार हिट विकेट हो जाने का.

लाला अमरनाथ की गेंद पर खाया था गच्चा
ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर साल के अंत में पहुंची टीम इंडिया ने जमकर मेहनत की थी. भारतीय टीम एक लंबा सफर करने के बाद ऑस्ट्रेलिया पहुंची थी. दोनों टीमों के बीच 28 नवंबर से ब्रिस्बेन में पहला टेस्ट चालू हुआ. ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 8 विकेट पर 382 रन बनाकर पारी घोषित कर दी. इसमें सबसे बड़ा योगदान डॉन ब्रैडमैन का ही रहा, जिन्होंने आउट होने से पहले 185 रन बनाए थे. कप्तान ब्रैडमैन आसानी से दोहरे शतक की तरफ बढ़ रहे थे. इसी दौरान भारतीय क्रिकेट के लीजेंड्स में से एक लाला अमरनाथ (Lala Amarnath) ने मोर्चा संभाला.

मध्यम गति से तेज गेंदबाजी करने वाले अमरनाथ की गेंद बेहतरीन स्विंग हो रही थी और ब्रैडमैन के बल्लेबाजों को समझ नहीं आ रही थी. लेकिन ब्रैडमैन उनकी गेंदों का सामना ऐसे कर रहे थे कि मानो कुछ खास बात नहीं हो. जब ब्रैडमैन 185 रन बना  चुके थे तो अमरनाथ की एक शार्टपिच गेंद को उन्होंने पीछे हटकर कट करना चाहा. ब्रैडमैन इस दौरान गेंद के अचानक उछल जाने से चूके और लड़खड़ाकर स्ंटप से टकरा गए. स्टंप की गिल्लियां नीचे गिर गई और ब्रैडमैन अपने करियर में पहली और इकलौती बार हिट विकेट हो चुके थे.

700+ रन बनाए थे ब्रैडमैन ने सीरीज में
डॉन ब्रैडमैन ने भारत के खिलाफ उस सीरीज के 5 टेस्ट मैच में 715 रन बनाए थे, जिसमें 4 शतक (एक दोहरा शतक) और 1 अर्धशतक उन्होंने लगाया था. आखिरी टेस्ट में वे 57 रन बनाकर रिटायर्ड हर्ट हो गए थे, वरना उस टेस्ट में भी शतक बनना तय था. ये ऑस्ट्रेलिया की तरफ से भारत के खिलाफ एक सीरीज में सबसे ज्यादा रन का रिकॉर्ड है, जो आज भी कायम है. 

मजे की बात ये है कि इस सीरीज के एक टेस्ट में ब्रैडमैन ने दोनों पारियों में शतक ठोका था, जिसका जवाब अगले ही टेस्ट मैच में भारतीय कप्तान विजय हजारे ने दोनों पारी में शतक ठोकने वाला पहला भारतीय बनकर दिया था. भारत को सीरीज में 4-0 से हार मिली थी और एक टेस्ट मैच भी महज बारिश के कारण ड्रॉ हो पाया था. यह भारतीय टीम का पहला ऑस्ट्रेलियाई दौरा था और आज 100 साल बाद भी टीम इंडिया वहां की धरती पर कभी बहुत प्रभावी प्रदर्शन नहीं कर पाई है.

ब्रैडमैन के पहले टेस्ट मैच में बना था एक शर्मनाक रिकॉर्ड
डॉन ब्रैडमैन ने अपना टेस्ट करियर ब्रिस्बेन में 30 नवंबर 1928 को इंग्लैंड के खिलाफ चालू किया था और उनके पहले ही टेस्ट को अंग्रेजों ने 675 रन से जीतकर सबसे बड़ी जीत का वर्ल्ड रिकॉर्ड कायम किया था, जो आज तक नहीं टूट पाया है. हालांकि ऑस्ट्रेलिया ने 1934 में इंग्लैंड को 562 रनों से हराया, लेकिन 675 रन का आंकड़ा दूर ही रह गया. ब्रैडमैन की मौजूदगी में इंग्लैड महज एक बार ऑस्ट्रेलिया को एशेज सीरीज हरा पाया था. 

यह सीरीज 1932-33 की चर्चित 'बॉडीलाइन' सीरीज थी. इसमें ब्रैडमैन ने 396 रन बनाए थे, लेकिन उनका औसत महज 44 का रहा था और इसे उनकी सबसे ज्यादा असफल सीरीज माना गया था. ब्रैडमैन ने 1930 में इंग्लैंड के खिलाफ एशेज सीरीज में महज 7 पारियों में 974 रन ठोके थे, जिसमें 309 रन उन्होंने हैडिंग्ले टेस्ट के दौरान महज एक ही दिन में बनाए थे. उन्होंने इस सीरीज में 4 शतक बनाए, जिनमें उनके स्कोर 131, 254, 334 और 232 रन रहे थे.

महज 4 रन से चूक गए थे 100 का औसत
अपने करियर में ब्रैडमैन का आखिरी टेस्ट मैच 14 से 18 अगस्त, 1948 तक द ओवल में इंग्लैंड के खिलाफ रहा. इस टेस्ट में वे इकलौती पारी में 0 पर आउट हो गए और उनका टेस्ट औसत 99.94 ही रह गया. यदि इस पारी में ब्रैडमैन महज 4 रन बना लेते तो उनका औसत 100 का हो सकता था. अपने 52 टेस्ट के करियर में ब्रैडमैन ने 29 शतक और 13 अर्धशतक के साथ 6,996 रन बनाए थे. उनका उच्चतम स्कोर 334 रन रहा. उन्होंने अपने करियर में रिकॉर्ड 12 दोहरे शतक लगाए थे, जिनमें 3 बार वो 300 के पार गए थे. ब्रैडमैन ने अपने प्रथम श्रेणी करियर में भी 90+ का औसत हासिल किया था. उन्होंने 95.14 के औसत से 28,067 रन बनाए थे, जिसमें 117 शतक और 69 अर्धशतक शामिल हैं. उनका सर्वाधिक प्रथम श्रेणी स्कोर नॉटआउट 442 रन का था.

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