B'day Special: इस बाएं हाथ के तेज गेंदबाज को मिस करती रहती है टीम इंडिया
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B'day Special: इस बाएं हाथ के तेज गेंदबाज को मिस करती रहती है टीम इंडिया

Team India: जहीर खान ने टीम इंडिया के लिए विश्व कप 2011 में बेहतरीन गेंदबाजी की थी और वे कपिल देव के बाद टीम के दूसरे सबसे सफल टेस्ट तेज गेंदबाज रहे थे.

जहीर खान ने 2011 विश्व कप में टीम इंडिया के लिए बेहतरीन गेंदबाजी की थी. (फाइल फोटो)

नई दिल्ली: हाल ही में जब भारत और दक्षिण अफ्रीका (India vs South Africa) के बीच टेस्ट सीरीज का आगाज होने जा रहा था उस समय टीम इंडिया की संभावनाओं के बारे में पूर्व भारतीय कप्तान सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) ने बात करते हुए टीम के पूर्व तेज गेंदबाज जहीर खान (Zaheer Khan) को याद करते हुए कहा कि टीम इंडिया (Team India) को उनके जैसे बाएं हाथ के तेज पेसर की जरूरत है. सोमवार को जहीर खान 41 साल के हो रहे हैं.

बहुत घातक गेंदबाज रहे थे जहीर
एक समय टीम इडिया के अग्रणी गेंदबाज रहे जहीर कई मौकों पर विरोधी टीम के लिए बहुत घातक साबित हुए हैं. जैक के नाम से भी मशहूर जहीर खान के बारे में माना जाता है कि वे टीम इंडिया में कपिलदेव के बाद सबसे प्रभावी गेंदबाज रहे हैं. रिकॉर्ड भी यही कहते हैं. कपिलदेव के 434 टेस्ट विकेट के बाद टीम इंडिया में जहीर खान ही सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले तेज गेंदबाज हैं. उन्होंने अपने करियर में 311 टेस्ट विकटे लिए हैं. विश्व कप 2011 में वे टीम इंडिया के अहम गेंदबाज साबित हुए थे.

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क्यों याद आई थी सचिन को
जैसा कि सचिन ने कहा था सीरीज मेहमान टीम के लिए मुश्किल होगी और हुआ भी यही. टीम इंडिया की गेंदबाजी के आगे, पहली पारी में 431 रन बनाने वाली दक्षिण अफ्रीकी टीम दूसरी पारी में 191 रन पर सिमट गई और पहले टेस्ट में उसे करारी हार का सामना करना पड़ा. सचिन ने इस दौरे के लिए जहीर जैसे गेंदबाज की अहमियत बताई थी. बाएं हाथ के गेंदबाज टीम के स्पिनर्स के लिए खास तौर पर मदद करते हैं. सचिन ने कहा था कि जहीर की गेंदबाजी के कारण जो फुटमार्कस बनते थे वह टीम में हरभजन सिंह जैसे गेंदबाजों के काम आते थे. 

टीम इंडिया की रीढ़ रहे जहीर
लेकिन जहीर का योगदान और अहमित टीम इंडिया में इससे बहुत ज्यादा रही है. वे अपने शुरुआती टेस्ट मैचों में कोई बड़ा कमाल नहीं दिखा सके. लेकिन बाद में उन्होंने अपनी इनस्विंग गेंदबाजी के दम पर दुनिया के बड़े-बड़े बल्लेबाजों को परेशान किया. जहीर ने  2003 विश्व कप में उपविजेता और 2011 वर्ल्ड कप में रही विश्व विजेता टीम के लिए शानदार प्रदर्शन किया था. विश्वकप करियर में जहीर ने 44 विकेट लिए है. विश्वकप में सबसे ज्यादा विकेट लेने वालों में वे पांचवें स्थान पर रहे और भारतीयों में सबसे आगे रहे. 

बेहतरीन रिकॉर्ड रहा है जहीर का
जहीर खान ने 92 टेस्ट में  311 विकेट और 200 वनडे में में 282 विकेट लिए हैं. वहीं जहीर ने 17 अंतरराष्ट्रीय टी-20 मैच में 17 विकेट लिए हैं. वनडे में जहीर भारत के चौथे सबसे कामयाब गेंदबाज हैं. जहीर ने 200 वनडे मैचों में 282 विकेट लिए हैं. उनसे आगे अनिल कुंबले 334 विकेट, जवागल श्रीनाथ (315) और अजीत आगरकर (288) विकेट हैं. टेस्ट क्रिकेट में बाएं हाथ के तेज गेंदबाजों जहीर से आगे सिर्फ पाकिस्तान के तेज गेंदबाज वसीम अकरम (414) और श्रीलंका के चमिंडा वास (355) हैं.

बल्लेबाजी में भी जौहर दिखा चुके हैं जहीर
अपने करियर में जहीर खान ने कई बार साबित किया है कि वे एक अच्छे बल्लेबाज भी रहे हैं. अपने 12वें एकदिवसीय मुकाबले में जहीर खान ने हेनरी ओलांगा की चार गेंदों में चार छक्के लगाए थे. 2004 में बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट में 11वें नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए जहीर खान ने 75 रन बनाए थे, जो कि वो स्कोर उस समय का 11वें नंबर के बल्लेबाज द्वारा बनाया गया सर्वोच्च स्कोर था जिसे बाद में वेस्टइंडीज के टीनो बेस्ट ने तोड़ दिया था. उसी पारी में जहीर ने 10वें विकेट के लिए सचिन तेंदुलकर के साथ 133 रनों की रिकॉर्ड साझेदारी की थी. 

साल 2008 में विजडन क्रिकेटर ऑफ द इयर के खिताब से नवाजे गए जहीर ने दो साल पहले फिल्म एक्ट्रेस सगारिका से शादी की थी. जहिर आजकल कॉमेंट्री भी करते नजर आते हैं.

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