टीम में जगह न मिलने पर इस क्रिकेटर ने जताई नाराजगी, अब BCCI ने बना दिया कप्तान
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टीम में जगह न मिलने पर इस क्रिकेटर ने जताई नाराजगी, अब BCCI ने बना दिया कप्तान

मनोज तिवारी ने 2017-18 डोमेस्टिक सीजन में 126.70 की औसत से 507 रन बनाए.

देवधर ट्रॉफी में 100 से अधिक औसत रहा अभी तक किसी भी बल्लेबाज का नहीं रहा है. (फाइल फोटो)

कोलकाता: पिछले दिनों क्रिकेटर मनोज तिवारी ने BCCI के चयन प्रक्रिया पर नाराजगी जाहिर की थी. दिलीप ट्रॉफी, इंडिया ए टीम और बी टीम के लिए उनका सलेक्शन नहीं किया गया था, जिसके बाद उनका गुस्सा सोशल मीडिया पर फूटा. उन्होंने अपनी नाराजगी ट्वीट कर व्यक्त की थी. सोशल मीडिया पर नाराजगी जाहिर करने के बाद BCCI ने उन्हें बंगाल टीम के लिए कप्तान बना दिया है. मनोज तिवारी 2018-19 में बंगाल की तरफ से डोमेस्टिक सीजन में कप्तानी करेंगे. पिछले हफ्ते BCCI ने आगामी प्रतियोगिताओं के लिए छह टीमों की घोषणा की थी. किसी भी टीम में मनोज तिवारी का सलेक्शन नहीं किया गया था.

BCCI द्वारा खिलाड़ियों की घोषणा के बाद मनोज तिवारी ने ट्वीट कर पूछा था कि भारतीय इतिहास में कितने क्रिकेटर हैं, जिन्होंने विजय हजारे और देवधर ट्रॉपी में 100 से ज्यादा औसत से रन बनाए हैं ? मनोज तिवारी ने 2017-18 सीजन में 126.70 की औसत से 507 रन बनाए. यह भारत में घरेलू सीजन में लिस्ट-ए की औसत के तहत सबसे बड़ा स्कोर है. इससे पहले स्कोर 400 रन तक का था. विजय हजारे और देवधर ट्रॉफी में 100 से अधिक औसत रहा अभी तक किसी भी बल्लेबाज का नहीं रहा है.

 

 

मनोज ने कहा, "मुझे यह एहसास हुआ है कि टीम के लिए किए गए आपके काम की पहचान नहीं होती. लोग केवल स्कोरशीट पर नंबर देखना चाहते हैं, लेकिन यह भूल जाते हैं कि हम किस प्रकार की पिच पर खेले हैं और मैच का परिणाम क्या था?"

 

 

बंगाल टीम का कप्तान चुने जाने के बाद मनोज तिवारी ने कहा कि दिलीप ट्रॉफी या इंडिया ए और बी टीम में सलेक्शन नहीं होने से मैं नाखुश जरूर था. लेकिन, बंगाल टीम का कप्तान बनाए जाने से मैं खुश हूं. बंगाल टीम का प्रतिनिधित्व करना सम्मान की बात है. मैं हमेशा हर तरह की चुनौतियों को स्वीकार करने के लिए तैयार हूं.

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