पाकिस्तान क्रिकेट टीम के पूर्व क्रिकेटर दानिश कनेरिया ने जहां अफरीदी पर भेदभाव का आरोप लगया है, वहीं इंजमाम और यूनुस खान की तारीफ की है.
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नई दिल्ली: पाकिस्तान के पूर्व स्पिनर दानिश कनेरिया (Danish Kaneria) ने पूर्व कप्तान शाहिद अफरीदी (Shahid Afridi) पर भेदभाव का आरोप लगाया है. कनेरिया, जो पाकिस्तान की ओर से खेलने वाले दूसरे हिंदू क्रिकेटर हैं, उन्होंने पिछले साल क्रिकेट जगत में ये कहकर सनसनी फैला दी थी कि हिंदू होने की वजह से उन्हें पाकिस्तानी टीम में भेदभाव का सामना करना पड़ा था. उनके टीममेट शोएब अख्तर ने भी इस बात को कबूला था कि पाकिस्तान के सीनियर खिलाड़ी कनेरिया के साथ गलत व्यवहार करते थे क्योंकि वो एक दूसरे धर्म से संबंध रखते थे. उस वक्त कनेरिया ने किसी खिलाड़ी का नाम नहीं लिया था पर अब वो खुलकर सामने आ गए हैं और उन्होनें बिना वक्त गंवाए आखिरकार ये बता ही दिया कि उनके साथ गलत व्यवहार करने वाले खिलाड़ी और कोई नहीं बल्कि शाहिद अफरीदी हैं.
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कनेरिया ने ये भी बताया कि कैसे अफरीदी करियर की शुरुआत से ही उनके खिलाफ थे और कैसे उन्होनें कनेरिया के वनडे करियर को आगे बढ़ने ही नहीं दिया. अपने साथ हो रहे भेदभाव को उजागर करते हुए कनेरिया ने कहा कि अफरीदी तब कप्तान थे और उन्हें बिल्कुल भी उनका समर्थन नहीं मिला. अफरीदी जानबूझकर कनेरिया को टीम में शामिल नहीं करते थे और इसी वजह से अपने 10 साल के लंबे करियर के बावजूद कनेरिया पाकिस्तान के लिए सिर्फ 16 वनडे मैच खेल सके.
उन्होंने कहा, 'शाहिद अफरीदी शुरुआत से ही मेरे खिलाफ रहे. वो मुझे वनडे टीम में मौके नहीं देते थे और जानबूझकर बाहर रखते थे. इसका असर यह हुआ कि मैंने 10 वर्ष के लंबे करियर में सिर्फ 16 वनडे ही खेले. देखा जाए तो औसतन हर साल 2 या 3 वनडे खेले.'
साल 2009 में स्पॉट फिक्सिंग की वजह से आईसीसी ने कनेरिया पर प्रतिबंध लगा दिया था और कनेरिया ने अपनी उस गलती को आज स्वीकार कर लिया और कहा कि उनसे चूक हुई, वास्तव में एक बड़ी भूल हुई. कनेरिया ने कहा, 'मुझे आज भी इस बात का पछतावा होता है कि अगर मैंने उस वक्त इसकी जानकारी ऑफिशल्स को दी होती तो आज मेरी यह हालत नहीं होती. मैंने गलती की. सजा भी भुगत रहा हूं. मेरा इंटरनैशनल करियर खत्म हो गया. आजीवन बैन भी लग गया.'
जहाँ एक तरफ कनेरिया ने अफरीदी की जमकर आलोचना की वहीं इंजमाम-उल-हक की जमकर तारीफ भी की. इंजमाम को सबसे अच्छा कप्तान बताते हुए कनेरिया ने कहा कि इंजमाम ने उनके साथ कोई भेदभाव नहीं किया और वो हमेशा उनका सपोर्ट किया करते थे. कनेरिया ने बताया, 'देखिए, मेरे लिए सबसे अच्छे कप्तान इंजी भाई (इंजमाम-उल-हक) हैं. उनकी कप्तानी में मुझे मौके मिले. वह मेरा सपॉर्ट भी खूब करते थे. यूनुस (खान) भाई के साथ ऐसा रहा. उन्होंने मेरी कभी मुखालफत नहीं की. शोएब भाई भी जानते हैं ये सब. वो तो कप्तानों और अधिकारियों से जुड़े होते थे. तभी तो उन्होंने इस बात का खुलासा किया था.'