DNA Exclusive: कोरोना से संक्रमित होने के बाद कैसा रहा अनुभव? Sachin Tendulkar ने खुद सुनाई आपबीती
पूरा देश पिछले कुछ महीनों से कोरोना वायरस की दूसरी लहर से प्रभावित है. इस जानलेवा वायरस की चपेट में क्रिकेट के महान बल्लेबाज Sachin Tendulkar भी आ गए थे.
नई दिल्ली: पूरा देश पिछले कुछ महीनों से कोरोना वायरस की दूसरी लहर से प्रभावित है. इस जानलेवा वायरस की चपेट में क्रिकेट के महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर भी आ गए थे. सचिन तेंदुलकर ने 2 अप्रैल को सभी प्रशंसकों को सूचित किया था कि उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है. इससे एक सप्ताह पहले (27 मार्च) उन्हें कोरोनावायरस टेस्ट में पॉजिटिव पाया गया. 'ZEE News' के प्राइम टाइम शो DNA में चैनल के एडिटर इन चीफ सुधीर चौधरी ने सचिन तेंदुलकर से बातचीत की है.
कोरोना में कैसा रहा सचिन का अनुभव?
Zee News के प्राइम टाइम शो DNA पर एडिटर-इन-चीफ सुधीर चौधरी के साथ एक विशेष इटरव्यू में, सचिन तेंदुलकर ने घातक वायरस के खिलाफ अपनी लड़ाई के बारे में बात की और बताया कि उन्होंने इस पर कैसे काबू पाया. उसी के बारे में बात करते हुए तेंदुलकर ने कहा कि, यह सब एक टीम प्रयास था.
सचिन ने कहा, 'COVID-19 के साथ मैच ऐसा ही था, 'अगर कोई गेंदबाज अच्छा स्पैल कर रहा है, लेकिन बल्लेबाज को अभी भी पिच पर अकेले जाकर खेलना है. लेकिन अपनी टीम के समर्थन के बिना, वह जाकर प्रदर्शन नहीं कर सकता. इसलिए मेरे ठीक होने के लिए, मेरा परिवार और दोस्त मेरे साथ थे और सबसे बढ़कर डॉक्टर, पैरा-मेडिकल स्टाफ और यहां तक कि नर्सें भी थीं. उन्होंने मेरी बहुत अच्छी देखभाल की.'
खुद को कर लिया था सबसे अलग
उन्होंने कहा, 'जब मैं पहली बार कोरोना के संपर्क में आया तो मैं थोड़ा बेचैन महसूस कर रहा था. मेरा शरीर एक अलग संदेश दे रहा था और मैं अच्छा महसूस नहीं कर रहा था, मैंने तुरंत खुद को अलग कर लिया. रिपोर्ट बाद में आई. यह एक अच्छा निर्णय था जो मैंने लिया.'
अस्पताल में भर्ती होने के बारे में मास्टर ब्लास्टर ने कहा, 'डॉक्टरों ने बाद में कहा कि वे मुझे एक हफ्ते तक दवा पर रखेंगे और देखेंगे कि मेरी सेहत में सुधार हो रहा है या बिगड़ रहा है, और 1 सप्ताह के बाद भी मुझे बेचैनी हो रही थी. तब डॉक्टर ने कहा कि आप अस्पतालों में आकर अपना स्कैन करवाएं, यह देखने के लिए कि इलाज के लिए अगला कदम क्या होना चाहिए.'
उन्होंने कहा, 'स्कैन के तुरंत बाद, उन्होंने मुझे तुरंत भर्ती होने के लिए कहा. मैं डॉक्टरों के सभी निर्देशों का पालन करता रहा और मैंने एक सप्ताह अस्पताल में बिताया. उसके बाद, जब मुझे छुट्टी दे दी गई और घर वापस भेज दिया गया, तो मुझे खुद को अलग करने के लिए कहा गया. एक और सप्ताह के लिए.
सचिन के लिए था काफी कठिन समय
सचिन ने आगे कहा, 'मैं 21 दिनों के लिए क्वारंटाइन में अकेला था और अनुभव निश्चित रूप से कठिन था. लेकिन यह सिर्फ मैं ही नहीं हूं जो इस सारी परेशानी से गुजरा है और कई लोगों ने COVID-19 के कारण चुनौतियों का सामना किया है. मेरे लिए, मेरी पत्नी मेरा मजबूत समर्थन थी क्योंकि वह खुद एक डॉक्टर हैं. वह चीजों को और जल्दी समझती थी और वह बहुत मददगार थी. ठीक होना निश्चित रूप से एक कठिन मैच था.'
Zee News के एडिटर-इन-चीफ सुधीर चौधरी के साथ रात 9 बजे जरूर देखें सचिन तेंदुलकर का पूरा इंटरव्यू