ब्रावो ने खोला राज, BCCI ने मनाया था विंडीज खिलाड़ियों को धर्मशाला में खेलने के लिए
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ब्रावो ने खोला राज, BCCI ने मनाया था विंडीज खिलाड़ियों को धर्मशाला में खेलने के लिए

वेस्टइंडीज के पूर्व कप्तान ड्वेन ब्रावो ने खुलासा किया है कि अनुबंध विवाद के दौरान धर्मशाला वनडे में खिलाने के लिए बीसीसीआई ने हमें नुकसान की भरपाई की पेशकश की थी

ड्वेन ब्रावो वेस्टइंडीज के अनुबंध विवाद के दौरान टीम के भारत दौरे में कप्तान थे. (फाइल फोटो)

नई दिल्ली: हाल ही में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले चुके वेस्टइंडीज के पूर्व ऑलराउंडर ड्वेन ब्रावो का कहना है कि 2014 में वेस्टइंडीज क्रिकेट बोर्ड के साथ अनुबंध विवाद के कारण जब उनके खिलाड़ियों ने भारत में वनडे सीरीज नहीं खेलने की धमकी दे डाली थी तो बीसीसीआई ने उन्हें भुगतान की पेशकश की थी. उन्होंने कहा कि उस समय बीसीसीआई अध्यक्ष रहे एन श्रीनिवासन ने उनकी टीम को पहला वनडे खेलने के लिये मनाया था.

  1. धर्मशाला में होना था भारत-वेस्टइंडीज वनडे मैच
  2. अनुबंध विवाद पर विंडीज खिलाड़ी थे नाराज
  3. मैच नहीं खेलने का कर लिया था फैसला

इसके बाद धर्मशाला में चौथे वनडे के बीच में वेस्टइंडीज क्रिकेट बोर्ड ने बीसीसीआई को बताया कि खिलाड़ियों के साथ अनुबंध विवाद के कारण उन्होंने दौरे का बाकी हिस्सा रद्द करने का फैसला किया है. ब्रावो उस समय टीम के कप्तान थे. इसके बाद उन्हें 2015 विश्व कप की वेस्टइंडीज की टीम से बाहर कर दिया गया. उन्होंने हालांकि इसके अगले साल विश्व टी20 के लिए वेस्टइंडीज की टीम में जगह बनाई और टीम के खिताबी अभियान में अहम भूमिका निभाई थी.

बीसीसआई ने टीम का दर्द समझा
ब्रावो ने कहा कि बीसीसीआई ने उनकी समस्याओं को समझा. उन्होंने ‘आई 955 एफएम’ से कहा, ‘‘वे हमारी बात समझे और उनका रूख सहयोगात्मक था. उन्होंने हमें नुकसान की भरपाई की भी पेशकश की. हम नहीं चाहते थे कि बीसीसीआई हमें भुगतान करे. हम चाहते थे कि हमारा बोर्ड इस विवाद का हल निकाले.’’ उन्होंने कहा, ‘‘बीसीसीआई का रूख काफी सहयोगात्मक था और यही वजह है कि बिना किसी गंभीर समस्या के हम खेल सके.’’ 

श्रीनिवासन ने ऐसे किया था निवेदन
अक्तूबर में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह चुके ब्रावो ने कहा, ‘‘मुझे अच्छी तरह से याद है कि हम पहला मैच भी नहीं खेलने वाले थे. सुबह तीन बजे मुझे बीसीसीआई के तत्कालीन अध्यक्ष एन श्रीनिवासन का संदेश आया कि ‘प्लीज मैदान पर उतरियेगा.’ उन्होंने कहा, ‘‘मैने उनकी बात सुनी और छह बजे टीम से कहा कि हमें खेलना होगा. कोई भी खेलना नहीं चाहता था. सभी को लगा कि मैं डर गया हूं लेकिन हमने सामूहिक रूप से खेलने का फैसला लिया.’’ ब्रावो ने कहा, ‘‘हमने चारों मैच खेले. चौथे मैच में पूरी टीम टॉस के लिये साथ उतरी थी. हम संदेश देना चाहते थे कि हमारे बोर्ड में जो कुछ हो रहा है, हम उससे खुश नहीं है.’ 

शानदार रिकॉर्ड रहा है ब्रावो का
पिछले महीने ही ड्वेन ब्रावो ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहा था. इसके साथ ही उन्होंने कहा था कि वे दुनिया भर की ट्वेंटी20 लीग के लिए उपलब्ध रहेंगे.  उन्होंने 2004 में पदार्पण करने के बाद से वेस्टइंडीज की ओर से 40 टेस्ट, 164 वनडे और 66 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले. ब्रावो ने 2010 में टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण किया और तीन शतक तथा 13 अर्धशतक की मदद से 2200 रन बनाने के अलावा 86 विकेट भी चटकाए. ब्रावो ने 164 एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैचों में 2968 रन बनाए और 199 विकेट हासिल किए. टी20 अंतरराष्ट्रीय में उनके नाम पर 1142 रन और 52 विकेट दर्ज हैं.

आईपीएल में चेन्नई सुपरकिंग्स के लिए खेलते हैं ब्रावो
आईपीएल में चेन्नई सुपरकिंग्स और मुंबई इंडियन्स की ओर से खेलने वाले ब्रावो ने अपने संन्यास के संदेश में कहा था, ‘‘आज मैं क्रिकेट जगत को पुष्टि करना चाहता हूं कि मैं आधिकारिक रूप से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास ले रहा हूं. मैं क्रिकेटर के रूप में अपना पेशेवर करियर जारी रखूंगा.’’ उन्होंने कहा, ‘‘वेस्टइंडीज के लिए पदार्पण करने के 14 साल के बाद मुझे अब भी वह लम्हा याद है जब मैंने जुलाई 2004 में इंग्लैंड के खिलाफ लार्ड्स क्रिकेट मैदान में पहली बार वेस्टइंडीज की कैप पहनी थी. उस समय जो उत्साह और जुनून मैंने महसूस किया था उसे मैंने अपने पूरे करियर के दौरान बरकरार रखा.’’

(इनपुट भाषा) 

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