फिर बोतल से बाहर आया 1999 की मैच फिक्सिंग का जिन्न, घेरे में ये पाकिस्तानी दिग्गज
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फिर बोतल से बाहर आया 1999 की मैच फिक्सिंग का जिन्न, घेरे में ये पाकिस्तानी दिग्गज

पाक क्रिकेटर्स का मैच फिक्सिंग से पुराना रिश्ता रहा है कई खिलाड़ियों को इसकी वजह से ताउम्र बैन झेलना पड़ा तो कई प्लेयर्स को जेल की हवा भी खानी पड़ी थी.

 

फिर बोतल से बाहर आया 1999 की मैच फिक्सिंग का जिन्न, घेरे में ये पाकिस्तानी दिग्गज

नई दिल्ली: क्रिकेट की दुनिया को 21 साल पहले झकझोर देने वाला मैच फिक्सिंग स्कैंडल का जिन्न फिर बोतल से बाहर आ गया है. पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) के पूर्व चेयरमैन खालिद महमूद (Khalid Mehmood) ने पूर्व पाकिस्तानी दिग्गज तेज गेंदबाज वसीम अकरम (Wasim Akram) के भी फिक्सिंग में शामिल होने का दावा किया है. इस दावे के बाद एक बार फिर पाकिस्तानी जज जस्टिस कय्यूम की वो जांच रिपोर्ट चर्चाओं में आ गई है, जिसमें अकरम को 1999 में सामने आई मैच फिक्सिंग स्कैंडल के मुख्य आरोपियों में से एक बताया गया था.

  1. फिर बोतल से बाहर आया मैच फिक्सिंग का जिन्न.
  2. घेरे में ये पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर वसीम अकरम.
  3. पूर्व PCB चेयरमैन खालिद महमूद ने लगाया आरोप.

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PCB ने रफा दफा कर दिया था मामला

जस्टिस कय्यूम की रिपोर्ट के बावजूद पूर्व पाकिस्तानी कप्तान सलीम मलिक और तेज गेंदबाज अताउर रहमान पर आजीवन प्रतिबंध लगाने वाले पीसीबी ने अकरम समेत 6 अन्य खिलाड़ियों वकार यूनुस, सईद अनवर, मुश्ताक अहमद, इंजमाम-उल-हक और अकरम रजा पर महज जुर्माना लगाकर ही मामला खत्म कर दिया था.

भारत तक भी आई थी इस फिक्सिंग रैकेट की आंच

बाद में इसी फिक्सिंग रैकेट के तार दक्षिण अफ्रीकी कप्तान हैंसी क्रोनिए से जुड़े मिले थे, जिन्होंने जुर्म कबूलते हुए सलीम मलिक के जरिए फिक्सिंग मामले से जुड़ने का दावा किया था. साथ ही कई भारतीय क्रिकेटरों के भी नाम लिए थे. इसके बाद तत्कालीन भारतीय कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन, तेज गेंदबाज मनोज प्रभाकर, बल्लेबाज अजय जडेजा और अजय शर्मा का क्रिकेट करियर खत्म हो गया था. बाद में क्रोनिए रहस्यमयी हालात में एक विमान दुर्घटना में मारे गए थे.

अब क्या कहा है पूर्व पीसीबी चेयरमैन ने?

पीसीबी के पूर्व चेयरमैन खालिद महमूद ने कहा है कि अताउर रहमान ने उनके सामने ये स्वीकार किया था कि उसे फिक्सिंग के लिए पैसे की पेशकश सीधे अकरम की तरफ से ही की गई थी. रहमान ने ये बात जस्टिस कय्यूम के सामने दिए लिखित एफिडेविट में भी कही थी. अकरम ने रहमान को मैचों में हर बार खराब गेंदबाजी के लिए 2  से 3 लाख रुपये देने की बात कही थी. हालांकि बाद में रहमान अपने लिखित बयान से मुकर गया था.

खालिद ने ही बनाया था जस्टिस कय्यूम जांच आयोग

पाकिस्तान क्रिकेट में पहली बार फिक्सिंग की आंच 1995 के न्यूजीलैंड दौरे पर उठी थी, जब विकेटकीपर राशिद लतीफ ने सलीम मलिक पर उसे फिक्स करने की कोशिश का आरोप लगाया था. इसके बाद आस्ट्रेलियाई दिग्गज लेग स्पिनर शेन वार्न, टिम मे और बल्लेबाज मार्क वॉ ने भी 1994 के पाकिस्तान दौरे पर खराब प्रदर्शन करने के बदले मोटी रकम मिलने का आफर सलीम मलिक से मिलने की बात कही थी. इन सब आरोपों के बाद पीसीबी चेयरमैन के तौर पर खालिद महमूद ने ही 1998 में जस्टिस कय्यूम आयोग बनाया था.

खालिद ने भी उठाया 1999 वर्ल्ड कप में बांग्लादेश से हार का मामला

पूर्व पीसीबी चेयरमैन खालिद ने भी 1999 के आईसीसी वर्ल्ड कप में पाकिस्तानी क्रिकेट टीम को पहली बार इस क्रिकेट महाकुंभ में खेल रही बांग्लादेश से एकतरफा हार का सवाल उठाया. अपने ग्रुप मैचों मे आस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड और वेस्टइंडीज जैसी दिग्गजों को हराकर शीर्ष पर चल रही पाकिस्तानी टीम के खिलाफ बांग्लादेश ने 9 विकेट पर महज 223 रन बनाए थे, लेकिन दिग्गज बल्लेबाजों वाली पाक टीम 161 रन ही बना पाई थी.

टीम इंडिया से हार और आस्ट्रेलिया के खिलाफ फाइनल भी शक के घेरे में

खालिद ने उस वर्ल्ड कप में टीम इंडिया के खिलाफ पाकिस्तानी टीम की हार को भी पहले से फिक्स बताया. साथ ही फाइनल मैच में आस्ट्रेलिया के खिलाफ एकतरफा शिकस्त को भी सवालिया करार दिया. फाइनल मैच में पाकिस्तानी टीम 30 ओवर पहले ही ऑस्ट्रेलिया से 8 विकेट से हार गई थी.

18 साल बाद सार्वजनिक की  गई थी कय्यूम आयोग की रिपोर्ट

पाकिस्तान हाई कोर्ट के जज रहे जस्टिस मलिक मोहम्मद कय्यूम की रिपोर्ट 18 साल बाद 2018 में सार्वजनिक की  गई थी. जस्टिस कय्यूम ने 2 साल जांच करने के बाद मई, 2000 में पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड को 150 पेज की रिपोर्ट सौंपी थी. रिपोर्ट में यह दावा किया गया था कि अकरम ने जांच में सहयोग नहीं किया, जो उनकी मंशा पर सवाल खड़ा करता है.

अकमल पर प्रतिबंध लगने और मलिक के पीसीबी के पास जाने से गर्माया मुद्दा

दरअसल पीसीबी ने कुछ दिन पहले उमर अकमल पर भ्रष्टाचार के आरोप में 3 साल का प्रतिबंध लगाया था. इसी दौरान 1999 से प्रतिबंध का सामना कर रहे सलीम मलिक ने भी पीसीबी के पास पहुंचकर अपने ऊपर की कार्रवाई खत्म करने और कोचिंग की इजाजत देने की गुहार लगाई थी. मलिक ने बोर्ड से कहा है कि उसके ऊपर कार्रवाई की गई, लेकिन कई ज्यादा बड़े दोषियों को क्लीन चिट दे दी गई. माना जा रहा है कि मलिक का इशारा अकरम की ही तरफ था. इसके बाद अब पूर्व पीसीबी चेयरमैन खालिद के बयान ने अकरम की मुश्किल बढ़ा दी है.

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