हॉन्गकॉन्ग : हॉन्गकॉन्ग के क्रिस कार्टर ने पायलट बनने के अपने सपने को पूरा करने के लिए क्रिकेट से संन्यास लेने का फैसला किया है. 21 वर्षीय कार्टर ने 2014 में हॉन्गकॉन्ग की राष्ट्रीय में वापसी की थी. उन्होंने अपना आखिरी मैच 18 सितंबर को भारत के खिलाफ खेला था, जिसमें वे सिर्फ तीन रन बना सके थे.
11 वनडे और 10 टी20 मैच खेला
21 साल के विकेटकीपर बल्लेबाज क्रिस्टोफर कार्टर ने अपने देश के लिए 11 वनडे और 10 टी20 इंटरनेशनल मैच खेले हैं. आईसीसी की वेबसाइट के अनुसार, कार्टर अब एडिलेड जाएंगे. वे वहां द्वितीय श्रेणी वर्ग का अधिकारी बनने के लिए 55 सप्ताह की ट्रेनिंग करेंगे.
क्रिकेट के लिए रोक दी थी पढ़ाई
कार्टर ने कहा, ‘मैंने क्रिकेट के लिए पहले ही अपनी पढ़ाई को रोका हुआ था. मुझे लगता है कि यह वक्त वह करने का है जो मैं हमेशा करना चाहता था. मुझे पायलट बनना है.’ हॉन्गकॉन्ग की टीम ने हाल ही में एशिया कप में भाग लिया था, जहां वह ग्रुप चरण में ही बाहर हो गई थी.
हॉन्गकॉन्ग से छिन चुका है वनडे टीम का दर्जा
क्रिस कार्टर के संन्यास की एक वजह हॉन्गकॉन्ग से वनडे क्रिकेट टीम का दर्जा छिनना भी हो सकता है. दरअसल, आईसीसी ने हाल ही में हॉन्गकॉन्ग से वनडे क्रिकेट टीम का दर्जा छीन लिया है. इससे वहां के क्रिकेटरों का करियर अधर में लटक गया है. अब जब तक हॉन्गकॉन्ग दोबारा वनडे क्रिकेट टीम का दर्जा हासिल नहीं करता, तब उनका करियर आगे बढ़ना मुश्किल होगा.