भारत (Team India) पहली एशियाई टीम है जिसने 2 बार ऑस्ट्रेलिया (Australia) की सरजमीं पर टेस्ट सीरीज जीती है. दोनों ही मौकों पर टिम पेन (Tim Paine) ही कंगारू सेना के कप्तान थे. एक्सपर्ट्स का मानना है कि पेन को इसका खामियाजा भुगतना पड़ सकता है.
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नई दिल्ली: टीम इंडिया (Team India) को ऑस्ट्रेलिया (Australia) की धरती पर एक बार फिर कामयाबी मिली है. मेहमान टीम ने मेजबानों को टेस्ट सीरीज में 2-1 से मात दी है. ये जीत इसलिए अहम है क्योंकि भारत के ज्यादातर खिलाड़ी चोटिल थे और अतिरिक्त खिलाड़ियों के दम पर ये फतह हासिल हुई है.
भारतीय खेमे में जहां जीत की खुशी है वहीं ऑस्ट्रेलियाई टीम में मातम पसरा हुआ है. कंगारुओं को जरा भी उम्मीद नहीं थी कि टीम इंडिया एडिलेड टेस्ट (Adelaide Test) हारने और विराट कोहली (Virat Kohli) की गैर मौजूदगी में भी जबरदस्त वापसी कर लेगी. डेविड वॉर्नर और स्टीव स्मिथ की मौजूदगी में वो हो गया जिसकी उम्मीद नहीं थी.
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ऐसा दूसरी बार हुआ है कि टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया की सरजमीं पर टेस्ट सीरीज जीता है. भारत ने जब 2018-19 में बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी (Border-Gavaskar Trophy) जीती थी तब टिम पेन (Tim Paine) ही कंगारू टीम के कप्तान थे. बेहद मुमकिन है कि नाकमियों के बाद क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (Cricket Australia) पेन की कप्तानी को लेकर बड़ा फैसला ले सकता है.
टिम पेन (Tim Paine) ने 23 टेस्ट मैचों में ऑस्ट्रेलिया के लिए टेस्ट कप्तानी की है, जिसमें 11 में जीत, 8 में हार मिली है. इसके अलावा 4 मैच ड्रॉ रहा है. इन मैचों में जीत उनकी जीत का प्रतिशत सिर्फ 47.82 है. यानी आधे से ज्यादा मैच में उन्हें हार का सामना करना पड़ा है. कई पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान के मुकाबले उनका रिकॉर्ड काफी खराब है.
एक बार फिर स्टीव स्मिथ (Steve Smith) को ऑस्ट्रेलिया का टेस्ट कप्तान बनाने की मांग उठ रही है. इयान हीली (Ian Healy) जैसे पूर्व ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी भी स्मिथ को कमान सौंपने के लिए बैटिंग कर चुके हैं. साल 2018 में बॉल टैंपरिंग की घटना के बाद स्मिथ से कप्तानी छीन ली गई थी. ऐसे में उनके तजुर्बे को देखते हुए एक बार फिर जिम्मेदारी दी जा सकती है.