IND vs ENG: शिखर धवन (Shikhar Dhawan) ने फार्म में वापसी करते हुए इंग्लैंड के खिलाफ 98 रनों की शानदार पारी खेली. धवन ने इस बात का खुलासा किया है कि उन्होंने खराब फार्म से खुद को निकल कर किस तरह वापसी की.
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नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट टीम ने पहले वनडे मुकाबले में इंग्लैंड को 66 रनों से मात दी. इस मैच को जीतने के साथ ही भारत ने 3 मैच की सीरीज में अब 1-0 की अहम बढ़त हासिल कर ली है. इस मैच में भारतीय ओपनर शिखर धवन (Shikhar Dhawan) ने फार्म में वापसी करते हुए 98 रनों की शानदार पारी खेली. धवन ने अब इस बात का खुलासा किया है कि उन्होंने खराब फार्म से खुद को निकल कर किस तरह वापसी की.
शिखर धवन (Shikhar Dhawan) पिछले कुछ समय से ठोड़ी खराब फार्म से जूझ रहे हैं. इंग्लैंड के खिलाफ टी20 सीरीज में भी धवन पहले मैच में जल्दी आउट हो गए थे, जिसके बाद उन्हें पूरी सीरीज में टीम से बाहर रहने पड़ा. वनडे सीरीज के पहले ही मैच में उन्हें एक बार फिर मौका दिया गया और उन्होंने मौके पर चौका लगाकर सबको बता दिया कि क्यों उन्हें दुनिया के सबसे बहतरीन ओपनरों में गिना जाता है. धवन ने इस मैच में 106 गेंदों में 98 रनों की शानदार पारी खेली. हालांकि धवन अपने शतक से चूक गए, लेकिन फिर भी उन्होंने भारत की जीत की नींव रख दी थी.
धवन (Shikhar Dhawan) ने मैच के बाद प्रेस कांफ्रेंस में कहा, 'अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में दबाव हमेशा होता है और अच्छी चीज यह है कि अनुभवी खिलाड़ी होने के नाते मैं इस दबाव से अच्छी तरह निपटना जानता हूं और दूसरी चीज यह है कि अनुभवी खिलाड़ी हूं तो मैं जानता हूं कि किस तरह के विकेट पर किस तरह का शॉट खेला जाए, हम विकेट को अच्छी तरह पढ़ सकते हैं और बल्लेबाजी इकाई में इसे अच्छी तरह से बता सकते हैं. हमने यही किया और यह हमारे लिए कारगर भी रहा.' उन्होंने कहा, 'निश्चित रूप से, जब मैं क्रीज पर जम गया तो मेरे पास खेलने के लिए काफी शॉट थे जिससे मैं रन जुटा सकता था.'
पहले मैच के बाद ही टी20 टीम से बाहर होने के बाद धवन ने कहा कि उन्होंने खुद को सकारात्मक बनाए रखा. उन्होंने कहा, 'जब मैं टी20 श्रृंखला में नहीं खेल रहा था तो मैंने खुद को सकारात्मक बनाए रखा. मैंने अपनी प्रकिया, फिटनेस, जिम में ट्रेनिंग पर ध्यान लगाए रखा और सकारात्मक बना रहा. मैं हर परिस्थिति में खुद को सकारात्मक बनाए रखने की कोशिश करता हूं. मैं यही कर रहा था. मैं अपनी बल्लेबाजी पर काम कर रहा था. मैं जानता था कि अगर मौका मिला तो मैं इसका फायदा उठा लूंगा.'