India vs England 2nd Test: भारत के बल्लेबाजी कोच विक्रम राठौड़ ने कहा कि शुभमन गिल और श्रेयस अय्यर जैसे खिलाड़ियों के खराब प्रदर्शन के बीच उनके साथ धैर्य रखना होगा. विक्रम राठौड़ ने अपने खिलाड़ियों को सलाह दी कि वे विशाखापत्तनम में दूसरे टेस्ट के दौरान इंग्लैंड की आक्रामकता से समझदारी से निपटें. भारत को हैदराबाद में पहले टेस्ट में पहली पारी में 190 रन की बढ़त लेने के बावजूद 28 रन से शिकस्त का सामना करना पड़ा था. इंग्लैंड ने बेहद आक्रामक होकर खेलने के अपने ‘बैजबॉल’ रवैए से भारत को पछाड़ा था, जिसमें ओली पोप ने 196 रन की पारी खेली थी.


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गिल और अय्यर खेलेंगे दूसरा टेस्ट


भारत और इंग्लैंड के बीच दूसरा टेस्ट मैच शुक्रवार से विशाखापत्तनम में शुरू होगा. विक्रम राठौड़ ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा, ‘हमारी टीम में ऐसे युवा बल्लेबाज हैं, जिन्होंने काफी टेस्ट क्रिकेट नहीं खेला है. इसलिए हमें उनके साथ थोड़ा धैर्य रखने की जरूरत है. (शुभमन) गिल, (यशस्वी) जायसवाल और (श्रेयस) अय्यर अंतत: बड़ी पारियां खेलेंगे, मुझे इसका यकीन है.’ जायसवाल ने हैदराबाद में अपने पांचवें टेस्ट की पहली पारी में 80 रन बनाए लेकिन गिल और अय्यर नाकाम रहे. गिल ने 21 जबकि अय्यर ने 13 टेस्ट खेले हैं. गिल ने अपनी पिछली नौ टेस्ट पारियों में अर्धशतक नहीं बनाया है. अय्यर भी खराब फॉर्म से जूझ रहे हैं.


टीम इंडिया ने दिए बड़े संकेत


राठौड़ ने कहा कि उन्हें दूसरे टेस्ट में टीम के बल्लेबाजों से बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद है जहां घरेलू टीम को एक बार फिर से विराट कोहली की कमी खलेगी. राठौड़ ने कहा, ‘जज्बे के साथ खेलने और आक्रामक क्रिकेट खेलने के बीच अंतर है. मैं चाहता हूं कि वे जज्बे के साथ खेलें. अगर कुछ रन बनाने का मौका है, तो उन्हें इसका फायदा उठाना चाहिए. उन्हें पिच और परिस्थितियों को देखकर फैसला करना होगा. बल्लेबाज में यह समझदारी होनी चाहिए कि पिच पर कौन सा शॉट सर्नश्रेष्ठ या सबसे सुरक्षित है.’


भारत की बल्लेबाजी में अनुशासन की कमी


राठौड़ को लगता है कि हैदराबाद टेस्ट की दूसरी पारी में संभवत: भारत की बल्लेबाजी में अनुशासन की कमी थी. राठौड़ ने कहा, ‘क्या वे अधिक अनुशासन के साथ खेल सकते थे? शायद वे ऐसा कर सकते थे. उन्हें इस पर फैसला करना होगा और अपनी योजना के साथ उतरना होगा.’ इंग्लैंड के बल्लेबाजों ने स्वीप शॉट का भारतीय स्पिनरों के खिलाफ प्रभावी तरीके से इस्तेमाल किया, लेकिन राठौड़ ने कहा कि कोई बल्लेबाजों रातों-रात यह शॉट खेलना शुरू नहीं कर सकता. राठौड़ ने कहा, ‘आपको अभ्यास करके इसकी तैयारी करनी होती है. अगर आप अपने खेल में अधिक शॉट जोड़ोगे तो यह हमेशा फायदेमंद होता है.’