IND vs SL: रवि शास्त्री ने कहा, विराट कोहली के लिए कुछ भी नामुमकिन नहीं है
Advertisement

IND vs SL: रवि शास्त्री ने कहा, विराट कोहली के लिए कुछ भी नामुमकिन नहीं है

कोहली ने सोमवार (20 नवंबर) को श्रीलंका के खिलाफ नाबाद 104 रन बनाये. यह उनका टेस्ट मैचों में 18वां शतक है.

भारतीय कोच रवि शास्त्री के साथ कप्तान विराट कोहली. (फाइल फोटो)

कोलकाता: भारत के मुख्य कोच रवि शास्त्री ने सोमवार (20 नवंबर) को विराट कोहली की 50वां अंतरराष्ट्रीय शतक बनाने पर जमकर तारीफ की और कहा कि भारतीय कप्तान के लिये ‘कुछ भी असंभव नहीं’ है. कोहली अब तेंदुलकर के 100 अंतरराष्ट्रीय शतकों से आधे पर पहुंच गये हैं और वर्तमान समय में एकमात्र बल्लेबाज हैं जिनके बारे में कहा जा सकता है कि वह इस रिकॉर्ड तक पहुंच सकते हैं.

शास्त्री ने भारत और श्रीलंका के बीच पहला टेस्ट मैच ड्रा छूटने के बाद एक कार्यक्रम से इतर पत्रकारों से कहा, ‘‘कुछ भी असंभव नहीं है. वह (कोहली) बेहतरीन खिलाड़ी है और मैं बहुत खुश हूं.’’ कोहली ने सोमवार (20 नवंबर) को श्रीलंका के खिलाफ नाबाद 104 रन बनाये. यह उनका टेस्ट मैचों में 18वां शतक है. पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली ने कोहली को बेजोड़ क्रिकेटर करार दिया. उन्होंने कहा, ‘‘यह उसकी (कोहली) जादुई पारी थी. वह कप्तान के रूप में बहुत अच्छा है. उसे अभी लंबा रास्ता तय करना है.’’

वहीं दूसरी ओर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 50 शतक पूरा करने वाले भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली ने सोमवार (20 नवंबर) को यहां कहा कि जैसे आंकड़े दिखाते है सफर उतना लंबा नहीं रहा. कोहली ने श्रीलंका के खिलाफ पहले टेस्ट के आखिरी दिन शतक लगाकर भारत की दूसरी पारी को संवारा. टेस्ट क्रिकेट में यह उनका 18वां और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 50वां शतक है.

कोहली ने कहा कि उनके लिये रिकॉर्ड सिर्फ नंबर भर है. श्रीलंका के खिलाफ मैच ड्रा होने के बाद उन्होंने कहा, ‘‘इससे (50 शतक) अच्छा लगता है. लेकिन मेरा सफर इतना लंबा नहीं रहा है. शतकों की संख्या के बारे में सोचने की जगह अगर मैं अपने प्रदर्शन में सुधार कर सका तो इससे मुझे ज्यादा खुशी मिलेगी. जब तक मैं क्रिकेट खेलूंगा मेरी यही सोच रहेगी.’’

कोहली के नाबाद 104 रन के दम पर भारत ने दूसरी पारी आठ विकेट पर 352 बना कर घोषित कर दी जिससे श्रीलंका के सामने जीत के लिये एक सत्र में 231 रन बनाने का असंभव सा का लक्ष्य था. लक्ष्य श्रीलंका के बल्लेबाजों की पहुंच से दूर था लेकिन भारतीय गेंदबाजों ने पूरे दमखम से गेंदबाजी कर खराब रोशनी के कारण मैच खत्म होने तक 75 रन पर उनके सात विकेट गिरा दिये थे. कोहली से पूछा गया कि आखिरी सत्र में टीम के दिमाग में क्या चल रहा था तो उन्होंने कहा कि बारिश के कारण मैच का काफी समय खराब होने के बाद भी टीम के खिलाड़ियों ने जो जज्बा दिखाया उससे वह काफी खुश है.

Trending news