INDvsAUS: पर्थ पिच को औसत रेटिंग देने पर मिचेल स्टार्क ने जताया ऐतराज, यह दी दलील
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INDvsAUS: पर्थ पिच को औसत रेटिंग देने पर मिचेल स्टार्क ने जताया ऐतराज, यह दी दलील

पर्थ के विकेट को आईसीसी ने ‘औसत’ रेटिंग दी है इससे निराश मिचेल स्टार्क ने कहा है कि ऐसे तो क्रिकेट बल्लेबाजों का खेल हो जाएगा.

मिचेल स्टार्क का मानना है कि पिच पर दरारें प्रतिस्पर्धी क्रिकेट के लिए अच्छी होती हैं. (फोटो: Reuters)

मेलबर्न: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच टेस्ट सीरीज के दूसरे टेस्ट में पिच को लेकर हुआ विवाद थमता नजर नहीं आ रहा है. पहले आईसीसी की रिपोर्ट में पर्थ के ऑप्टस मैदान की इस पिच को औसत करार दिया गया जिसके बाद प्रतिक्रियाओं का सिलसिला शुरू हो गया. आईसीसी की दी गई ‘औसत’ रेटिंग पर ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज मिचेल स्टार्क ने निराशा जताई है.

  1. पर्थ टेस्ट में पांचो दिन था असमान उछाल
  2. आईसीसी ने दी थी पिच को औसत रेटिंग
  3. टीम इंडिया की इस मैच में हुई थी 146 से हार

स्टार्क ने पर्थ टेस्ट में भारत पर ऑस्ट्रेलिया की 146 रन की जीत के बाद पिच को मिली इस रेटिंग मिलने पर चिंता भी जताई है. पर्थ में कुछ बल्लेबाजों को खेलते समय गेंद लगी थी विशेषकर दूसरी पारी में और स्टार्क ने कहा कि यह अच्छा आक्रामक टेस्ट क्रिकेट था और इस तरह की रेटिंग इसे पूरी तरह से बल्लेबाजों का खेल बना देगी.

यह बताई निराशा की वजह
स्टार्क ने बाक्सिंग डे टेस्ट से पूर्व कहा, ‘‘क्रिकेट प्रशंसक के रूप में यह थोड़ा निराशाजनक है कि पर्थ पिच को औसत रेटिंग दी गई. मुझे लगता है कि यह गेंद और बल्ले के बीच शानदार जंग थी जो टेस्ट क्रिकेट में आप देखना चाहते हैं.’’ उन्होंने कहा, ‘‘उदाहरण के लिए पिछले साल एमसीजी में खेलना काफी नीरस था और पिच ने कुछ नहीं किया. आप गेंद और बल्ले के बीच मुकाबला चाहते हैं जो टेस्ट क्रिकेट को जीवित रखेगा और पर्थ की तरह लोगों को मैदान में खींचकर लाएगा. वहां शानदार संघर्ष था और मुझे लगता है कि वह बेहतरीन पिच थी.’’ 

पिच पर दरारें अच्छी होती हैं
स्टार्क ने कहा, ‘‘दरारों ने अपनी भूमिका निभाई लेकिन जब चौथे और पांचवें दिन विकेट टूटती है तो ऐसा होता है. अगर आप हमेशा सपाट पिच तैयार करेंगे तो क्रिकेट बल्लेबाजों का खेल बन जाएगा. आप गेंद और बल्ले के बीच रोमांचक मुकाबला चाहते हैं.’’ उन्होंने कहा, ‘‘जब गेंद मूव कर रही होती है और बल्लेबाजों को खेलना होता है, यही खेल है. मार्कस हैरिस ने गेंद लगने के बावजूद खेलना जारी रखा और दोनों टीमों के बल्लेबाजों के कंधों पर गेंद लगी लेकिन उन्होंने खेलना जारी रखा. यह अच्छा आक्रामक क्रिकेट था और यह लोगों को खेल तक खींचकर लाता है.’’ 

एडिलेड के प्रदर्शन पर हुई थी आलोचना
एडीलेड टेस्ट के दौरान स्टार्क के सुस्त होने के लिए आलोचना की गई थी लेकिन दोनों दो टेस्ट में 10 विकेट चटकाकर आलोचकों को करारा जवाब दिया. इस तेज गेंदबाज ने कहा कि ऑस्ट्रेलियाई आक्रमण भारत के खिलाफ जल्दी विकेट चटकाने का संयुक्त प्रयास कर रहा है और भारतीय सलामी बल्लेबाजों के खराब फार्म में होने से उन्हें निश्चित तौर पर मदद मिली है.

यह योजना है ऑस्ट्रेलिया की
स्टार्क ने कहा, ‘‘यह हमारी योजना है, हम जल्दी विकेट हासिल करना चाहते हैं और मध्य क्रम को नई गेंद के साथ गेंदबाजी करना चाहते हैं. अब भी हमारी यही योजना है. हम देखेंगे कि वे शीर्ष क्रम में बदलाव करते हैं या नहीं. हमारी अब भी यही योजना है- उन्हें जितना अधिक संभव हो उतना दबाव में डालने का प्रयास करो और जितना जल्दी हो सके मध्यक्रम को गेंदबाजी करो.’’ बायें हाथ का यह तेज गेंदबाज हालांकि भारत के सलामी बल्लेबाजों मुरली विजय और लोकेश राहुल को अगर दोबारा मौका मिलता है तो उन्हें हल्के में नहीं खेलना चाहता.

पैट कमिंस यह बोले विराट पर
स्टार्क के तेज गेंदबाजी साझेदार पैट कमिंस ने पर्थ में विराट कोहली को गेंदबाजी करने पर कहा कि जब आप दुनिया के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज को गेंदबाजी करते हैं तो गलती की अधिक गुंजाइश नहीं होती. उन्होंने कहा, ‘‘बेशक, जल्दी विकेट हासिल करना शानदार है और अगर आपको तरोताजा रहते हुए विकेट मिल जाते हैं तो नई गेंद से मध्यक्रम के खिलाफ मदद मिलती है.’’ 

fallback

कमिंस ने कहा , ‘‘मुझे लगता है कि विराट ने काफी अच्छी बल्लेबाजी की. सभी अच्छे बल्लेबाजों की तरह उसके कुछ मजबूत पक्ष हैं और अगर आप इन क्षेत्रों में गेंदबाजी करते हैं तो वह संभवत: 10 में से नौ बार रन बटोर लेगा. हम अच्छी शुरुआत करना चाहते हैं और उसे तेजी से रन नहीं बनाने देना चाहते. हम गेंदबाजी में निरंतरता चाहते हैं और काफी अच्छी गेंदें फेंकना चाहते हैं.’’ 

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