INDvsAUS: जडेजा फिटनेस विवाद पर शास्त्री से उलट बोले प्रसाद, कहा- दौरे से पहले फिट थे
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INDvsAUS: जडेजा फिटनेस विवाद पर शास्त्री से उलट बोले प्रसाद, कहा- दौरे से पहले फिट थे

एमएसके प्रसाद का कहना है कि जडेजा ऑस्ट्रेलिया दौरे से पहले फिट घोषितकिए गए थे, जबकि कोच रवि शास्त्री ने बयान दिया था कि वे कंधे को चोट दौरे पर भारत से ही साथ लाए थे. 

एमएसके प्रसाद ने जडेजा विवाद पर कहा कि वे पहले फिट ही थे. (फाइल फोटो)

मेलबर्न: भारत के स्पिन ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा को पर्थ टेस्ट में शामिल न किए जाने पर अलग अलग कारण बताने का विवाद थमा नही हैं. इसीलिए शायद टीम इंडिया के प्रमुख चयनकर्ता एमएसके प्रसाद ने मंगलवार को स्पष्ट करना पड़ा कि उनकी समिति ने टेस्ट सीरीज के लिए जडेजा का चयन उनकी फिटनेस रिपोर्ट के आधार पर किया था जिसमें उन्हें पूरी तरह से फिट घोषित किया गया था. जडेजा के कंधे में जकड़न थी जिससे वह पर्थ में दूसरे टेस्ट में नहीं खेल सके थे और कोच रवि शास्त्री ने पत्रकारों से कहा कि जडेजा भारत से ही इस चोट के साथ आए थे. 

  1. टीम इंडिया को मिली थी पर्थ में 146 रनों से हार
  2. जडेजा को नहीं लिया गया था पर्थ टेस्ट में 
  3. बिना स्पिनर के उतरी थी टीम इंडिया इस टेस्ट में

पहले फिट ही थे जडेजा, यह दी प्रसाद ने दलील
बाक्सिंग डे टेस्ट में सौराष्ट्र के इस आलराउंडर को शामिल किया गया है. प्रसाद ने कहा, ‘‘किसी भी चयन बैठक की पूर्व संध्या पर चयन समिति को सभी खिलाड़ियों की फिटनेस रिपोर्ट दी जाती है. उस रिपोर्ट में जडेजा पूरी तरह फिट थे. इसलिए हमने उन्हें चुना था. जब हमने उन्हें चुना था तो उसके बाद वे रणजी ट्राफी में भी खेले थे, जिसमें उन्होंने 60 ओवर गेंदबाजी की थी. इसलिए ऑस्ट्रेलिया के लिए चयन के समय उसके अनफिट होने का सवाल ही नहीं उठता. ’’ 

उन्होंने कहा, ‘‘जब भी कोई स्वास्थ्य संबंधित मुद्दा उठता है तो हमारा एक समूह है जो इन सब चीजों को देखता है. फिजियो द्वारा हर चीज देखी जाती है और बयान में भी इसे स्पष्ट रूप से दिया गया है.’’ 

धोनी के चयन पर प्रसाद ने यह कहा
प्रसाद ने यह भी कहा कि महेंद्र सिंह धोनी का न्यूजीलैंड दौरे के लिए टी20 टीम में वापसी करना तय ही था क्योंकि उन्हें सिर्फ वेस्टइंडीज और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ छह ट्वेंटी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों के लिए आराम दिया गया है. प्रसाद ने कहा, ‘‘महेंद्र सिंह धोनी के संबंध में, जब उसे आराम दिया था तो हमने कहा था कि उसे इन छह मैचों के लिए आराम दिया जायेगा ताकि हम दिनेश कार्तिक और ऋषभ पंत को ज्यादा मौका दे सकें. यही अहम कारण था. अब वे कुछ मैच खेल चुके हैं तो हमने सोचा कि हमें महेंद्र सिंह धोनी को फिर से टीम में वापस लाना चाहिए. ’’ 

उन्होंने ऋषभ पंत को ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के खिलाफ वनडे टीम से बाहर रखने के फैसले के बारे में कहा कि ऐसा उन्हें आगे की बड़ी चुनौतियों के लिए तरोताजा रखने के लिए किया गया है. उन्होंने आश्वस्त किया कि यह युवा विकेटकीपर अब भी 2019 विश्व कप की दौड़ में शामिल है. 

वर्ल्ड कप तक नहीं बदलेगी टीम
मुख्य चयनकर्ता ने सूचित किया कि अब से सिर्फ 20 खिलाड़ी ही विश्व कप तक कोर टीम के रूप में खेलेंगे. उन्होंने कहा, ‘‘जैसा कि वादा किया गया था, हमने कहा था कि हम विश्व कप के करीब बढ़ रहे हैं और हमारे पास केवल 13 वनडे ही बचे हैं. यह अब कोर टीम की तरह ही है. हमने 20 खिलाड़ियों को चुना है और केवल ये 20 सदस्य ही अब से खेलेंगे. ’’ 

जडेजा की फिटनेस का मुद्दा हैरान करने वाला है क्योंकि पर्थ में दूसरे टेस्ट की 13 सदस्यीय टीम में उन्हें शामिल किया गया था. उनके चयन की वजह एडिलेड टेस्ट में रविचंद्रन अश्विन के चोटिल हो जाना था. अश्विन की गैर मैजूदगी के कारण ही विराट ने पर्थ में चार तेज गेंदबाजों के साथ उतरने का फैसला किया था. 

शास्त्री ने दी थी यह सफाई
ऑस्ट्रेलिया की दोनों पारियों में वे अधिकांश समय क्षेत्ररक्षण करते हुए भी दिखे जिससे भारतीय टीम के चोट प्रबंधन कार्यक्रम पर सवाल उठ रहे हैं. शास्त्री ने प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कहा था, ‘‘जडेजा के साथ समस्या यह थी कि कंधे में जकड़ने के कारण ऑस्ट्रेलिया आने के चार दिन बाद उन्होंने इंजेक्शन लिया था.’’ उन्होंने कहा, ‘‘इसका असर होने में कुछ समय लगा. जब वे भारत में थे तब भी उनके कंधे में जकड़न थी लेकिन इसके बाद वे घरेलू क्रिकेट खेले. यहां ऑस्ट्रेलिया आने के बाद उन्होंने एक बार फिर यही परेशानी महसूस की और उन्हें इंजेक्शन दिया गया.’’ शास्त्री ने कहा, ‘‘इसलिए अगर पर्थ की बात करें तो हमें लगता है कि वे 70 से 80 प्रतिशत फिट थे और हम दूसरे टेस्ट में उन्हें लेकर जोखिम नहीं उठाना चाहते थे. अगर वे यहां (मेलबर्न में) 80 प्रतिशत फिट हुए तो वे खेलेंगे.’’ 

(इनपुट भाषा)

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