नई दिल्ली: टीम इंडिया के इंग्लैंड दौरे की टेस्ट सीरीज कल से बर्मिंघम के एजबेस्टन में शुरू हो रही है. इस सीरीज को टीम इंडिया की बल्लेबाजी की असली परीक्षा माना जा रहा है. करीब एक साल पहले से ही भारत के विदेशी दौरों की चर्चा शुरू हो गई थी जिसकी शुरुआत इस साल जनवरी में हुए टीम इंडिया के दक्षिण अफ्रीका दौरे से होनी थी. लेकिन सबसे ज्यादा बातें टीम इंडिया के इंग्लैंड दौरे के लिए हुई थी जिसका आगाज बुधवार को हो रहा है.
इस टेस्ट सीरीज में टीम इंडिया के सामने इंग्लैंड की तेज पिचों में वहां की तेज गेंदबाजी का मुकाबला करने की है. विराट सेना के सामने लंबे समय से उनकी की बैटिंग लाइन अप में निरंतरता एक बड़ी चुनौती है. भारत के महान दिग्गज बल्लेबाज सुनील गावस्कर का भी कुछ ऐसा ही मानना है. टाइम्स ऑफ इंडिया में लिखे अपने लेख में सुनील गावस्कर ने टीम इंडिया के बैटिंग लाइन अप के बारे में अपने विचार रखे.
गावस्कर ने अपने लेख में बताया कि इस साल के शुरू से ही टीम इंडिया के सामने तीन प्रमुख चुनौतियां थीं. अगर टीम दक्षिण अफ्रीका, इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया को हरा देती तो पूरी दुनिया उसे निर्विवाद रूप से उसे दुनिया की सर्वश्रेष्ठ टीम मान लेती. ऐसा करने पर टीम इंडिया इकलौती टीम होती जिसने दक्षिण अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया में मेजबान टीमों को हराने की उपबल्धि हासिल की होती.
पहली चुनौती में विराट भले ही कामयाब रहे हों लेकिन उन्होंने और उनकी टीम ने जिस तरह से तीन टेस्ट मैचों की सीरीज में वापसी की और क्लीन स्वीप होने के बजाए 2-1 से सीरीज का परिणाम कर दिया उससे विराट ने लोगों के दिल में जगह जरूर बना ली. गावस्कर के अनुसार इस सीरीज में नाकामी की वजह उसका सही कार्यक्रम न बनाया जाना था.
इंग्लैंड में टीम एक महीने से सफेद गेंद से खेल रही है. गावस्कर ने सवाल उठाया कि एक महीने के दौरान विराट सेना भले ही यहां के माहौल में ढल गई हो पर क्या उनकी लाल गेंद से पर्याप्त अभ्यास हो पाया. महीने भर से भले ही मौसम भारत जैसा रहा हो, लेकिन दो दिन से वह कुछ बदल रहा है. अगर मौसम ऐसा ही रहा तो नई गेंद का गेंदाबाज ज्यादा लुत्फ उठाएंगे. इसके अलावा वे लंबे समय तक गेंदबाजी भी कर पाएंगे.
पहले टेस्ट में अंतिम 11 होगी चुनौती
टीम के बल्लेबाजी के बारे में सुनील ने कहा कि टीम इंडिया के प्रबंधन को पहले टेस्ट के लिए अंतिम 11 का चयन करते समय काफी मश्ककत करनी पड़ेगी. चाहे 5 गेंदबाज और 6 बल्लेबाज का मिश्रण में वे क्या दो स्पिनर्स को गेंदबाजों में शामिल करेंगे. गावस्कर के मुताबिक टीम को दो गेंदबाजों का फायदा होगा. आर अश्विन और हार्दिक पांड्या दोनों ही टेस्ट में एक एक शतक लगा चुके हैं और बल्लेबाजी को गहराई देंगे. यदि टीम पांच बल्लेबाज के साथ जाती है तो भी दिनेश कार्तिक भी हैं जिनके नाम एक टेस्ट शतक है. ऐसे में वे कुलदीप को दूसरे स्पिनर्स के रूप में खिला सकते हैं. गावस्कर के मुताबिक यह सब कुछ बुधवार की सुबह पिच देखने के बाद ही तय किया जा सकेंगे.