नई दिल्ली: भारतीय महिलाएं दुनिया भर अपनी काबलियत का लोहा मनवा रही हैं. वे खेलों में भी पीछे नहीं हैं. इस बार टोक्यो में होने जा रहे ओलंपिक खेलों (Tokyo Olympics 2020) में भारतीय महिला खिलाड़ियों ने देश के लिए काफी उम्मीदें जगा रखी हैं. ऐसे में भारतीय दल कई गोल्ड मेडल की भी उम्मीद कर रहा है.


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बॉक्सिंग में एमसी मैरी कॉम
भारतीय दल में सबसे मशहूर और प्रेरणास्पद नाम एमसी मैरीकॉम का है. मैरी कॉम का यह आखिरी ओलंपिक है. पद्म विभूषण से सम्मानित मैरी कॉम अभी तक गोल्ड मेडल नहीं जीत सकी हैं, लेकिन इस बार वे गोल्ड मेडल जीतने की प्रबल दावेदार हैं. उन्होंने साल 2012 में लंदन ओलंपिक में ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया था, जबकि 2016 में वे क्वालिफाई ही नहीं कर सकीं थीं. 


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हाल ही में मैरी कॉम ने एआईबीए वर्ल्ड चैंपियनशिप में 8 मेडल जीत कर इतिहास रचा है और इस बार वे टोक्यो में गोल्ड मेडल जीतने की प्रबल दावेदार भी मानी जा रही हैं. इस बार वे अपने 51 किलो वर्ग की श्रेणी में हिस्सा ले रही हैं जबकि उनकी पसंदीदा 49 किलोवर्ग की श्रेणी ओलंपिक खेलों में नहीं है. 


शूटिंग में मनु भाकेर
मनु भाकेर ने हाल ही में शूटिंग की दुनिया ने भारत का खूब नाम रोशन किया है. वे 10 मीटर एयर पिस्टल मुकाबले में गोल्ड मेडल की दौड़ में प्रबल दावेदार हैं.17 साल की यह युवा शूटर कॉमनवेल्थ खेलों और यूथ ओलंपिक में गोल्ड मेडलिस्ट है. 10 मीटर एयर पिस्टल में एकल महिला मुकाबले के अलावा वे इस इवेंट की मिक्सड प्रतियोगिता में भी भारत की ओर से दावेदारी पेश करेंगीं. 


कुश्ती में विनेश फोगाट
भारतीय महिला पहलवानों में विनेश फोगाट ने टोक्यो ओलंपिक में क्वालीफाई कर भारत की उम्मीदें जगाईं हैं. विनेश 2016 रियो ओलंपिक के क्वार्टर फाइनल में चोटिल होकर बाहर हो गईं थीं. एशियन गेम्स और कॉमनवेल्थ खेलों में गोल्ड मेडल जीत चुकीं विनेश इस बार मेडल की तगड़ी दावेदार हैं. इस बार वे 53 किलो की श्रेणी से अपना दावा पेश करेंगीं.


बैडमिंटन में पीवी सिंधु
पीवी सिंधु से भी इस बार भारत को बड़ी उम्मीदें हैं. 2016 ओलंपिक में सिल्वर मेडल जीतने वाली सिंधु ने पिछले साल ही बीडबल्यूएफ वर्ल्ड चैपिंयनशिप का खिताब अपने नाम कर इतिहास रचा था. इस बार भी उनसे मेडल जीतने की बहुत उम्मीदें हैं. 


भारोत्तलन में मीराबाई चानू
मीराबाई चानू  ने पिछले कुछ सालों में बेहतरीन प्रदर्शन कर रियो 2016 ओलंपिक की अपनी कड़वी यादों को भुलाते हुए टोक्यों में पदक जीतने की अपनी संभावनाएं बहुत मजबूत की हैं. 2017 में वर्ल्ड वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल, कॉमनवेल्थ खेलों में रिकॉर्ड के साथ गोल्ड मेडल उन्होंने इस बार गोल्ड मेडल के प्रबल दावेदार बना रहे हैं. एशियन गेम्स में अपना बेस्ट प्रदर्शन करने के बावजूद वे चौथे स्थान पर रहीं फिर भी वे मेडल की मजबूत दावेदार बनीं हुई हैं. 



ये तीन नाम भी हैं
इसके अलावा शूटिंग में पूर्वी चंदेल और अंजुम मुदगल 10 मीटर एयर राइफल इवेंट में और राही सनोबत 25 मीटर पिस्टल शूटिंग इवेंट में ओलंपिक में क्वालिफाई कर चुकी हैं. इसके अलावा यशस्वी सिंह देसवाल भी 10 मीटर एयर पिस्टल इवेंट में क्वालीफाई कर चुकी हैं. इन सभी सीनियर खिलाड़ियों ने आईएसएसएफ प्रतियोगितायों में शानदार प्रदर्शन कर देश के लिए पदक की उम्मीदें बढ़ाई हैं.